×

SCO Summit 2023: बिलावल भुट्टो एससीओ समिट में शामिल होने गोवा पहुंचे, पाक PM बोले- हम क्षेत्र में शांति के लिए प्रतिबद्ध

SCO Summit 2023: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने गोवा पहुंच चुके हैं। पाक PM शहबाज शरीफ ने इसे SCO चार्टर के प्रति प्रतिबद्धता बताया।

Aman Kumar Singh
Published on: 20 April 2023 3:19 PM GMT (Updated on: 4 May 2023 4:58 PM GMT)
SCO Summit 2023: बिलावल भुट्टो एससीओ समिट में शामिल होने गोवा पहुंचे, पाक PM बोले- हम क्षेत्र में शांति के लिए प्रतिबद्ध
X
बिलावल भुट्टो जरदारी (Social Media)

SCO Summit 2023: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी (Pak Foreign Minister Bilawal Bhutto) 4 और 5 मई को भारत में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में हिस्सा लेने गोवा पहुंचे। पाक विदेश मंत्री अपने देश के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। आपको बता दें, वर्ष 2014 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) के बाद यह किसी सत्तारूढ़ पाकिस्तानी नेता की पहली भारत यात्रा है।

अपनी भारत यात्रा से पहले बिलावल भुट्टो ने ट्वीट किया, 'मैं गोवा जा रहा हूं। मैं SCO में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करूंगा। बैठक में शामिल होने का मेरा फैसला एससीओ के चार्टर के प्रति पाकिस्तान की मजबूत प्रतिबद्धता को दिखाता है। मैं मित्र देशों के अपने समकक्षों के साथ कंस्ट्रक्टिव विचार-विमर्श की उम्मीद कर रहा हूं।'

रूस और चीन के विदेश मंत्रियों संग मीटिंग

भारत में आयोजित SCO मीटिंग 4-5 मई 2023 को यानी दो दिन होगा। इस बैठक में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (Indian Foreign Minister S Jaishankar) की रूस और चीन के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठक भी होगी। भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई कि, बैठक में SCO के सभी सदस्य राष्ट्र को आमंत्रित किया गया है। इस आमंत्रण के बाद रूस और चीन के विदेश मंत्री भी भारत पहुंचे हैं। वहीं, पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भी गोवा पहुंच चुके हैं।

पाक के साथ भारत की द्विपक्षीय मीटिंग नहीं !

अब सवाल उठता है क्या, पाक विदेश मंत्री का भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ SCO मीटिंग होगी? तो जवाब है नहीं। एससीओ बैठक से हटकर दोनों देशों के बीच मीटिंग की गुंजाइश नहीं के बराबर है। इन मामलों के जानकार बताते हैं कि, एस जयशंकर और बिलावल भुट्टो के बीच द्विपक्षीय वार्ता होने की उम्मीद नहीं है। दरअसल, भारत ने पहले ही साफ कर दिया है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद पर लगाम नहीं लगाएगा, तब तक उसके साथ कोई भी द्विपक्षीय वार्ता (Bilateral Talks) नहीं होगी। भारत का कहना है कि 'आतंकवाद' और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकती।

पाक PM शहबाज शरीफ- SCO चार्टर के प्रति प्रतिबद्ध

पाक विदेश मंत्री के भारत यात्रा के मध्य पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Pakistan PM Shahbaz Sharif) ने कहा कि, 'भारत में एससीओ परिषद की विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने का फैसला SCO चार्टर और बहुपक्षवाद के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है। हम क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए अपने साझा मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'

एस. जयशंकर के आमंत्रण पर आए बिलावल

पाक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मुमताज बलोच ने कहा है कि, 'पाकिस्तान के विदेश मंत्री इसलिए बैठक में शामिल हो रहे हैं, क्योंकि भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने उन्हें एससीओ बैठक (SCO meeting) में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। बलूच ने ये भी कहा कि, बैठक में हमारी भागीदारी एससीओ चार्टर तथा प्रक्रियाओं के प्रति पाकिस्तान की प्रतिबद्धता और पाक द्वारा अपनी विदेश नीति की प्राथमिकताओं के महत्व को दर्शाती है।'

ये हैं SCO के सदस्य राष्ट्र

अगले महीने 4-5 मई को भारत में चीन की अगुवाई वाले शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) की बैठक होने वाली है। इस संगठन में चीन (China), रूस (Russia), कजाकिस्तान (Kazakhstan), उज़्बेकिस्तान (Uzbekistan), किर्गिस्तान (Kyrgyzstan) और तजाकिस्तान (Tajikistan) शामिल थे। बाद में इसमें भारत (India) और पाकिस्तान को भी शामिल किया गया। इस बार SCO की बैठक भारत में होना तय हुआ तो पाकिस्तान ने इस पर ऐतराज जताया। अब खबर है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भी बैठक में शामिल हो रहे हैं। वो शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में आएंगे।

पुलवामा हमले के बाद बेहद तनावपूर्ण हुए रिश्ते

जानकारी के लिए बता दें, 2014 के बाद किसी पाकिस्तानी नेता का ये पहला भारत दौरा है। बीते 9 वर्षों में कोई पाक नेता भारत यात्रा पर नहीं आया। फरवरी 2019 में पुलवामा आतंकी हमले (pulwama terror attack) के जवाब में भारत के युद्धक विमानों ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों को उड़ा दिया था। जिसके बाद भारत-पाक के बीच संबंध बेहद तनावपूर्ण हो गए थे।

Aman Kumar Singh

Aman Kumar Singh

Next Story