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आतंकी ट्रेनिंग ऑनलाइन: ISI में निकली भर्ती, युवाओं को ऐसे बना रहे आतंकवादी
पाकिस्तान के आईएसआई ‘हैंडलर’ घाटी के युवाओं को सुरक्षा बलों के कथित अत्याचारों के फर्जी वीडियो दिखाकर उन्हें भड़का रहे हैं और आतंकी भर्ती कर रहे हैं।
श्रीनगर. पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी और आतंकी संगठन आतंकवादियों की भर्तियां (Terrorist Recruitment) कर रहे हैं। इसके लिए साइबर और मोबाइल स्पेस में ‘एप्लिकेशन’ का इस्तेमाल कर जम्मू कश्मीर में ऐसे युवाओं की भर्ती हो रही है, जिन्हे आतंक से जोड़ा जा सके।
साइबर तकनीक से घाटी के युवाओं को भड़का रहा ISI
दरअसल, भारतीय सेना और सुरक्षाबलों की चौकसी के चलते आतंकी समूह और घाटी के युवाओं के बीच आमने सामने का सम्पर्क नहीं हो पा रहा है। ऐसे में उन्हें उकसाने, आतंक की ओर प्रभावित करने के लिए पाकिस्तान के आईएसआई ‘हैंडलर’ सुरक्षा बलों के ऐसे कथित अत्याचारों के फर्जी वीडियो दिखा रहे हैं, जिससे उन्हें भड़काया जा सके।
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आतंकियों की ऑनलाइन भर्ती
जम्मू कश्मीर में आतंकियों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दावा किया है कि घाटी के युवाओं का ब्रेन वाश कर उन्हें आतंकी बनाने की साजिश रची जा रही है। इसके लिए पाकिस्तान पिछले कुछ महीनों से सोशल मीडिया और इंटनेट का गलत इस्तेमाल घाटी के युवाओं को भारत के खिलाफ भड़काने में कर रहा है। वहीं जब ये युवा उत्तेजित हो जाते हैं तो इन्हे हथियार मुहैया कराये जाते हैं। इसके लिए सीमा से लगी पहाड़ियों से हथियार फेंके जाते हैं,ताकि आतंकियों के समर्थक उस असलहे को नए आतंकी बने युवाओं तक पहुंचा सकें।
युवाओं को सीमा पार से कराये जाते हैं हथियार मुहैया
सुरक्षाबलों के हाथ सीमा पार से भेजे जाने वाले इन हथियारों के कई कन्साइनमेंट लगे चुके हैं। बता दें कि जम्मू में दो बार ड्रोन के जरिए पुलिस ने हथियार बरामद किये। इसके अलावा जम्मू कश्मीर के राष्ट्रीय राजमार्ग और काजीगुंड से भी हथियारों का जत्था बरामद किया।
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कश्मीर में तकरीबन 250 आतंकियों की मौत
गौरतलब है कि इस साल अब तक कश्मीर से तकरीबन 250 आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मौत के घाट उतार दिया है। इनमे से लगभग 28 आतंकी कमांडर थे। वहीं आतंकियों के इशारों पर काम करने वाले 100 से ज्यादा ओजीडब्ल्यू की भी घाटी से गिरफ्तारी कर सुरक्षाबलों ने आतंक पर लगाम लगाई और कामयाबी हासिल की।
सोशल मीडिया के जरिये घाटी के युवाओं की आतंकी भर्ती
आतंक विरोधी अभियान की सफलता से पाकिस्तान पूरी तरह बौखला गया है। दवा किया जा रहा है कि कश्मीर में बेहद कम आतंकी बचे हैं, घुसपैठ की कोशिशें नाकाम हो रही हैं। इसीलिए पाकिस्तान सोशल मीडिया के जरिये घाटी में बसे युवाओं की ही भर्ती आतंकी के तौर पर करने की कोशिश में हैं।
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