×

पूर्व PM मोरारजी देसाई की जयंती पर पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि

इसी क्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी। ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि।

Shivakant Shukla
Published on: 29 Feb 2020 6:18 AM GMT
पूर्व PM मोरारजी देसाई की जयंती पर पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
X

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई की जयंती के मौके पर शनिवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा। पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी भाई देसाई को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उन्होंने हमेशा अनुशासन और सिद्धांतों पर आधारित राजनीति की, जिसके लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे।

इसी क्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी। ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि।

ये भी पढ़ें—दिल्ली हिंसा में ताबड़तोड़ गिरफ्तारी: सैकड़ों केस दर्ज, 630 उपद्रवी चढ़े पुलिस के हत्थे

यहां जानें मोरारजी देसाई के बारे में

बता दें कि स्वतंता सेनानी एवं देश के छठे प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का जन्म 29 फरवरी 1896 को गुजरात के बुलसर जिले के भदेली गांव में हुआ था। वह 81 वर्ष की उम्र में देश के प्रधानमंत्री बने और 1977 से 1979 तक इस पद पर रहे। मोरारजी देसाई देश के पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे। वह एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न एवं पाकिस्तान के सर्वोच्च सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान से सम्मानित किया गया है।

ये भी पढ़ें—लगातार भूकंप के 3 झटकों से हिला देश: ड़रे-सहमे लोग घरों से भागे बाहर

वह 81 वर्ष की आयु में प्रधानमंत्री बने थे। इसके पूर्व कई बार उन्होंने प्रधानमंत्री बनने की कोशिश की परंतु असफल रहे। लेकिन ऐसा नहीं हैं कि मोरारजी प्रधानमंत्री बनने के क़ाबिल नहीं थे। वस्तुत: वह दुर्भाग्यशाली रहे कि वरिष्ठतम नेता होने के बावज़ूद उन्हें पंडित नेहरू और लालबहादुर शास्त्री के निधन के बाद भी प्रधानमंत्री नहीं बनाया गया। मोरारजी देसाई मार्च 1977 में देश के प्रधानमंत्री बने लेकिन प्रधानमंत्री के रूप में इनका कार्यकाल पूर्ण नहीं हो पाया। चौधरी चरण सिंह से मतभेदों के चलते उन्हें प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा।

Shivakant Shukla

Shivakant Shukla

Next Story