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Maharashtra Politics: NCP में टूट के बाद पहली बार मंच पर एक साथ नजर आए PM मोदी-शरद पवार, भतीजे अजित पवार भी रहे मौजूद

Maharashtra Politics: एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने ऐसे समय में प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा किया, जब महज कुछ ही दिनों पहले बीजेपी ने उनकी पार्टी को शिवसेना की तरह दो फाड़ कर दिया।

Krishna Chaudhary
Published on: 1 Aug 2023 10:01 AM GMT
Maharashtra Politics: NCP में टूट के बाद पहली बार मंच पर एक साथ नजर आए PM मोदी-शरद पवार, भतीजे अजित पवार भी रहे मौजूद
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मंच पर एक साथ शरद पवार- पीएम नरेन्द्र मोदी: Photo- Social Media

Maharashtra Politics: एक ऐसे समय में जब विपक्ष का एक बड़ा तबका अपनी आपसी खींचतान को भुला कर एकसाथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लीडरशिप को घेरने की तैयारी कर रहा है। तब महाराष्ट्र के पुणे में विपक्षी खेमा का एक बड़ा चेहरा उसी प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करते नजर आया। उन्होंने न केवल स्टेज शेयर किया बल्कि गर्मजोशी के साथ पीएम मोदी से हाथ मिलाया और उन्हें पुरस्कृत भी किया।

विपक्ष के जिस कद्दावर चेहरे का हम जिक्र कर रहे हैं, उनका नाम शरद पवार है। जो कुछ समय पहले तक देश में विपक्षी एकता की एक धुरी के तौर पर देखे जा रहे थे। एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने ऐसे समय में प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा किया, जब महज कुछ ही दिनों पहले बीजेपी ने उनकी पार्टी को शिवसेना की तरह दो फाड़ कर दिया। यही वजह है कि आज सबकी नजरें पुणे में आयोजित उस कार्यक्रम पर टिकी रहीं, जिसमें देश के ये दोनों दिग्गज एकसाथ नजर आए।

पीएम के कार्यक्रम में शरद पवार चीफ गेस्ट

महान स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की पुण्यतिथि पर पुणे में मंगलवार को एक भव्य कार्यक्रम का आयोजित किया गया। लोकमान्य तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में शरद पवार को बतौर मुख्य अतिथि आयोजित किया गया था। इसी कार्यक्रम में उनके हाथों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पीएम के आने से पहले ही पवार मंच पर पहुंच गए थे।

इसके बाद जब प्रधानमंत्री मोदी आए तो दोनों के बीच बेहद गर्मजोशी दिखी। दोनों ने मुस्कुराकर एक-दूसरे से हाथ मिलाया और अभिवादन किया। मंच पर पवार पीएम मोदी के ठीक बगल में बैठे नजर आए। दोनों को देखकर ये अंदाजा लगाना मुश्किल था कि वे एक-दूसरे के कट्टर सियासी दुश्मन हैं। खासकर पिछले दिनों महाराष्ट्र में जो सियासी घटनाक्रम घटा, उससे ये अंदाजा लगाना मुश्किल था कि दोनों नेता एकसाथ मंच पर आएंगे।

भतीजे अजित पवार भी थे मौजूद

पुणे में आयोजित इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडनवीस के अलावा शरद पवार के भतीजे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी शामिल हुए थे। एनसीपी में शरद पवार की अगुवाई के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व उनके भतीजे अजित ने ही किया था। अजित पवार ने शरद पवार की उम्र को लेकर कुछ तल्ख टिप्पणियां भी की थीं। इन सबके बाद दोनों चाचा-भतीजे पहली बार किसी सार्वजनिक मंच पर एकसाथ दिखे। हालांकि, दोनों की सियासी राह अब जुदा हो चुकी है।

विपक्षी खेमे में खलबली

पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार को विपक्षी खेमे के कद्दावर नेताओं में गिना जाता है। 2019 में लोकसभा चुनाव और फिर विधानसभा चुनाव में मिली बड़ी जीत के बावजूद उन्होंने महाराष्ट्र में दोबारा बीजेपी की सरकार नहीं बनने दी थी। महाविकास अघाड़ी के रूप में विपक्षी एकता के वो एक शिल्पकार के तौर पर उभरे थे। जो अब भी राज्य में तमाम झटकों के बाद भी कायम है। ऐसे में उनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा करना उनके सहयोगी विपक्षी नेताओं को बिल्कुल रास नहीं आया।

ऐसे समय में जब विपक्ष हर मुद्दे पर प्रधानमंत्री का बायकॉट और विरोध करे, तब उनके खेमे का एक बड़ा नेता उनके साथ न केवल मंच साझा करे बल्कि उन्हें सम्मानित भी करे, ये उन्हें काफी असहज करता है। कांग्रेस, शिवसेना ने एनसीपी सुप्रीमो से अपने फैसले पर फिर से विचार करने को भी कहा था। लेकिन फिर भी पवार पुणे में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे और प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा किया।

दरअसल, राजनीति के पुराने चावल शरद पवार के बारे में कहा जाता है कि उनके बारे में कोई अनुमान नहीं लगाया जा सकता। बीजेपी के साथ खट्टे रिश्ते होने के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनके व्यक्तिगत संबंध काफी बेहतर बताए जाते हैं। पीएम मोदी भी उन पर लिखी एक किताब के विमोचन कार्यक्रम में शामिल होकर उनकी खूब तारीफ कर चुके हैं। यही वजह है कि विपक्षी खेमे में शरद पवार के इस कदम को लेकर थोड़ी खलबली जरूर है।

Krishna Chaudhary

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