TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

PM मोदी ने गुजरात को दी बड़ी सौगात, रो-पैक्स सेवा का किया शुभारंभ

पीएम मोदी ने कहा कि पहले जिस दूरी को कवर करने में 10 से 12 घंटे का समय खर्च होता था, अब उस सफर में 3-4 घंटे ही लगेंगे। ये समय बचाएगा ही, खर्च भी कम होगा। आज घोघा और हजीरा के बीच रो-पैक्स सेवा शुरु होने से, सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात, दोनों ही क्षेत्रों के लोगों का बरसों का सपना पूरा हुआ है।

Newstrack
Published on: 8 Nov 2020 1:05 PM IST
PM मोदी ने गुजरात को दी बड़ी सौगात, रो-पैक्स सेवा का किया शुभारंभ
X
पीएम मोदी ने कहा कि पहले जिस दूरी को कवर करने में 10 से 12 घंटे का समय खर्च होता था, अब उस सफर में 3-4 घंटे ही लगेंगे। ये समय बचाएगा ही, खर्च भी कम होगा।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गुजरात को बड़ी सौगात दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूरत को सौराष्ट्र से जलमार्ग से जोड़ने वाले हजीरा-घोघा रो-पैक्स फेरी सर्विस का शुभारंभ किया। इस सेवा की शुरुआत के बाद घोघा और हजीरा के बीच सिर्फ 90 किलोमीटर ही रह जाएगी जो कि संड़क मार्ग से 375 किलोमीटर की है।

पीएम मोदी ने कहा कि पहले जिस दूरी को कवर करने में 10 से 12 घंटे का समय खर्च होता था, अब उस सफर में 3-4 घंटे ही लगेंगे। ये समय बचाएगा ही, खर्च भी कम होगा।

प्रधानमंत्री ने जताया आभार

पीएम मोदी ने कहा कि आज घोघा और हजीरा के बीच रो-पैक्स सेवा शुरु होने से, सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात, दोनों ही क्षेत्रों के लोगों का बरसों का सपना पूरा हुआ है, बरसों का इंतजार समाप्त हुआ है। गुजरात में रो-पैक्स फेरी सेवा जैसी सुविधाओं का विकास करने में बहुत लोगों का श्रम लगा है, अनेक कठिनाइयां रास्ते में आई हैं। मैं उन सभी साथियों का आभारी हूं, उन तमाम इंजीनियर्स का, श्रमिकों का आभार व्यक्त करता हूं, जो हिम्मत के साथ डटे रहे।

PM Narendra Modi

ये भी पढ़ें...बांग्लादेश में हिंदुओं पर बड़ा खतरा: घरों में लगाई आग, भारत ने उठाया ये बड़ा कदम

पीएम मोदी ने कहा कि आज गुजरात में समुद्री कारोबार से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर और कैपेसिटी बिल्डिंग पर तेज़ी से काम चल रहा है। जैसे गुजरात मेरीटाइम क्लस्टर, गुजरात समुद्री विश्वविद्यालय, भावनगर में सीएनजी टर्मिनल, ऐसी अनेक सुविधाएं गुजरात में तैयार हो रही हैं। सरकार का प्रयास, घोघा-दहेज के बीच फेरी सर्विस को भी जल्द फिर शुरू करने का है।इस प्रोजेक्ट के सामने प्रकृति से जुड़ी अनेक चुनौतियां सामने आ खड़ी हुई हैं। उन्हें आधुनिक टेक्नोलॉजी के माध्यम से दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।

ये भी पढ़ें...क्या अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद कम हो जाएंगी बाइडन की चुनौतियां? यहां जानें

उन्होंने कहा कि समुद्री व्यापार-कारोबार के लिए एक्सपर्ट तैयार हों, trained मैनपावर हो, इसके लिए गुजरात मेरीटाइम यूनिवर्सिटी बहुत बड़ा सेंटर है। आज यहां समुद्री कानून और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कानून की पढ़ाई से लेकर मैरीटाइम मैनेजमेंट, शिपिंग और लॉजिस्टिक्स में MBA तक की सुविधा मौजूद है। सामान को देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में ले जाने पर दूसरे देशों की अपेक्षा हमारे देश में आज भी ज्यादा खर्च होता है। वॉटर ट्रांसपोर्ट से Cost of Logistics को कम किया जा सकता है। इसलिए हमारा फोकस एक ऐसे इकोसिस्टम को बनाने का है जहां कार्गो की Seamless Movement हो सके।



ये भी पढ़ें...अमेरिकी चुनाव का झगड़ा: अब सड़कों पर उतरे ट्रंप समर्थक, खुलेआम लहरा रहे हथियार

उन्होंने कहा कि logistics पर होने वाले खर्च को कम करने के लिए अब देश Multimodal Connectivity की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ा रहा है। कोशिश ये है कि रोड, रेल, एयर और शिपिंग से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर की आपस में कनेक्टिविटी भी बेहतर हो और इसमें जो Silos आते हैं, उनको भी दूर किया जा सके।

दोस्तो देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें



\
Newstrack

Newstrack

Next Story