TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

PM मोदी का राहुल पर वार, ''जो खाता नहीं खुलवा सके वो खाते में पैसा डालेंगे क्या?''

पीएम मोदी ने कहा कि अपना हिसाब दूंगा ही और साथ-साथ दूसरों का हिसाब भी लूंगा। ये दोनों काम साथ-साथ चलेंगे। तभी तो होगा हिसाब बराबर। चौकीदार हूं भई, और चौकीदार कोई नाइंसाफी नहीं करता। हिसाब होगा, सबका होगा, बारी बारी से होगा।

Dharmendra kumar
Published on: 28 March 2019 1:13 PM IST
PM मोदी का राहुल पर वार, जो खाता नहीं खुलवा सके वो खाते में पैसा डालेंगे क्या?
X

मेरठ: लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के मेरठ से अपने चुनावी अभियान का शंखनाद कर दिया है। पीएम मोदी इसके अलावा उत्तराखंड और जम्मू में भी रैली करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने मेरठ में रैली को संबोधित करते हुए कहा कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि जो 70 सालों तक गरीबों का खाता नहीं खुलवा सके वो खातों में पैसा डालेंगे क्या?

पीएम मोदी ने कहा कि अपना हिसाब दूंगा ही और साथ-साथ दूसरों का हिसाब भी लूंगा। ये दोनों काम साथ-साथ चलेंगे। तभी तो होगा हिसाब बराबर। चौकीदार हूं भई, और चौकीदार कोई नाइंसाफी नहीं करता। हिसाब होगा, सबका होगा, बारी बारी से होगा।

यह भी पढ़ें...पाकिस्तान असेंबली में जबरन धर्मांतरण व बाल विवाह बिल हुआ पेश

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मैं बैंक खाते खुलवाता था तो कुछ बुद्धिमान लोग कहते थे कि देश में बैंक ही नहीं है खाते से क्या होगा। जो 70 साल में गरीबों का खाता नहीं खुलवा सके वो आज कहते हैं कि खाते में पैसे डालेंगे।



यह भी पढ़ें...गूगल अमेरिकी सेना के प्रति पूरी तरह से समर्पित है : डोनाल्ड ट्रंप

उन्होंने कहा कि लगभग 4 दशकों से हमारे सैनिक वन रैंक-वन पेंशन (OROP) मांग रहे थे, उसको पूरा करने का काम भी इसी चौकीदार ने किया। देश के करीब 12 करोड़ किसानों को 75 हज़ार करोड़ रुपए की सीधी वार्षिक सहायता देने का काम भी हमारी सरकार ने किया है।

यह भी पढ़ें...मायावती को PM बनाने के लिए एक पैर पर खड़ी होकर साधना कर रही महिला

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज एक तरफ नए भारत के संस्कार हैं, तो दूसरी तरफ वंशवाद और भ्रष्टाचार का विस्तार है। एक तरफ दमदार चौकीदार है, तो दूसरी तरफ दागदारों की भरमार है। आज एक तरफ विकास का ठोस आधार है, दूसरी तरफ न नीति है, न विचार है, न ही नीयत है। आज एक तरह नए भारत के संस्कार हैं और दूसरी तरह वंशवाद का बोलबाला है।



\
Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

Next Story