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ओडिशा को तोहफा, PM मोदी ने रखी IIM संबलपुर स्थाई कैंपस की नींव

नए साल के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा राज्य को तोहफा देते हुए ओडिशा के संबलपुर में IIM के स्थायी कैंपस की आधारशिला रखी। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लिए उत्तम कालखंड आया है। आज के स्टार्टअप ही कल के उद्यमी बनेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, संबलपर बड़ा एजुकेशनल हब बन रहा है।

Ashiki
Published on: 2 Jan 2021 9:59 AM IST
ओडिशा को तोहफा, PM मोदी ने रखी IIM संबलपुर स्थाई कैंपस की नींव
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LIVE: PM मोदी ने रखी IIM संबलपुर स्थाई कैंपस की नींव, ओडिशा को तोहफा

नई दिल्ली: नए साल के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा राज्य को तोहफा देते हुए ओडिशा के संबलपुर में IIM के स्थायी कैंपस की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस कार्यक्रम को संबोधित किया पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लिए उत्तम कालखंड आया है। आज के स्टार्टअप ही कल के उद्यमी बनेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, संबलपर बड़ा एजुकेशनल हब बन रहा है।

आज के स्टार्टअप ही कल के उद्यमी बनेंगे

-पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लिए उत्तम कालखंड आया है। आज के स्टार्टअप ही कल के उद्यमी बनेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, संबलपर बड़ा एजुकेशनल हब बन रहा है। संबलपुर के लोकल को वोकल बनाना भी हमारा दायित्व है। अधिकतर स्टार्टअप्स टीयर 2 और टीयर 3 शहरों में आ रहे हैं। फार्मिंग से लेकर स्पेस सेक्टर तक, स्टार्टअप्स का स्कोप बढ़ रहा है।

स्टार्टअप्स का स्कोप बढ़ रहा है

-आज के स्टार्टअप ही कल के उद्यमी बनेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, संबलपर बड़ा एजुकेशनल हब बन रहा है। संबलपुर के लोकल को वोकल बनाना भी हमारा दायित्व है। अधिकतर स्टार्टअप्स टीयर 2 और टीयर 3 शहरों में आ रहे हैं। फार्मिंग से लेकर स्पेस सेक्टर तक, स्टार्टअप्स का स्कोप बढ़ रहा है।

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-पीएम मोदी ने कहा, देश के नए क्षेत्रों में नए अनुभव लेकर निकल रहे मैनेजमेंट एक्सपर्ट भारत को नई ऊंचाई पर ले जाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे।

-इस साल भारत ने कोविड संकट के बावजूद पिछले सालों की तुलना में ज्यादा यूनिकॉर्न दिए हैं। उन्होंने कहा, बीते दशकों में एक ट्रेंड देश ने देखा, बाहर बने मल्टी नेशनल बड़ी संख्या में आए और इसी धरती में आगे भी बढ़े। ये दशक और ये सदी भारत में नए-नए मल्टीनेशनल्स के निर्माण का है।

छात्रों को नए और इनोवेटिव समाधान खोजने होंगे

-पीएम मोदी ने कहा कि लोकल को ग्लोबल बनाने के लिए आईआईएम के छात्रों को नए और इनोवेटिव समाधान खोजने होंगे। उन्होंने कहा कि आईआईएम लोकल उत्पादों और ग्लोबल सहयोग के बीच पुल का काम कर सकते हैं।

-पीएम मोदी ने कहा, जब आप में से कई साथी संबलपुरी टेक्सटाइल और कटक की फिलिगिरी कारीगरी को ग्लोबल पहचान दिलाने में अपने कौशल का इस्तेमाल करेंगे, यहां के टूरिज्म को बढ़ाने के लिए काम करेंगे, तो आत्मनिर्भर भारत अभियान के साथ ही ओड़िशा के विकास को भी नई गति मिलेगी।

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आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी इमारतें

मिली जानकारी के अनुसार, IIM संबलपुर कैंपस का निर्माण कार्य अप्रैल 2022 तक पूरा हो जाएगा। साथ ही यहां बनने वाली सभी इमारतें आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी। इतना ही नहीं ये इमारतें ऊर्जा के मामले में किफायती तो होंगी ही, साथ ही हरित श्रेणी की होंगी और ‘जीआरआईएचए’ के मानकों के अनुरूप होंगी।



देश का पहला ऐसा IIM...

जानकारी के लिए बता दें कि यह पहला ऐसा IIM होगा, जहां फ्लिप कक्षा की अवधारणा को लागू की जाएगी। इसमें बुनियादी चीजें डिजिटल मोड में सिखाई जाएंगी और इंडस्ट्री से लाइव प्रोजेक्ट्स के माध्यम से अनुभवों की जानकारी दी जाएगी। साथ ही इस संस्थान ने लैंगिक विविधता के मामले में भी अन्य सभी IIM संस्थानों को पीछे छोड़ दिया है। यहां साल 2019-21 के एमबीए के बैच में 49 फीसदी छात्राएं शामिल रही हैं और 2020-22 के एमबीए बैच में 43 फीसदी छात्राओं ने एडमिशन लिया है।

कार्यक्रम से जुड़ने की अपील

इस दौरान ओडिशा के राज्यपाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के अलावा केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और प्रताप चंद्र सारंगी भी मौजूद रहे। शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने IIM की तारीफ करते हुए कहा था कि देश की तरक्की में IIM के योगदान पर हम सभी को गर्व है। साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट के जरिये छात्रों और स्टार्ट अप की दुनिया के लोगों से इस कार्यक्रम से जुड़ने की अपील भी की थी।

5000 मेहमान होंगे शामिल

जानकारी के मुताबिक आज ऑनलाइन कार्यक्रम में करीब 5000 मेहमान शामिल होंगे जिनमें केंद्र, ओडिशा सरकार की गणमान्य हस्तियां, उद्योग क्षेत्र के लोग, सार्वजनिक उपक्रम के कार्यकारी, आईआईएम, आईआईटी एवं आईआईएसईआर के निदेशक शामिल हैं। इसके लिए ओडिशा सरकार ने परिसर के लिए 200 एकड़ भूमि मुहैया कराई है जबकि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने 401.97 करोड़ रुपये का अनुदान स्वीकृत किया है।

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