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कोरोना से ठीक हुई महिला को नई बीमारी, देश में आया पहला मामला, डॉक्टर्स हैरान
औरंगाबाद में एक महिला कमर दर्द की शिकायत लेकर डॉक्टरों के पास आई। महिला की जांच करते वक्त डॉक्टर हैरान रह गए। महिला के पूरे शरीर में पस जमा था। महिला को पहले से कोई बीमारी नहीं थी। जांच के दौरान डॉक्टरों को महिला में कोरोना की एंटीबॉडी मिली थी।
मुंबई: कोरोना वायरस सटीक इलाज अभी मिला भी नहीं था कि इसके नए मामले सामने आने लगे। इतना ही नहीं इस बीमारी से ठीक होने वाले मरीजों में भी अब अलग ही दिक्क्तें आने लगी हैं। औरंगाबाद में एक महिला कमर दर्द की शिकायत लेकर डॉक्टरों के पास आई। महिला की जांच करते वक्त डॉक्टर हैरान रह गए। महिला के पूरे शरीर में पस (मवाद) जमा था। महिला को पहले से कोई बीमारी नहीं थी। जांच के दौरान डॉक्टरों को महिला में कोरोना की एंटीबॉडी मिली थी।
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तीन बार सर्जरी के बाद निकाला गया पस
डॉक्टरों के मुताबिक ये कोरोना से ठीक होने के बाद का नया लक्षण है। तीन बार सर्जरी के बाद महिला के शरीर से पस निकाला गया। अब वह पूरी तरह स्वस्थ है। जानकारी के लिए बता दें कि दुनिया में इस तरह के महज सात मामले सामने आए हैं। वहीं भारत में यह ऐसी पहली घटना है।
महाराष्ट्र के औरंगाबाद के बजाज नगर में रहने वाली महिला की कमर में हमेशा दर्द बना रहता था। कमर दर्द के इलाज के लिए महिला 28 नवंबर को हेडगेवार अस्पताल गई थीं। उनके पैरों पर भी सूजन थी। उन्हें लगा कि दिवाली पर ज्यादा काम की वजह से यह तकलीफ हो रही है। डॉक्टरों ने जांच के बाद नेहा से MRI कराने के लिए कहा।
डॉक्टरों के मुताबिक आम तौर पर कमर दर्द फ्रैक्चर, ट्यूमर या इन्फेक्शन की वजह से महसूस होता है। इनमें की कोई वजह महिला में नहीं दिखी। डॉक्टरों ने कहा कि इन्फेक्शन होता तो भूख न लगना, नींद न आना, बुखार चढ़ना, थकान आना या वजन कम होने जैसे लक्षण दिखाई देते, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ था।
MRI रिपोर्ट से पता चली बीमारी
महिला कि MRI की रिपोर्ट देखकर डॉक्टर हैरान रह गए। महिला के शरीर में गर्दन से लेकर रीढ़ की हड्डी तक, दोनों हाथों, यहां तक की पेट में भी पस जमा हो गया था। इसके बाद डॉक्टरों ने तुरंत महिला को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी। डॉक्टरों की टीम ने नेहा की तीन बार सर्जरी की और उनके शरीर से करीब आधा लीटर पस निकाला। सर्जरी के बाद 21 दिसंबर को नेता को डिस्चार्ज कर दिया गया।
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जर्मनी में इस तरह के 6 मामले आए सामने
डॉक्टरों के मुताबिक महिला की एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आई है, लेकिन उनके शरीर में एंटीबॉडी पाई गई है। इसका मतलब उन्हें कोरोना हो चुका था। इससे उनकी बीमारियों से लड़ने की ताकत खत्म हो गई और उन्हें इतनी परेशानी झेलनी पड़ी। डॉक्टर ने बताया दुनियाभर में इस तरह के केस पर स्टडी की जा रही है। इस दौरान उन्हें जर्नल ऑफ न्यूरोलॉजी के सितंबर के अंक में 'कोरोना के बाद के असामान्य लक्षण' विषय पर जानकारी मिली। इससे पता चला कि अब तक जर्मनी में इस तरह के 6 केस सामने आ चुके हैं।