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Rajasthan Election 2023: राजस्थान की सियासी पिच पर प्रियंका की जोरदार बल्लेबाजी, महिलाओं के जरिए समीकरण साधने की कोशिश
Rajasthan Election 2023: कांग्रेस को जीत दिलाने में राहुल की अपेक्षा पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ज्यादा सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। राजस्थान की सियासी पिच पर प्रियंका गांधी की सक्रियता भाजपा की मुश्किलें बढ़ाने वाली साबित हो रही है।
Rajasthan Election 2023: राजस्थान के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपनी सत्ता को बचाए रखने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भरोसा जताया है कि कांग्रेस इस बार तीन दशक पुराने रिवाज को बदलते हुए सत्ता बचाने में कामयाब होगी। कांग्रेस को जीत दिलाने में राहुल की अपेक्षा पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ज्यादा सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। प्रियंका भाजपा पर तीखी हमला करके अपने भाषणों के जरिए खूब सुर्खियां बटोर रही हैं और और उनकी सभाओं में खूब भीड़ भी उमड़ रही है।
राजस्थान की सियासी पिच पर प्रियंका गांधी की सक्रियता भाजपा की मुश्किलें बढ़ाने वाली साबित हो रही है। प्रियंका महिलाओं से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाते हुए आधी आबादी को लुभाने की कोशिश में जुटी हुई है। प्रियंका की झुंझुनू में हुई सभा के दौरान महिलाओं के लिए कांग्रेस की ओर से बड़ा ऐलान भी किया गया। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में प्रियंका भाजपा के खिलाफ और तीखे तेवर दिखाएंगी।
भाजपा को जवाब देने के लिए प्रियंका सक्रिय
दरअसल भाजपा की ओर से लगातार गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला किया जा रहा है। भाजपा नेताओं का आरोप है कि गहलोत के राज में राजस्थान विकास की दौड़ में काफी पीछे छूट गया है। हालांकि भाजपा ने अभी तक राजस्थान में किसी को सीएम चेहरा घोषित नहीं किया है और पार्टी पीएम मोदी के नाम और काम के दम पर चुनावी संग्राम में उतरी है। भाजपा को जवाब देने के लिए कांग्रेस नेतृत्व ने सोची समझी रणनीति के तहत प्रियंका गांधी को राजस्थान में सक्रिय किया है।
प्रियंका गांधी ने हाल में कांग्रेस की ओर से आयोजित तीन रैलियों को संबोधित किया है। प्रियंका गांधी ने अभी तीन दिनों पूर्व झुंझुनू में आयोजित चुनावी सभा में हिस्सा लिया था। झुंझुनू में उन्होंने दिवंगत पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री और प्रमुख जाट नेता सीसराम ओला की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया।
प्रियंका के निशाने पर पीएम मोदी
अपनी चुनावी सभाओं के दौरान प्रियंका गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा निशाना साध रही हैं। हाल में प्रियंका का एक भाषण काफी चर्चित हुआ था जिसमें उन्होंने एक पुजारी की ओर से लगाए गए आरोपों का जिक्र किया था। प्रियंका का कहना था कि पुजारी ने अपने आरोप में कहा है कि पीएम मोदी ने भीलवाड़ा में एक गुर्जर देवता के मंदिर में दान पेटी में सिर्फ 21 रुपये का दान दिया था।
प्रियंका ने इस बात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर तंज भी कसा। प्रियंका का कहना था कि प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पार्टी के अन्य नेता हमेशा जनता से खोखले वादे करते हैं क्योंकि इनका लिफाफा पूरी तरह खाली है। उनके पास जनता को देने के लिए कुछ भी नहीं है।
सीएम चेहरे के मुद्दे पर भी हमलावर
प्रियंका भाजपा की ओर से राजस्थान में किसी को सीएम चेहरा न बनाए जाने का जिक्र करते हुए भी बार-बार हमला कर रही हैं। प्रियंका का कहना है कि भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा जा रहा है और ऐसी स्थिति में यदि भाजपा चुनाव जीतने में कामयाब भी होती है तो प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री बनने के लिए जयपुर नहीं आएंगे। सच्चाई तो यह है कि भाजपा के पास सीएम चेहरे लायक कोई नेता ही नहीं है।
प्रियंका मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का जिक्र करते हुए भी भाजपा को घेरने में जुटी हुई है। दरअसल वसुंधरा गुट की लाख कोशिशें के बावजूद भाजपा की ओर से उन्हें सीएम चेहरा नहीं बनाया गया है। प्रियंका का कहना है कि भाजपा अंदरूनी कलह से त्रस्त है और पार्टी के कुछ नेता ही दिग्गज नेताओं को किनारे करने में जुटे हुए हैं। मजे की बात यह है कि वसुंधरा राजे की ओर से प्रियंका को जवाब दिया जा सकता है मगर कई कारणों से नाराज वसुंधरा ने भी चुप्पी साथ रखी है।
गुटबाजी खत्म करने में जुटी हैं प्रियंका
राजस्थान कांग्रेस में लंबे समय से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच खींचतान चलती रही है। हालांकि पार्टी ने टिकट देने के मामले में दोनों नेताओं के समर्थकों का ध्यान रखा है। कांग्रेस सूत्रों का कहना कि भाजपा को घेरने के साथ ही प्रियंका गहलोत और पायलट के बीच पैदा हुए मतभेदों को दूर करने की कोशिश में भी जुटी हुई हैं।
दरअसल कांग्रेस राजस्थान में पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ रही है मगर पार्टी के इन दो दिग्गज नेताओं के बीच मतभेद से कांग्रेस की चुनावी संभावनाओं के कमजोर होने की बात भी कहीं जा रही है।
यही कारण है कि प्रियंका ने सचिन पायलट के असर वाले इलाकों का दौरा करके उन्हें संतुष्ट करने की कोशिश की है। दूसरी ओर अपनी चुनावी सभाओं के दौरान वे गहलोत सरकार के कामकाज का जिक्र करते हुए उनकी खुलकर तारीफ भी कर रही हैं। प्रियंका की इस रणनीति का असर भी दिख रहा है और राजस्थान कांग्रेस के दोनों दिग्गज नेता पूरी ताकत के साथ प्रचार में जुटे हुए हैं।