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रेड जोन की ओर पंजाब, अचानक 148 पॉजिटिव, फैल सकता है संक्रमण

गुरुवार को राज्य में कोरोना वायरस के 167 नए मामले सामने आने के बाद पंजाब की मुश्किलें बढ़ गई हैं। राज्य में NRI और तब्लीगी जमात के बाद अब सिख तीर्थयात्रियों में भी कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।

Shreya
Published on: 1 May 2020 6:25 AM GMT
रेड जोन की ओर पंजाब, अचानक 148 पॉजिटिव, फैल सकता है संक्रमण
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चंडीगढ़: गुरुवार को राज्य में कोरोना वायरस के 167 नए मामले सामने आने के बाद पंजाब की मुश्किलें बढ़ गई हैं। राज्य में NRI और तब्लीगी जमात के बाद अब सिख तीर्थयात्रियों में भी कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। राज्य में कोरोना वायरस के नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 542 पहुंच गई है। इनमें से 148 सिख तीर्थयात्री शामिल हैं, जो अभी हाल ही में महाराष्ट्र के नांदेड़ से लौटे हैं।

महाराष्ट्र से लौटे हैं 3500 सिख तीर्थ यात्री

महाराष्ट्र के नांदेड़ से लौटे 148 सिख तीर्थयात्रियों में से 76 अमृतसर, 38 लुधियाना और 10 मोहाली में कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। बता दें कि पिछले तीन दिनों में कुल 3 हजार 500 तीर्थयात्री नादेड़ से पंजाब पहुंचे हैं।

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पंजाब सरकार ने वापसी के लिए भेजी थीं बसें

एक अनुमान के मुताबिक, नांदेड़ के हजूर साहिब गुरुद्वारा में तकरीबन 3 हजार 700 सिख तीर्थयात्री फंसे हुए थे। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, उसमें से 3500 तीर्थयात्री पंजाब पहुंच चुके हैं। इन तीर्थयात्रियों को अलग-अलग क्वारनटीन सेंटर में रखा गया है। गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने इन तीर्थयात्रियों की वापसी के लिए 80 बसें भेजी थीं।

26 अप्रैल से पहले लौटें तीर्थयात्री, नहीं हुई जांच

सूत्रों के मुताबिक, 26 अप्रैल से सैकड़ों की संख्या में सिख तीर्थयात्री पंजाब लौट आए थे। इन तीर्थयात्रियों को ना तो चौकियों पर रोका गया और ना ही इनकी जांच की गई। उनको सीधे उनके घर भेज दिया गया।

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सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि निजी वाहनों से पंजाब लौटने वाले तीर्थयात्रियों की कुल संख्या 200 से अधिक होगी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अब उन तीर्थयात्रियों को होम क्वारनटीन करने की कोशिश कर रहे हैं।

एक महीने से नांदेड़ के गुरुद्वारे में फंसे थे तीर्थयात्री

वहीं महाराष्ट्र के नांदेड़ के कलेक्टर के डॉ. विपिन इतनकर ने कहा कि ये सभी तीर्थयात्री पिछले एक महीने से हजूर साहिब गुरुद्वारा में ठहरे हुए थे। उनकी नियमित रुप से जांच की जा रही थी, उनमें से किसी में कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए थे।

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नांदेड़ में नहीं दिखे थे कोई लक्षण

नांदेड़ के कलेक्टर ने बताया कि पंजाब सरकार की बसों से इन तीर्थ यात्रियों को भेजा गया था। इसके अलावा कुछ को महाराष्ट्र सरकार की 4 बसों से भी भेजा गया था। उस समय हुए जांच में इनमें कोई लक्षण नहीं दिखे ते। लेकिन पंजाब से लौटने वाले महाराष्ट्र के चार ड्राइवर भी टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं।

यात्रा के दौरान आए चपेट में?

डॉ. विपिन इतनकर ने बताया कि अब गुरुद्वारे को सील कर दिया गया है। 67 सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है, जिनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। कलेक्टर के मुताबिक, तीर्थयात्री नांदेड़ में संक्रमित नहीं हुए होंगे। इंदौर, भीलवाड़ा आदि से होकर 1700 किमी की यात्रा की थी। आशंका है कि यात्रा करते समय वे कोरोना की चपेट में आए हों।

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