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CM अमरिंदर का कृषि कानूनों पर बड़ा बयान, कही इतनी बड़ी बात
केंद्र सरकार को चाहिए कि वो किसानों की मांगों को मानते हुए उनसे बातचीत करे और तीनों संशोधनों को खारिज करें। उन्होंने कहा कि अगर मैं होता तो बिना किसी देरी के किसानों से बात करता और अपनी गलतियों को मानते हुए तीनों संशोधनों को तुरंट हटा देता।
नई दिल्ली: आज भारत बंद के साथ कृषि बिल के विरोध में किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है। इस पर अभी तक कोई हल निकालने में सरकार पूरी तरह विफल रही है। कृषि कानूनों के विरोध में आज भारत बंद था।कल यानी 9 दिसंबर को इस मामले पर हल निकलने की उम्मीद है।
मैं तुरंत निकालता समाधान
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि इस भारत बंद के दौरान पूरे देश के किसानों ने एकता दिखाई है। इसलिए केंद्र सरकार को चाहिए कि वो किसानों की मांगों को मानते हुए उनसे बातचीत करे और तीनों संशोधनों को खारिज करें। उन्होंने कहा कि अगर मैं होता तो बिना किसी देरी के किसानों से बात करता और अपनी गलतियों को मानते हुए तीनों संशोधनों को तुरंट हटा देता।
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पंजाब के मुख्यमंत्री ने सवालिया अंदाज में पूछा कि केंद्र सरकार किसानों के मुद्दे पर ध्यान क्यों नहीं देते है। जबकि इस मुद्दे को लेकर देश के सभी किसान एकजुट हैं और इसमें बदलाव की मांग कर रहे हैं। सरकार को चाहिए कि सभी स्टेकहोल्डर्स से इस मामले में बात कर बातचीत से समाधान निकालें।
राहुल-पवार कल राष्ट्रपति से मिलेंगे
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी समेत 5 नेता बुधवार शाम 5 बजे राष्ट्रपति कोविंद से मिलेंगे। कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण 5 नेताओं को ही राष्ट्रपति से मुलाकात करने की इजाजत दी गई है। ये केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध के बीच विपक्षी दल के प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से अपनी बात रखेंगे।
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छठे दौर की बातचीत
सीताराम येचुरी ने राष्ट्रपति कोविंद से विपक्षी नेताओं की होने वाली इस मुलाकात की जानकारी दी। दरअसल किसान पिछले 13 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर है। वे सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। वहीं, कल किसानों और सरकार के बीच छठे दौर की बातचीत भी है, जो बेहद अहम है।