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पंजाब के निकाय चुनावों में कांग्रेस का बजा डंका, बंठिडा में टूटा 53 साल का रिकाॅर्ड

कांग्रेस नेता मनप्रीत सिंह बादल ने बताया कि बठिंडा में भी कांग्रेस ने जीत हासिल की है। करीब 53 साल बाद ऐसा हुआ कि जब बठिंडा में कांग्रेस का मेयर बनेगा। इससे पहले बठिंडा नगर निगम में शिरोमणि अकाली दल का कब्जा था।

Dharmendra kumar
Published on: 17 Feb 2021 10:53 AM GMT
पंजाब के निकाय चुनावों में कांग्रेस का बजा डंका, बंठिडा में टूटा 53 साल का रिकाॅर्ड
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नगर निगमों के अलावा कांग्रेस ने अभी तक 98 म्युनसिपल काउंसिल में जीत हासिल कर ली है। इन निकाय चुनावों के नतीजे पर किसान आंदोलन का असर साफ दिखाई दे रहा है।

चंडीगढ़: पंजाब के निकाय चुनावों में बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है। किसान आंदोलन का कांग्रेस को जबरदस्त फायदा मिला है। बुधवार को घोषित नतीजों में नगर निगम और नगर पंचायतों में कांग्रेस का डंका बजा है। कांग्रेस ने बाटला, बठिंडा, मोगा, कपूरथला, पठानकोट नगर निगम में जीत हासिल कर ली है।

नगर निगमों के अलावा कांग्रेस ने अभी तक 98 म्युनसिपल काउंसिल में जीत हासिल कर ली है। इन निकाय चुनावों के नतीजे पर किसान आंदोलन का असर साफ दिखाई दे रहा है। बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन की शुरुआत पंजाब से ही हुई थी। निकाय चुनाव को कृषि कानूनों पर एक लिटमेस टेस्ट माना जा रहा था।

कांग्रेस नेता मनप्रीत सिंह बादल ने बताया कि बठिंडा में भी कांग्रेस ने जीत हासिल की है। करीब 53 साल बाद ऐसा हुआ कि जब बठिंडा में कांग्रेस का मेयर बनेगा। इससे पहले बठिंडा नगर निगम में शिरोमणि अकाली दल का कब्जा था।



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नगर निगमों के साथ ही नगर पंचायत और अन्य निकाय चुनावों में भी कांग्रेस ने बढ़त बनाई हुई है। गुरदासपुर शहर में भी कांग्रेस ने सभी वार्डों में जीत हासिल कर ली है, यहां के सभी 29 वार्डों पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया है। गुरदासपुर से सनी देओल बीजेपी के सांसद हैं।

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गौरतलब है कि पंजाब में 14 फरवरी को निकाय चुनाव के लिए मतदान हुए थे। इस बार लगभग 71 प्रतिशत मतदान हुआ था। चुनावों में कुल 9222 उम्मीदवारों ने किस्मत आजमाई थी। राज्य में सबसे अधिक उम्मीदवार निर्दलीय हैं। राजनीतिक दलों में सबसे अधिक उम्मीदवार कांग्रेस (2037) उतारे थे, तो वहीं बीजेपी ने सिर्फ 1003 उम्मीदवार ही उतारे थे। पंजाब में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं और यह नतीजे उस असर डाल सकते हैं।

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