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अनुच्छेद 370: राज्यपाल मलिक के इस ऑफर पर राहुल गांधी ने दिया ये जवाब
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद से कांग्रेस समेत देश की पार्टियां विरोध कर रही हैं। कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि घाटी में हालात सामान्य नहीं है। राहुल गांधी ने कहा था कि सरकार के दावे के विपरीत वहां अशांति का माहौल है।
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद से कांग्रेस समेत देश की पार्टियां विरोध कर रही हैं। कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि घाटी में हालात सामान्य नहीं है। राहुल गांधी ने कहा था कि सरकार के दावे के विपरीत वहां अशांति का माहौल है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के बयान पर जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि राहुल गांधी गलतबयानी न करें। सरकार उनके लिए स्पेशल जहाज भेजेगी ताकि वो कश्मीर की मौजूदा हालात को देख सकें। गलतबयानी कर वो देश का नुकसान कर रहे हैं।
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राहुल गांधी ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निमंत्रण स्वीकारते हुए कहा कि उन्हें विशेष विमान की जरूरत नहीं है, सिर्फ उन्हें जम्मू-कश्मीर में आजादी से घूमने-फिरने की अनुमति चाहिए।
राहुल ने मंगलवार को ट्वीट कर राज्यपाल के न्योते का जवाब दिया। उन्होंने लिखा, 'प्रिय राज्यपाल मलिक, जेऐंडके और लद्दाख आने के आपके श्रद्धापूर्ण निमंत्रण पर विपक्षी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मैं वहां आऊंगा।'
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दरअसल, राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर के हालात पर राहुल गांधी के बयानों पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने राहुल को सोच-समझकर बयान देने की सलाह दी ताकि इस बेहद संवेदनशील मुद्दे पर कोई संकट न खड़ा हो जाए।
राज्यपाल ने कहा, 'मैंने राहुल गांधी को यहां आने के लिए न्योता दिया है। मैंने उनसे कहा कि मैं आपके लिए विमान भेजूंगा ताकि आप स्थिति का जायजा लीजिए और तब बोलिए। आप एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं और आपको ऐसे बात नहीं करनी चाहिए।'
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राहुल ने ट्वीट में इसका जवाब देते हुए कहा, 'हमें एयरक्राफ्ट की जरूरत नहीं है, लेकिन कृपया हमें घूमने-फिरने और लोगों, मुख्य धारा के नेताओं और वहां तैनात सैनिकों से मिलने की आजादी सुनिश्चत कर दीजिए।'
राहुल गांधी ने शनिवार की रात कहा था कि जम्मू-कश्मीर से हिंसा की कुछ खबरें आई हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पारदर्शी तरीके से इस मामले पर चिंता व्यक्त करनी चाहिए। मलिक ने कहा कि इस मुद्दे को मुठ्ठी भर लोग हवा दे रहे हैं, लेकिन वे इसमें सफल नहीं होंगे।