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फिर उछला राहुल को अध्यक्ष बनाने का मुद्दा, CWC की बैठक में इस सीएम ने की मांग
राहुल गांधी ने 2017 में कांग्रेस के अध्यक्ष पद की कमान संभाली थी। मगर लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद उन्होंने अपनी जिम्मेदारी से इस्तीफा दे दिया था।
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष का पद छोड़ने वाले राहुल गांधी को एक बार फिर पार्टी की कमान सौंपने की मांग उठने लगी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गांधी को फिर पार्टी का अध्यक्ष बनाने की मांग की है। गहलोत को राहुल गांधी का करीबी माना जाता है और कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में आज उन्होंने यह मांग उठाई। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि गहलोत की इस मांग का यूथ कांग्रेस ने भी समर्थन किया है।
अशोक गहलोत ने रखी मांग, यूथ कांग्रेस ने किया समर्थन
राहुल गांधी ने 2017 में कांग्रेस के अध्यक्ष पद की कमान संभाली थी। मगर लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद उन्होंने अपनी जिम्मेदारी से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देते समय उन्होंने कहा था कि किसी और को पार्टी की कमान संभालकर उसे मजबूती प्रदान करनी चाहिए। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद सोनिया गांधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया था।
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कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में गहलोत ने पार्टी की मजबूती के लिए राहुल गांधी को एक बार फिर पार्टी की कमान सौंपने की मांग रखी। सूत्रों का कहना है कि यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने गहलोत की इस मांग का समर्थन किया है। गहलोत ने कहा कि कोरोना संकट काल में कांग्रेस को एक वर्चुअल मीटिंग बुलानी चाहिए और उसमें राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष चुना जाना चाहिए।
पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम पर जताई चिंता
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में कोरोना काल तेल के बढ़ते दाम और चीन के साथ बढ़ रहे तनाव पर भी चर्चा की गई। इन सभी मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रस्ताव भी पारित किया गया। बैठक के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि कांग्रेस की विशेष बैठक में तीन महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए।
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सीडब्ल्यूसी ने पिछले 17 दिनों से लगातार पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ाए जाने पर गहन चिंता जताई है। कांग्रेस का कहना है कि 6 साल में 12 बार से अधिक एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर मोदी सरकार 18 लाख करोड़ रुपए की कमाई कर चुकी है। उन्होंने सवाल किया कि यह भारी-भरकम राशि कोरोना संकट काल में देश की जनता के लिए क्यों नहीं इस्तेमाल की जा रही है।
चीन की कब्जे की नीयत बर्दाश्त नहीं
सीडब्ल्यूसी की बैठक के जरिए सरकार से मांग की गई कि मनरेगा के कार्य दिवस बढ़ाकर 200 दिन किए जाएं। इसके साथ ही मुफ्त मुफ्त भोजन के प्रावधान को इस साल 30 सितंबर तक बढ़ाया जाए। कांग्रेस ने कहा कि 20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज उद्योग धंधों की कोई मदद नहीं कर पाएगा। इसलिए सरकार को लोगों को नगद पैसा देने का विकल्प आजमाना चाहिए। कांग्रेस की इस बैठक में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में बढ़ रहे तनाव पर चिंता जताई गई।
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सीडब्ल्यूसी की बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि चीन को यह याद रखना चाहिए गलवान घाटी सहित देश के किसी भी भूखंड पर कब्जे की चीन की नीयत को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। कांग्रेस ने कहा कि भारत के अविभाज्य हिस्से पर चीन को गलत नजर नहीं रखनी चाहिए और देश को यह कभी स्वीकार नहीं है।
अंशुमान तिवारी