×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

रेलवे की बड़ी तैयारी: अब जुड़ेगा पूरा देश, बनने जा रहा 4000 किमी का फ्रेट कॉरिडोर

भारतीय रेलवे सेवा पूरे देश में 4000 किमी का फ्रेट कॉरिडोर बनाने की तैयारी में हैं। यह प्रस्तावित कॉरिडोर रेलवे के अगले बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का हिस्सा है।

Shivani
Published on: 18 Aug 2020 11:32 AM IST
रेलवे की बड़ी तैयारी: अब जुड़ेगा पूरा देश, बनने जा रहा 4000 किमी का फ्रेट कॉरिडोर
X
Railways plans 4000-km freight corridor to connect industries in East, West, South

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे लगातार बड़ी परियोजनाओं पर काम शुरू कर रहा है ताकि यात्रियों को सुदूर तक बेहतर और सुविधाजनक ट्रेन का सफर मिल सके। इसी कड़ी में अब रेलवे बड़ा कदम उठाने जा रहा है। रेलवे ने देश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों के औद्योगिक क्षेत्रों को दक्षिण भारत से जोड़ने के लिए करीब 4,000 किलोमीटर का डेडिकेटेड फ्रेट कॉरि़डोर (DFC) के निर्माण का फैसला लिया है।

रेलवे का अगला बड़ा इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट

भारतीय रेलवे सेवा पूरे देश में 4000 किमी का फ्रेट कॉरिडोर बनाने की तैयारी में हैं। यह प्रस्तावित कॉरिडोर रेलवे के अगले बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का हिस्सा है। बता दें कि इस योजना के जरिये पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को दक्षिण भारत के साथ ओड़िशा और आंध्र प्रदेश के प्रमुख बंदरगाहों के जरिए जोड़ा जाएगा। 81 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी।

Railways

क्या है 4000 किमी का फ्रेट कॉरिडोर प्रोजेक्ट:

रेलवे के इस अलगे बड़े कॉरिडोर प्रोजेक्ट के जरिए डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर तीन रूट पर बनेंगे।

-पहला खड़गपुर (प. बंगाल) से विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश) को जोड़ने वाला 1,115 किलोमीटर का पूर्वी तटीय कॉरिडोर होगा।

ये भी पढ़ेंः सुस्त पड़ी मोदी सरकार की ये दो महत्वपूर्ण योजनाएं, संसदीय समिति ने उठाए सवाल

-दूसरा भुसावल नागपुर खड़गपुर दानकुनी (कोलकाता के पास) मार्ग को जोड़ने वाला 1,673 किलोमीटर का पूर्व पश्चिम कॉरिडोर और 195 किलोमीटर का राजखर्सवान कालीपहाड़ी अंडाल (प. बंगाल) को जोड़ने वाला कॉरिडोर शामिल हैं।

-तीसरा विजयवाड़ा नागपुर इटारसी (मध्य प्रदेश) मार्ग को जोड़ने वाला 975 किलोमीटर का नॉर्थ साउथ सब कॉरिडोर है।

इस प्रोजेक्ट से फायदा:

दरअसल, इस कॉरिडोर प्रोजेक्ट से ओड़िशा के पारादीप, धामरा, गोपालपुर बंदरगाहों तथा आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम, गंगावरम, काकीनाडा, कृष्णापत्तनम और मछलीपत्तनम बंदरगाहों को संपर्क उपलब्ध कराएंगे। ऐसे में यहां से माल की ढुलाई तेज हो सकेगी और रेलवे नेटवर्क की क्षमता बढ़ सकेगी।

ये भी पढ़ेंः UPSC 2021 Exam Calendar: UPSC एग्जाम कैलेंडर जारी, यहां देखें पूरी लिस्ट

जानकारी के मुताबिक, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लि़ (DFCCIL) जल्द इन कॉरिडोर के सर्वे का काम शुरू करने वाली है।कहा जा रहा है कि कम्पनी को इस प्रक्रिया को पूरा करने में एक साल का समय लग जायेगा।

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



\
Shivani

Shivani

Next Story