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दिल्ली में एक करोड़ आंदोलनकारी, टिकैत का नया एलान, अब क्या करेगी सरकार
खुफिया एजेंसियों ने भी चक्का जाम के दौरान हिंसा की आशंका जतायी है। सरकार इस समस्या से निपटने की तैयारी कर रही थी तभी राकेश टिकैत के दिल्ली में एक करोड़ किसान जुटाने के एलान ने उसकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
रामकृष्ण वाजपेयी
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा अपनी मांगों पर जोर देने के लिए 6 फरवरी को देशव्यापी चक्का जाम का एलान करने से सरकार के लिए नई परेशानी खड़ी हो गई है। खुफिया एजेंसियों ने भी चक्का जाम के दौरान हिंसा की आशंका जतायी है। सरकार इस समस्या से निपटने की तैयारी कर रही थी तभी राकेश टिकैत के दिल्ली में एक करोड़ किसान जुटाने के एलान ने उसकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जींद महापंचायत में भाकियू के महासचिव ने कहा कि दिल्ली में एक लाख लोग हैं, एक करोड़ होने चाहिए। महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहा कि जब भी संदेश आए सभी दिल्ली पहुंचें। उधर राजस्थान के किसान भी किसी भी कीमत पर दिल्ली पहुंचने की तैयारी कर रहे हैं।
राकेश टिकैत का दिल्ली में एक करोड़ किसान जुटाने के एलान
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए किसानों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृहमंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ आपात बैठक की है। समझा जा रहा है कि सरकार किसानों को मनाने के लिए कोई नया प्रस्ताव लाने जा रही है। गौरतलब है कि किसानों के आंदोलन में न सिर्फ युवा बल्कि 80 वर्ष से अधिक उम्र के किसान, महिलाएं और बच्चे भाग ले रहे हैं।
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छह फरवरी को होगा चक्का जाम
छह फरवरी का चक्का जाम गणतंत्र दिवस पर किसान आंदोलनकारियों की ट्रैक्टर रैली के दौरान लालकिला व राष्ट्रीय राजधानी में हुई हिंसक व शर्मनाक घटनाओं के बाद गृह मंत्रालय द्वारा आंदोलनकारियों के स्थल के पास इंटरनेट सेवाएं बंद कर दिये जाने व सड़कों पर 6 स्तरीय सुरक्षा दीवार, कीलें व कांटेदार बाड़ लगाए जाने के विरोध में तथा अपनी मांगों पर जोर देने के लिए किया गया है।
इस बीच हरियाणा के जींद में बुधवार को हुई महापंचायत के बाद किसान आंदोलन राजस्थान की तरफ बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। राजस्थान के नागौर सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने किसान आंदोलन के समर्थन में ट्रैक्टर रैली निकालने का ऐलान किया है। राजस्थान के प्रत्येक जिला मुख्यालय पर 5 फरवरी को ट्रैक्टर परेड का आयोजन किया जायेगा।
जींद महापंचायत के प्रस्तावों का समर्थन
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने खुद जींद महापंचायत में इन प्रस्तावों की घोषणा की तो महापंचायत में उपस्थित लोगों ने हाथ उठाकर उनका समर्थन किया।
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पांच प्रस्तावों में सबसे प्रमुख है, तीनों कृषि कानूनों की वापसी का प्रस्ताव। दूसरा प्रस्ताव एमएसपी पर कानून बनने का लाया गया। तीसरे में स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने और चौथे प्रस्ताव में दिल्ली में पकड़े गए ट्रैक्टर व लोगों को रिहा करने की बात कही गई। पांचवां प्रस्ताव किसानों के कर्ज माफ करने का था।
बढ़ रही किसानों की बाॅर्डर पर संख्या
सांसद हनुमान बेनीवाल की ओर से जारी बयान में कहा है कि किसानों के मान व सम्मान के लिए व आंदोलन के समर्थन में 26 दिसम्बर 2020 से आरएलपी पार्टी शाहजहांपुर बॉर्डर पर पड़ाव डालकर बैठी है। और किसानों के पक्ष में वो और अधिक मजबूती से आवाज को उठाएंगे। बेनीवाल ने सिंघु,गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर पर सरकार की ओर से बेरिकेडिंग के आगे लगाई गई नुकीली कीलों को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसी हरकतों से शासन आन्दोलन को कुचल नहीं सकता।
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