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Nuh Violence: नूंह की हिंसा पर सियासी बवाल, सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री खट्टर को घेरा, घटना को राज्य सरकार की साजिश बताया
Haryana Nuh Violence: हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के इस घटना को लेकर कांग्रेस ने राज्य की भाजपा-जेजेपी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
Haryana Nuh Violence: हरियाणा के नूंह में भड़की सांप्रदायिक हिंसा को लेकर सियासत गरमा गई है। कांग्रेस ने इस हिंसा को लेकर राज्य की मनोहर लाल खट्टर सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया है कि खट्टर सरकार के पास बवाल की आशंका के संबंध में इंटेलिजेंस इनपुट था मगर इसके बावजूद राज्य सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए इस हिंसा को राज्य सरकार की साजिश करार दिया।
इस बीच मेवात-नूंह में सोमवार को हुई हिंसा की लपटें अब गुरुग्राम तक पहुंच गई है। हिंसा की घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई है। मृतकों में दो होमगार्ड भी शामिल है। हिंसा पर काबू पाने के लिए सरकार की ओर से कड़े कदम उठाए गए हैं। नूंह में कर्फ्यू जारी है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं।
इंटेलिजेंस इनपुट के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं
हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के इस घटना को लेकर कांग्रेस ने राज्य की भाजपा-जेजेपी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस घटना को लेकर राज्य की खट्टर सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि सरकार के पास यात्रा के दौरान बवाल होने की आशंका के संबंध में इंटेलिजेंस इनपुट पहले से मौजूद था। इसके बावजूद सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रही और हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए पहले से कोई तैयारी नहीं की गई।
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उन्होंने कहा कि सरकार को इस बात का जवाब देना चाहिए कि हिंसा के संबंध में इनपुट होने के बावजूद कोई कदम क्यों नहीं उठाया गया? उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इस सवाल का भी जवाब देना चाहिए कि ऐसे नाजुक मौके पर नूंह के एसपी को छुट्टी की इजाजत कैसे मिली।
कांग्रेस नेता ने मोनू मानेसर की ओर से भड़काऊ पोस्ट किए जाने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि मानेसर हत्या का आरोपी है और उसकी ओर से भड़काऊ पोस्ट किए जाने के बावजूद उसकी गिरफ्तारी नहीं की गई। इसके विपरीत राज्य के गृह मंत्री अनिल विज मानेसर को क्लीनचिट दे रहे हैं। सुरजेवाला ने कहा कि पूरे घटनाक्रम से स्पष्ट है कि यह पूरी हिंसा सरकार प्रायोजित है।
खट्टर ने कहा-बड़ी साजिश का संकेत
सुरजेवाला के इस बयान पर अभी तक मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का जवाब सामने नहीं आया है। खट्टर ने बताया कि पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती के बाद हालात में काफी सुधार है। उन्होंने कहा कि हिंसा की घटनाओं के संबंध में अभी तक 116 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। उन्होंने कहा कि घटना के जिम्मेदार लोगों की पहचान और उन्हें गिरफ्तार करने की लिए पुलिस की कई टीमें लगी हुई हैं।
खट्टर ने कहा कि नूंह में सामाजिक यात्रा पर सुनियोजित और षड्यंत्रपूर्ण तरीके से हमला किया गया है। दंगाइयों की ने पुलिस को भी निशाना बनाया जिससे बड़ी साजिश का संकेत मिलता है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की गहराई से जांच पड़ताल की जा रही है। घटना के दोषियों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने दी सख्त कार्रवाई की चेतावनी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा के विभिन्न जिलों में पुलिस की तीस और केंद्रीय सुरक्षा बलों की 20 कंपनियों की तैनाती की गई है। नूंह की स्थिति ज्यादा खराब होने के कारण यहां पर केंद्रीय सुरक्षाबलों की 14 कंपनियों की तैनाती की गई है जबकि पलवल में तीन, गुरुग्राम में दो और फरीदाबाद में एक कंपनी को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने हिंसा की इस घटना को काफी गंभीरता से लिया है और इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने राज्य के लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग की अपील की।
इस बीच हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि यात्रा के आयोजकों ने यात्रा के संबंध में जिला प्रशासन को पूरी जानकारी नहीं दी थी। उन्होंने कहा कि इस कारण ही यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है। उन्होंने कहा कि हिंसा के मामले में दोषी मिले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हिंसा के बाद कई अन्य राज्यों में भी सतर्कता
हरियाणा में हुई हिंसा के बाद दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के आसपास के इलाकों में भी अलर्ट जारी किया गया है। राजधानी दिल्ली के सभी संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। दिल्ली के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सांप्रदायिक सौहार्द के माहौल को खत्म करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा में हिंसा के घटना के बाद उत्तर प्रदेश के 11 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है जबकि राजस्थान के भरतपुर और अलवर में धारा 144 लागू कर दी गई है।