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बैंक ग्राहकों को तगड़ा झटका: RBI ने रद्द किया लाइसेंस, खाताधारकों में मचा हड़कंप
कोरोना की महामारी से जंग जारी है। सभी लोग अपने-अपने घरों में रहकर लॉक डाउन का पालन कर रहे हैं। इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने सीकेपी सहकारी बैंक के ग्राहकों को झटका देते हुए बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया है।
मुंबई: लॉक डाउन का दूसरा फेज 3 मई को खत्म हो रहा है। तीसरा फेज 4 मई से चालू हो जाएगा जो 17 मई तक चलेगा। कोरोना की महामारी से जंग जारी है। सभी लोग अपने-अपने घरों में रहकर लॉक डाउन का पालन कर रहे हैं। इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने सीकेपी सहकारी बैंक के ग्राहकों को झटका देते हुए बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया है।
485 करोड़ रुपये की एफडी भी अधर में
मनीकंट्रोल के अनुसार, लॉक डाउन के बीच RBI द्वारा उठाये गये इस कदम की इसकी वजह से बैंक के करीब सवा लाख खाताधारकों पर संकट खड़ा हो गया है। बैंक की 485 करोड़ रुपये की एफडी भी अधर में अटक गई है। आरबीआई साल 2014 से ही लगातार बैंक पर प्रतिबंध की अवधि को बढ़ा रहा है। इसके पहले 31 मार्च को अवधि बढ़ाकर 31 मई की गई थी, परंतु आरबीआई ने उसके पहले ही बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया है।
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यहां जानें क्यों रद्द हुआ बैंक का लाइसेंस?
मनीकंट्रोल के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सीकेपी सहकारी बैंक की नेटवर्थ में गिरावट इसके लाइसेंस रद्द करने का कारण बनी है। ऑपरेशनल मुनाफा होने के बावजूद नेट वर्थ में गिरावट होने के कारण बैंक का लाइसेंस रद्द किया है।
यहां है CKP-Bank का मुख्यालय
महाराष्ट्र के एक समाचार पत्र में छपी खबर के मुताबिक बैंक का घाटा बढ़ने और नेट वर्थ में बड़ी गिरावट आने के कारण बैंक के लेन-देन पर साल 2014 में प्रतिबंध लगाया गया था। उसके बाद से कई बार बैंक का घाटा कम करने का प्रयत्न किया गया।
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-इसके लिए निवेशकों-जमाकर्ताओं ने भी प्रयत्न किया था। इन्होंने ब्याज दर में कटौती की थी। ब्याज दर 2 प्रतिशत तक लाई गई थी।
-कुछ लोगों ने अपने एफडी को शेयर में निवेश कर लिया था और कुछ हद तक उसके परिणाम भी दिखाई देने लगे थे।
-बैंक का घाटा कम हो रहा था परंतु ऐसे में आरबीआई ने सीकेपी बैंक का लाइसेंस रद्द करके निवेशकों को बड़ा झटका दिया है।
लॉक डाउन के बीच भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा लिए गए फैसले CKP-Bank के खाताधारकों की मुसीबत बढ़ गयी है। बैंक के करीब सवा लाख खाताधारकों का करीब 485 करोड़ रुपये की एफडी भी अधर में अटक गई है।