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मनी लॉन्ड्रिंग केस: अवैध संपत्ति मामले में ईडी ने वाड्रा से 9वीं बार की पूछताछ
मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को रॉबर्ट वाड्रा से 9वीं बार पूछताछ की। इसके लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पति रॉबर्ट वाड्रा को लेकर ईडी दफ्तर पहुंचीं। ईडी वाड्रा से जुड़ी अवैध संपत्तियों और लैंड डील केस की जांच कर रहा है।
नई दिल्ली:मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को रॉबर्ट वाड्रा से 9वीं बार पूछताछ की। इसके लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पति रॉबर्ट वाड्रा को लेकर ईडी दफ्तर पहुंचीं।
ईडी वाड्रा से जुड़ी अवैध संपत्तियों और लैंड डील केस की जांच कर रहा है। पूछताछ के लिए उन्हें बुधवार को समन भेजा गया था। उनसे लंदन, एनसीआर, बीकानेर समेत कई जगहों पर खरीदी गई जमीनों के मामले में पूछताछ होगी।
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ईडी दफ्तर जाने से पहले वाड्रा ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा। जिसमें उन्होंने कहा, 'मैंने देश की न्यायपालिका में अपना विश्वास बनाए रखा है। मैंने सभी सरकारी एजेंसियों के सभी समन/ नोटिस का बखूबी पालन किया है।
अब तक मैं 11 बार जा चुका हूं और लगभग 70 घंटे की पूछताछ में सहयोग दिया है। भविष्य में भी मैं हमेशा की तरह सहयोग करूंगा, जब तक कि मेरा नाम सभी झूठे आरोपों से हट नहीं जाता।'
सूत्रों के अनुसार आज ईडी की टीम रॉबर्ट वाड्रा से उनकी लंदन स्थित संपत्ति और उनके करीबी संजय भंडारी के बारे में सवाल पूछ सकती है। ईडी का कहना है कि लंदन वाली संपत्ति को गलत तरीके से खरीदा गया है और इसमें कालेधन का प्रयोग किया गया है। यह पूरा मामला विदेशों में स्थित रॉबर्ट वाड्रा की संपत्तियों से जुड़ा है। जिसमें टैक्स से बचने के लिए अघोषित विदेशी संपत्ति होने का भी आरोप है।
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वाड्रा की बेनामी संपत्तियों को लेकर ईडी जांच कर रही है। जिसमें दुबई के जुमेराह में 14 करोड़ का विला और लंदन के ब्रायनस्टन स्कवायर में एक फ्लैट शामिल है जिसकी कीमत 26 करोड़ रुपये है। पहले भी इन संपत्तियों को लेकर उनसे पूछताछ की जा चुकी है।
जुमेराह विला और लंदन के फ्लैट को खरीदने के लिए हुई कथित बेनामी लेन-देन के विवरण उनसे फरवरी में साझा किए गए थे। तब ईडी ने लगातार तीन दिनों तक उनसे पूछताछ की थी।
जब उनसे पूछा गया था कि वह स्काईलाइट इनवेस्टमेंट एफजेडई कंपनी में जमा इतनी बड़ी रकम के स्रोत के बारे में बताए तो उन्होंने इसका जवाब देने से मना कर दिया था। यह कंपनी वाड्रा की स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड जैसी है जो भारत से संचालित होती है।
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