RSS: अब देश में बुरी चीजों के मुकाबले अच्छी चीजों पर 40 प्रतिशत अधिक चर्चा होने लगी है, संघ प्रमुख का विपक्ष पर तंज

RSS: संघ प्रमुख ने कहा कि हमें कई बार नकारात्मक चर्चा सुनने को मिलती है। लेकिन जब हम देशभ्रमण पर निकलते हैं, तो हमें मिलता है कि भारत में अच्छी चीजें हो रही हैं उसपर बुरीचीजों की तुलना में 40 गुना अधिक चर्चा हो रही है।

Anant Shukla
Published on: 23 July 2023 10:17 AM GMT (Updated on: 23 July 2023 5:10 PM GMT)
RSS: अब देश में बुरी चीजों के मुकाबले अच्छी चीजों पर 40 प्रतिशत अधिक चर्चा होने लगी है, संघ प्रमुख का विपक्ष पर तंज
X
rss chief mohan bhagwat Inaugurates of Suvarna Hospital in Mumbai (Photo-Social Media)

RSS: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत रविवार को मुंबई के कांदिवली में सुवर्णा अस्पताल का उद्घाटन करते हुए सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि अब देश में बुरी चीजों के मुकाबले अच्छी चीजों पर 40 प्रतिशत अधिक चर्चा होने लगी है। इस दौरान उनके साथ महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि हमें कई बार नकारात्मक चर्चा सुनने को मिलती है। लेकिन जब हम देशभ्रमण पर निकलते हैं, तो हमें मिलता है कि भारत में अच्छी चीजें हो रही हैं उसपर बुरी चीजों की तुलना में 40 गुना अधिक चर्चा हो रही है।

विपक्ष पर साधा निशाना

मोहन भागवत ने कहा कि वर्तमान में देश के तरक्की का प्रमुख कारण सरकार की नीतियां और सरकार में मौजूद जिम्मेदार लोग की वजह से है। इसके बाद उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि सभी चीजें सुचारु रूप से चल रहीं हैं क्योंकि कुछ लोग हैं कि कुछ नहीं करते । यदि वे करेंगे तो अवश्य ही दिक्कत होगी। भागवत ने कहा कि वर्तमान में सीर्फ रोटी कपड़ा मकान ही नहीं इसके अलावा शिक्षा और स्वास्थ्य भी आवश्यक हो गए हैं। अच्छा या बुरा तय करने का दो पैमाना होता है पहला जो दिखाई देता है और दूसरा पैमाना कुछ ऐसा होता है कि जो असल में होता है। कोई इसे ऐसे दिखा सकता है कि यह हो गया है, भले ही वह नहीं हुआ हो।

लोगों में देश प्रेम की भावना पहले की तुलना बढ़ी

उन्होंने कहा कि लोगों में भारत को गौरवान्वित होते देखने की इच्छा 40 साल पहले की तुलना में वर्तमान में अधिक प्रबल हो गया है। ऐसी इच्छाएं बढ़नी। हम विकास के पथ पर बढ़ रहे हैं। लेकिन अभी उतने ताकतवर नहीं हुए हैं। लेकिन अभी भी कुछ लोग हैं जो हमें आगे बढ़ता हुआ नहीं देख सकते।

Anant Shukla

Anant Shukla

Next Story