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सावधान पाकिस्तान: कश्मीर के लिए भारत के साथ आया ये देश

कश्मीर में विदेशी राजदूतों के दौरे के बाद रूस ने भारत का समर्थन करते हुए कहा कि यह भारत का आंतरिक मामला है। उसकी नीतियों पर शक नहीं।

Shivani Awasthi
Published on: 17 Jan 2020 3:16 PM IST
सावधान पाकिस्तान: कश्मीर के लिए भारत के साथ आया ये देश
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दिल्ली: हाल ही में कश्मीर में विदेशी राजदूतों का दौरा हुआ था, जिसे लेकर अब रूस ने अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए भारत का समर्थन किया है। रूसी राजदूत ने कश्मीर को भारत का आंतरिक मामला बताते हुए इसपर हस्तक्षेप करने वाले देशो को दो टुक जवाब दिया है। वहीं ये भी कहा कि उन्हें भारत की नीतियों पर कोई संदेह नहीं है। बता दें कि रूस के इस बयान के साथ उन्होंने अप्रत्यक्ष तौर पर अमेरिका पर निशाना साधा है।

रूसी राजदूत ने कश्मीर पर भारत का किया समर्थन:

रूसी राजदूत निकोले कूदाशेव ने कश्मीर पर भारत की नीति पर के साथ खड़े होने का ऐलान करते हुए कहा कि यह भारत का आंतरिक मुद्दा है, न की रूस का मुद्दा। दरअसल, रूसी राजदूत कुदाशेव से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कश्मीर मुद्दे पर सवाल किया गया। इस पर उन्होंने अन्य देशों को दो टुक जवाब देते हुए भारत का साथ दिया।

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बता दें कि पाकिस्तान के अलावा चीन कश्मीर के मुद्दे को यूएन में उठाने की कोशिश में है। इस पर रूसी राजदूत ने कहा, 'हम कभी भी इसे (कश्मीर मुद्दे) संयुक्त राष्ट्र में लाने के पक्ष में नहीं रहे हैं। ये पूरी तरह से द्विपक्षीय मुद्दा है।'

विदेशी राजदूतों ने किया था कश्मीर दौरा:

गौरतलब है कि हाल में ही कश्मीर में विदेशी राजदूतों का दौरा हुआ, जिसमें रूस शामिल नहीं हुआ था। उनके इस दौरे में शामिल न होने की वजह पर पूछे गये सवाल पर रूसी राजदूत ने कहा, 'ऐसा कोई कारण नहीं है कि मैं यात्रा करूं। ये भारत का आंतरिक मामला है। ये हमारे लिए मुद्दा नहीं है। कुदाशेव ने अप्रत्यक्ष तौर पर अमेरिका पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन्हें भारत की नीतियों को लेकर कोई संदेह है, वही कश्मीर जाएं।

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नौसैनिक अभ्यास पर भी भारत का साथ:

इसके अलावा रूसी दूतावास में डिप्टी चीफ ऑफ मिशन (DCM) रोमन बाबुशकिन ने भी भारतीय नौसेना के साथ अच्छे सम्पर्क होने की बात कही। दरअसल, रूस चीन और ईरान संयुक्त नौसैनिक अभ्यास कर रहे हैं। ऐसे में भारत को इस साझा अभ्यास के लिए न्योता नहीं दिए जाने के सवाल पर बाबुशकिन ने कहा, वो इसे देखेंगे कि ऐसा क्यों हुआ। बाबुशकिन ने ये भी कहा कि किसी भी तरह के प्रतिबंध हमारे (रूस-भारत) संबंधों को प्रभावित नहीं कर सकते।

उन्होंने भारत की नीतियों की तारीफ करते हुए कहा कि भारत की नीति किसी को नियंत्रित करने की नहीं रही है। हम भारत की इसी नीति पर आगे बढ़ते देखना चाहते हैं।

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Shivani Awasthi

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