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SCO बैठक में NSA अजीत डोभाल ने चीन को सुनाई खरी-खरी, पाकिस्तान को भी लताड़ा...आतंकवाद पर करारा वार

SCO NSA Meeting: शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) 2001 में स्थापित एक इंटर गवर्नमेंटल ऑर्गनाइजेशन है। SCO में 8 सदस्य देश शामिल हैं। आज हुई बैठक में NSA अजीत डोभाल ने पाक और चीन को आड़े हाथों लिया।

Aman Kumar Singh
Published on: 29 March 2023 5:19 PM GMT (Updated on: 29 March 2023 5:34 PM GMT)
SCO बैठक में NSA अजीत डोभाल ने चीन को सुनाई खरी-खरी, पाकिस्तान को भी लताड़ा...आतंकवाद पर करारा वार
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NSA अजीत डोभाल (Social Media)

SCO NSA Meeting: शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation) के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों और शीर्ष अधिकारियों के साथ भारत ने बुधवार (29 मार्च) को बैठक की। SCO मीटिंग में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल (NSA Ajit Doval) ने अपना पक्ष रखा। उन्होंने आतंकवाद की निंदा की। बोले, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए किसी भी तरह का आतंकवाद खतरनाक है।

एनएसए अजीत डोभाल ने आगे कहा कि, 'सभी देशों को आतंकवाद (Ajit Doval on Terrorism) से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों सहित 'काउंटर टेररिज्म प्रोटोकॉल' के प्रति अपने कर्तव्य को पूरा करना है। अजीत डोभाल ने ये भी कहा कि, वैश्विक सुरक्षा के मद्देनजर हाल के वर्षों में कई चुनौतियां सामने आई है। डोभाल ने बताया कि चुनौतियों की वजह से शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) भी प्रभावित हुआ है। इसके अतिरिक्त NSA डोभाल ने कहा, बैठक में शामिल सदस्य देशों को एक-दूसरे की एकता, अखंडता और सीमाओं का सम्मान करना चाहिए।'

डोभाल बोले- क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान हो

एससीओ मीटिंग में अजीत डोभाल ने पाकिस्तान और चीन को आड़े हाथों लिया। दोनों पड़ोसी देशों पर निशाना साधते हुए एनएसए ने कहा, क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना चाहिए। आसपास के क्षेत्रों में एकतरफा सैन्य गतिविधियां नहीं करना चाहिए। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित एनएसए मीटिंग को संबोधित करते हुए अजीत डोभाल ने शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों से क्षेत्रीय संपर्क की व्यवस्था पर जोर दिया।

CPEC को ध्यान में रखकर दिया बयान

SCO के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए अजीत डोभाल ने क्षेत्रीय संपर्क की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, इस तरह की पहल परामर्शी और पारदर्शी होनी चाहिए। सभी देशों की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए। उनकी टिप्पणी चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे अर्थात CPEC के भारत के लगातार विरोध के आलोक में महत्व रखती है। क्योंकि, यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरता है।

बैठक में रूस सहित ये देश भी हुए शामिल

रूस (Russia) से मिली ख़बरों के अनुसार, रूस के सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पातृशेव (Nikolai Patrushev) ने भी इस बैठक में हिस्सा लिया है। इसके अलावा, मीटिंग में कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारी तथा एससीओ के क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी संरचना (आरएटीएस) के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में चीन और पाकिस्तान के अधिकारियों ने वर्चुअली हिस्सा लिया। आपको बता दें, शंघाई सहयोग संगठन (SCO) 2001 में स्थापित एक इंटर गवर्नमेंटल ऑर्गनाइजेशन है।

Aman Kumar Singh

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