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दिग्गज नेता ने दिया इस्तीफा, इस पार्टी को लगा तगड़ा झटका
वाघेला ने जनसंघ के साथ अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी। जब जनता पार्टी बनी तो भी वे उसके साथ थे। जनता पार्टी के टूटने के बाद वे भारतीय जनता पार्टी (BJP) में एक वरिष्ठ नेता की हैसियत से पहचाने जाते थे।
नई दिल्ली: गुजरात की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के राष्ट्रीय महासचिव पद और सक्रिय सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार और महासचिव प्रफुल्ल पटेल को लिखे एक पत्र में उन्होंने अपने इस्तीफे की जानकारी दी है। इस पत्र को उन्होंने ट्विटर (Twitter) पर पोस्ट कर, अपने इस्तीफे की सार्वजनिक घोषणा भी की।
वाघेला ने इस्तीफा देने की बतायी ये वजह
वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला ने हालिया राजनीतिक घटनाओं और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं और तालुका-जिले और राज्यों के पदाधिकारियों के पार्टी से असंतुष्ट होने को अपने इस्तीफे की वजह बताया है। बता दें कि पिछले दिनों एक ऐसी रिपोर्ट सामने आई थी जिसमें बताया गया था कि शंकर सिंह वाघेला NCP से नाराज चल रहे थे। मिली जानकारी के अनुसार, शंकर सिंह वाघेला गुजरात में NCP अध्यक्ष के तौर पर जयंत पटेल उर्फ बोस्की की नियुक्ति के बाद से पार्टी से नाराज थे।
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ऐसी है वाघेला की राजनीतिक यात्रा
वाघेला ने जनसंघ के साथ अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी। जब जनता पार्टी बनी तो भी वे उसके साथ थे। जनता पार्टी के टूटने के बाद वे भारतीय जनता पार्टी (BJP) में एक वरिष्ठ नेता की हैसियत से पहचाने जाते थे। लेकिन 1996 में उन्होंने अपने रास्ते भारतीय जनता पार्टी से अलग कर लिए और ‘राष्ट्रीय जनता पार्टी’ की स्थापना की।
वाघेला, 1996-97 में गुजरात के मुख्यमंत्री भी रहे
इस दौरान वे 1996-97 में गुजरात के मुख्यमंत्री भी रहे। बाद में उन्होंने कांग्रेस (Congress) में अपनी पार्टी का विलय कर दिया। लेकिन 2017 में उन्होंने कांग्रेस भी छोड़ दी और विपक्ष के नेता के पद से भी इस्तीफा दे दिया।
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इसके बाद उन्होंने ‘जन विकल्प मोर्चा’ नाम से एक नई पार्टी बनाई। इस पार्टी के साथ ही उन्होंने 2017 के चुनावों में भाग लिया लेकिन उनकी पार्टी कोई भी सीट जीतने में असफल रही। जिसके बाद 2019 में वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल हो गये थे।