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इस शूटर ने गृहमंत्री को खून से खत लिखकर निर्भया के दोषियों के लिए की ये मांग

अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शूटर वर्तिका सिंह चर्चा में हैं। इसकी वजह खून से लिखा उनका एक खत है। जो उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखा है।जिसमें उन्होंने निर्भया के दोषियों को महिला द्वारा फांसी दिए जाने की मांग की है।

Aditya Mishra
Published on: 15 Dec 2019 6:47 AM GMT
इस शूटर ने गृहमंत्री को खून से खत लिखकर निर्भया के दोषियों के लिए की ये मांग
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लखनऊ: अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शूटर वर्तिका सिंह चर्चा में हैं। इसकी वजह खून से लिखा उनका एक खत है। जो उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखा है। जिसमें उन्होंने निर्भया के दोषियों को महिला द्वारा फांसी दिए जाने की मांग की है।

अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शूटर वर्तिका सिंह ने पत्र में लिखा है कि निर्भया मामले के दोषियों को फांसी मेरे द्वारा दी जानी चाहिए। मैं निर्भया मामले के दोषियों को फांसी पर लटकाना चाहती हूं। यह पूरे देश में संदेश देगा कि एक महिला भी फांसी दे सकती हैं। मैं चाहती हूं कि महिला कलाकार और सांसद मेरा समर्थन करें। मुझे उम्मीद है कि इससे समाज में बदलाव आएगा।’

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आज से सात साल पहले 16 दिसंबर, 2012 की रात एक चलती बस में छह लोगों ने निर्भया के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। इससे देशभर में आक्रोश पैदा हो गया था। सरकार ने दुष्कर्म संबंधी कानून और सख्त किए। दुष्कर्म के छह दोषियों में से एक नाबालिग था।

उसे बाल सुधार गृह में भेज दिया गया और बाद में रिहा कर दिया गया। एक दोषी ने जेल में ही आत्महत्या कर ली थी। बाकी चार को फांसी की सजा हुई है। इनमें से एक ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका लगाई है, जिस पर 17 दिसंबर को सुनवाई होगी।

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जल्लाद पवन ने कही ये बड़ी बात

जल्लाद पवन ने शनिवार को एक इंटरव्यू में कहा, 'अब मैं मोबाइल पर या फिर मीडिया से तब तक ज्यादा बात नहीं करूंगा, जब तक निर्भया हत्याकांड के चारों मुजरिमों की मौत की सजा पर कोई अंतिम फैसला नहीं आ जाता। '

एक सवाल के जवाब में पवन ने कहा, 'दरअसल मैं अब तक मीडिया से इस मुद्दे पर खुलकर बात कर रहा था। मेरी भी दिली ख्वाहिश है कि मैं ही निर्भया के हत्यारों को फांसी के फंदे पर झुलाने पहुंचू।

मामला बेहद पेचीदा और संवेदनशील है। जब से तिहाड़ जेल प्रशासन ने बेहद गोपनीय तरीके से उत्तर प्रदेश जेल प्रशासन से जल्लाद को लेकर बातचीत शुरू की है, तब से मुझ पर काफी कुछ पाबंदियां लगा दी गई हैं। '

ये पाबंदियां किसने और कब से लगाई हैं? पवन ने कहा, 'मेरठ जेल के अफसरों ने सलाह दी है कि मैं अब कुछ दिनों तक किसी से ज्यादा बातचीत न करूं। साथ ही भीड़-भाड़ से दूर रहूं। शहर के बाहर भी कहीं न आऊं-जाऊं. अपनी सेहत का ख्याल रखूं। '

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Aditya Mishra

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