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मानसून सत्र से पहले सोनिया गांधी और राहुल गए विदेश, ये है बड़ी वजह

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी संसद के मानसून सत्र के पहले चरण में शामिल नहीं होंगे। सोनिया गांधी इलाज के लिए विदेश गई हैं। उनके साथ उनके बेटे राहुल गांधी भी उनके साथ गए हैं।

Newstrack
Published on: 12 Sep 2020 5:37 PM GMT
मानसून सत्र से पहले सोनिया गांधी और राहुल गए विदेश, ये है बड़ी वजह
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सोनिया गांधी और राहुल गांधी संसद के मानसून सत्र के पहले चरण में शामिल नहीं होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इलाज के लिए विदेश गई हैं। उनके साथ उनके बेटे राहुल गांधी भी गए हैं।

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी संसद के मानसून सत्र के पहले चरण में शामिल नहीं होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इलाज के लिए विदेश गई हैं। उनके साथ उनके बेटे राहुल गांधी भी गए हैं। खबरों के मुताबिक, सोनिया गांधी रुटीन जांच कराने के लिए दो सप्ताह के लिए विदेश गई हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर सोनिया गांधी और राहुल गांधी के विदेश जाने की जानकारी दी है। उन्होंने ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी चिकित्सा जांच के लिए आज विदेश गई हैं। यह चिकित्सा जांच महामारी के कारण टल गई थी। उनके साथ राहुल गांधी भी गए हैं।

उन्होंने कहा कि इस मौके पर हम उनकी अच्छी सेहत के लिए कामना करते हैं। विदेश जाने से पहले सोनिया गांधी ने शुक्रवार को संगठन में बड़ा फेरबदल किया है।

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मिली जानकारी के मुताबिक, सोनिया गांधी ने संसदीय रणनीति समूह के साथ बैठक की है। इस बैठक में उन मुख्य मुद्दों पर चर्चा हुई जो राष्ट्र को प्रभावित कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने दोनों सदनों में बेहतर समन्वय के लिए स्पष्ट निर्देश दिए हैं।



उन्होंने गुलाम नबी आजाद समेत चार अन्य वरिष्ठ नेताओं की भी महासचिव पद से छुट्टी कर दी। पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) का भी पुनर्गठन किया गया है।

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कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बयान बताया था कि आजाद, मोतीलाल वोरा, अंबिका सोनी और मल्लिकार्जुन खड़गे को महासचिव पद से हटा दिया गया है। गौरतलब है कि संगठनात्मक बदलाव को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में गुलाम नबी आजाद शामिल थे। हालांकि पार्टी ने आजाद को कार्य समिति में जगह दी है।

इसके साथ ही कांग्रेस ने चिट्ठी विवाद के बाद 24 अगस्त को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में बनी सहमति के बाद एक छह सदस्यों वाली विशेष समिति भी गठित की है। यह समिति पार्टी के संगठन और कामकाज से जुड़े मामलों में सोनिया गांधी की मदद करेगी। इस विशेष समिति में एके एंटनी, अहमद पटेल, अंबिका सोनी, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक और रणदीप सिंह सुरजेवाला को शामिल किया गया है। सुरजेवाला और तारिक अनवर को पार्टी के नए महासचिव नियुक्त किया गया है।

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बता दें कि संसद के मानसून सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है। इस बार सत्ता पक्ष और विपक्ष में तकरार होने की संभावना है। दोनों तरफ से पूरी तैयारी है।

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