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लालू के लाल का कमाल: राजद ऑफिस में खुद करने लगे ये काम, देखकर सभी रह गए हैरान

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कमर कस ली है। शनिवार को अचानक पटना स्थित राजद ऑफिस पहुंचे तेजस्वी ऐसा काम करने लगे जिसे देखकर पार्टी के कार्यकर्ता भी हैरान रह गए।

Roshni Khan
Published on: 6 Jun 2020 7:13 PM IST
Bihar Politics
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अब बिहार में महिला वोट बैंक की लड़ाई,नीतीश और BJP को घेरने के लिए तेजस्वी का बड़ा सियासी दांव (social media)

पटना: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कमर कस ली है। शनिवार को अचानक पटना स्थित राजद ऑफिस पहुंचे तेजस्वी ऐसा काम करने लगे जिसे देखकर पार्टी के कार्यकर्ता भी हैरान रह गए। तेजस्वी ने कार्यकर्ताओं की मदद से खुद पोस्टर और होर्डिंग लगाकर नीतीश सरकार से विभिन्न सवालों का जवाब मांगा।

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कार्यकर्ताओं की मदद से होर्डिंग- पोस्टर लगाए

कोरोना संकट के इन दिनों में तेजस्वी नीतीश सरकार पर हमला करने का कोई मौका नहीं चूक रहे हैं। पुलिस मुख्यालय की ओर से श्रमिकों को राज्य की कानून व्यवस्था के लिए खतरा बताने की चिट्ठी पर उन्होंने नीतीश सरकार पर बड़ा हमला बोला था। शनिवार को उन्होंने राजद ऑफिस पहुंचकर इस चिट्ठी से जुड़े होर्डिंग और पोस्टर कार्यकर्ताओं की मदद से खुद लगाए। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि श्रमिकों का अपमान करने वाली बिहार सरकार के खिलाफ जिलों के हर गली-मोहल्लों और पंचायतों में बैनर-पोस्टर लगाकर अपना विरोध जताएं।

बिहार सरकार को बताया मजदूर विरोधी

राजद नेता तेजस्वी यादव ने पुलिस मुख्यालय की उस चिट्ठी पर कड़ी आपत्ति जताई है जिसमें कहा गया है कि प्रवासी मजदूर परेशानी में होने के कारण कुछ गलत कदम भी उठा सकते हैं और इससे कानून-व्यवस्था की स्थिति के लिए संकट पैदा हो सकता है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार सरकार मजदूर विरोधी है और यही कारण है कि वह मजदूरों को अपराधी समझती है।

तेजस्वी को मिला हमले का बड़ा मौका

हालांकि पुलिस मुख्यालय की ओर से यह पत्र वापस लिया जा चुका है मगर इस पत्र ने तेजस्वी को बिहार सरकार को घेरने का बड़ा मौका दे दिया है। उनका कहना है कि पत्र को वापस ले लेने से मानसिकता नहीं बदल जाती। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि 7 जून को थाली और कटोरा बजाकर बिहार सरकार के प्रति अपना विरोध जताएं। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार को यह बताना चाहिए कि अगर श्रमिक परेशानी में हैं तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है। उन्होंने भाजपा पर भी हमला करते हुए कहा कि एक और तो कोरोना संकट के कारण राज्य के लोग तमाम दिक्कतों का सामना कर रहे हैं और दूसरी ओर भाजपा चुनावी तैयारियों में जुटी हुई है। उसे राज्य के लोगों की कोई चिंता नहीं है।

चुनाव से पहले ही महागठबंधन में खींचतान

इस बीच बिहार महागठबंधन सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। विधानसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आने के साथ ही महागठबंधन में घमासान छिड़ गया है और महागठबंधन में शामिल सभी दल ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करने की कोशिश में जुट गए हैं। कांग्रेस ने इस बार महागठबंधन में ज्यादा सीटों की मांग करते हुए कहा कि कांग्रेस में ही नेतृत्व करने की क्षमता है। इसलिए ज्यादा सीटों के साथ ही महागठबंधन का नेतृत्व भी कांग्रेस को ही सौंपा जाना चाहिए।

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कांग्रेस को जमीनी हकीकत की याद दिलाई

दूसरी ओर राजद नेताओं कांग्रेस के इस बदले तेवर से बौखला गए हैं। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि उसे राज्य की जमीनी हकीकत नहीं भूलनी चाहिए। उन्होंने तो यहां तक कह डाला कि राज्य में कांग्रेस की औकात ही क्या है। विधानसभा चुनाव से पहले ही महागठबंधन में शामिल इन दो प्रमुख दलों की बयानबाजी इस बात का साफ संकेत है कि आने वाले दिनों में सीटों को लेकर यह खींचतान और बढ़ने वाली है।

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