TRENDING TAGS :
Telangana CM Oath Ceremony: रेवंत रेड्डी ने ली सीएम पद की शपथ, भट्टी विक्रमार्क बनाए गए डिप्टी सीएम, पीएम मोदी ने दी बधाई
Telangana CM Oath Ceremony: रेवंत रेड्डी की आज तेलंगाना के मुख्यमंत्री के तौर पर ताजपोशी हुई। उनके साथ एक डिप्टी सीएम और 10 मंत्रियों ने शपथ लिया।
Revanth Reddy oath ceremony (photo: social media )
Telangana CM Oath Ceremony: देश के सबसे युवा राज्य तेलंगाना को आज नया निजाम मिल गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। वहीं,भट्टी विक्रमार्क ने डिप्टी सीएम की शपथ ली। शपथग्रहण समारोह राजधानी हैदराबाद के एल.बी स्टेडियम में हुआ। इस कार्यक्रम में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू समेत कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता शामिल हुए ।
समारोह में लगभग एक लाख लोग शामिल हुए। रेवंत रेड्डी के शपथ लेते ही भीड़ की ओर से जबरदस्त आवाज आई। सीएम पद की शपथ लेने से पहले बुधवार को रेवंत रेड्डी दिल्ली आए थे। यहां उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की और बधाई स्वीकार की।
इन मंत्रियों ने ली शपथ
सीएम रेवंत रेड्डी और डिप्टी सीएम भट्टी विक्रमार्क के अलावा 10 मंत्रियों ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली है। ये हैं - दामोदर राजनरसिम्हा, उत्तम कुमार रेड्डी, कोमाटी रेड्डी वेंकट रेड्डी, सीताक्का, पोन्नम प्रभाकर, श्रीधर बाबू, तुम्मला नागेश्वर राव, कोंडा सुरेखा और जुपल्ली कृष्णा पोंगुलेटी ।
Telangana New CM: रेवंत रेड्डी बनेंगे तेलंगाना के सीएम, इस दिन लेंगे शपथ
पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को बधाई दी है। उन्होंने एक्स पर अपने बधाई संदेश में लिखा, रेवंत रेड्डी गारू को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई। मैं राज्य की प्रगति और उसके नागरिकों के कल्याण के लिए हर संभव समर्थन का आश्वासन देता हूं।
5 दिसंबर को नाम पर लगी थी मुहर
3 दिसंबर को आए नतीजे ने तेलंगाना में पहली कांग्रेस सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त कर दिया। इसके बाद राज्य के पहले कांग्रेसी सीएम को लेकर माथापच्ची शुरू हुई। निसंदेह सबसे बड़े दावेदार प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी थे। लेकिन इसके अलावा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी और पूर्व सीएलपी नेता भट्टी विक्रमार्क जैसे नेता भी मजबूती से अपनी दावेदारी जता रहे थे।
5 दिसंबर को दिल्ली में इसको लेकर कांग्रेस पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार जैसे सीनियर नेता शामिल हुए। बैठक में रेवंत रेड्डी के मुहर लगाया गया गया। शाम में केसी वेणुगोपाल ने मीडिया के सामने स्पष्ट कर दिया कि तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी होंगे, वे सात दिसंबर को सीएम पद की शपथ लेंगे।

कौन हैं रेवंत रेड्डी ?
54 वर्षीय रेवंत रेड्डी का जन्म अविभाजित आंध्र प्रदेश के महबूबनगर में 1969 में हुआ था। उनका पूरा नाम अनुमुला रेवंत रेड्डी है। हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय से उन्होंने स्नातक तक की पढ़ाई की है। इसी दौरान वे बीजेपी की स्टूडेंट विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में शामिल हो गए। इसके बाद उन्होंने भगवा दल को अलविदा कह दिया और 2007 में वे पहली बार निर्दलीय विधान परिषद के सदस्य चुने गए।
इसके बाद उन्होंने चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी को ज्वाइन कर लिया और 2009 में विधानसभा का चुनाव कोडंगल सीट से लड़े। यहां उन्होंने कांग्रेस के कद्दावर नेता और पांच बार के विधायक गुरूनाथ रेड्डी को हराया। 2014 में एकबार फिर से विधायक बने। उन्हें तेलंगाना विधानसभा में टीडीपी का नेता सदन चुना गया। 2017 में उन्होंने एकबार फिर पाला बदला और कांग्रेस में शामिल हो गए। 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन हार गए।

हालांकि, अगले ही साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट से मलकाजगिरी से चुनाव मैदान में उतरे और जीत हासिल की। 2021 में कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें राज्य में पार्टी की कमान सौंप दी। इसके बाद साल 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उनके नेतृत्व में शानदार सफलता हासिल की। पार्टी को 119 में से 64 सीटों पर जीत दिलाई। वहीं, बीआरएस 39, बीजेपी 8 और एआईएमआईएम सात सीट ही जीत पाई। जबकि एक सीट सीपीआई के खाते में गई।