TRENDING TAGS :
इन पांच ने कश्मीर को बना दिया आतंक का गढ़, पढ़िए इनकी कहानी
आतंकियों को फंडिंग मामले में पटियाला हाउस कोर्ट ने अलगाववादी नेता यासीन मलिक की न्यायिक हिरासत को कोर्ट ने 23 अक्टूबर तक बढ़ा दी है। एनआईए ने आतंकवादियों को वित्तीय मदद मुहैया करान को लेकर 2017 के मामले में जेकेएलएफ चीफ यासीन मलिक समेत पांच लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है।
नई दिल्ली: आतंकियों को फंडिंग मामले में पटियाला हाउस कोर्ट ने अलगाववादी नेता यासीन मलिक की न्यायिक हिरासत को कोर्ट ने 23 अक्टूबर तक बढ़ा दी है।एनआईए ने आतंकवादियों को वित्तीय मदद मुहैया करान को लेकर 2017 के मामले में जेकेएलएफ चीफ यासीन मलिक समेत पांच लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। एनआईए ने अब इस मामले में दूसरी चार्जशीट दाखिल कर दी है।
टेरर फंडिंग मामले में अलगाववादी नेता यासीन मलिक, आसिया अंद्राबी, मसर्रत आलम, इंजीनियर राशिद और शब्बीर अहमद शाह के नाम शामिल हैं। चार्जशीट में इन पर अलग-अलग आरोप लगाए गए हैं।
यह भी पढ़ें...आखिर कांग्रेस में राहुल गांधी के खिलाफ कौन कर रहा है साजिश?
-एनआईए ने अपनी दूसरी चार्जशीट में बताया है कि यासीन मलिक और गिलानी उद्योगपतियों से फंड इकट्ठा करते थे। 2016 से इस पैसे को हिंसक आंदोलनों को बढ़ाने में खर्च किया गया। एनआईए ने अपने चार्जशीट में कहा गया है कि यासीन मलिक पाकिस्तान हाई कमीशन के नुमाइंदों से भी बात करता था।
यह भी पढ़ें...क्या परवेज मुशर्रफ की पाकिस्तान वापसी इमरान सरकार की विदाई का है संकेत?
-एनआईए ने मसरत आलम पर आरोप है कि ये घाटी के पत्थरबाजों का रिंग लीडर था। इसी के इशारे पर वहां के युवा सेना पर पत्थरबाजी करते थे। ये 2010 से लगातार पत्थरबाजों को तैयार करता था और रैलियों का भी आयोजन करता था। यह गिलानी के निर्देश पर काम करता था।
-एनआईए ने आसिया अंद्राबी पर भी धन जुटाने का आरोप लगाया है। आसिया विदेशों से और तमाम संगठनों से धन इकट्ठा करती थी।
यह भी पढ़ें...EXCLUSIVE: पाक सेना की खतरनाक साजिश, यहां तैयार कर रहा मानवबम
यासीन मलिक के घर से एनआईए को एक डिजिटल डायरी मिली थी जिसमें आतंकी हाफिज सईद के संगठन जमात उद दावा से पैसे लेने का जिक्र था। इसके अलावा यासीन मलिक के ई-मेल यानी हॉटमेल की आईडी से कई मेल मिले थे जिससे साफ जाहिर होता है कि यासीन मलिक लश्कर और तहरीक उल मुजाहिद्दीन के सम्पर्क में था। एनएआई इन सभी के यहां टेरर फंडिंग के सबूत मिले हैं।