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देश पर नया खतरा: ये आतंकी संगठन चर्चा में, सुरक्षा एजेंसियों के लिए बना चुनौती

पूरे देश में सनसनी फैला देने वाली इन दो बड़ी घटनाओं के बाद देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी एनआईए भी जैश-उल-हिंद की बारे में पड़ताल करने में जुट गई है।

Shivani Awasthi
Published on: 1 March 2021 12:32 PM IST
देश पर नया खतरा: ये आतंकी संगठन चर्चा में, सुरक्षा एजेंसियों के लिए बना चुनौती
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अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली। हाल के दिनों में दो बड़ी घटनाओं की जिम्मेदारी लेने के बाद आतंकी संगठन जैश-उल-हिंद इन दिनों काफी चर्चाओं में है। इस संगठन ने देश के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित घर के बाहर विस्फोटकों से भरी गाड़ी खड़ी करने के मामले की जिम्मेदारी ली है। इससे पहले दिल्ली में इजरायली दूतावास के बाहर हुए धमाके की जिम्मेदारी भी इसी संगठन ने ली थी।

इन दो घटनाओं के बाद आतंकी संगठन जैश-उल-हिंद सुरक्षा और जांच एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है और एजेंसियां इस आतंकी संगठन की कुंडली खंगालने में जुट गई हैं। माना जा रहा है कि इस आतंकी संगठन के तार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े हो सकते हैं।

खंगाली जा रही जैश-उल-हिंद की कुंडली

पूरे देश में सनसनी फैला देने वाली इन दो बड़ी घटनाओं के बाद देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी एनआईए भी जैश-उल-हिंद की बारे में पड़ताल करने में जुट गई है। एनआईए इस बात की खोजबीन में जुटी हुई है कि संगठन के तार किस-किससे जुड़े हुए हैं।

सूत्रों के मुताबिक इजरायली दूतावास के बाहर धमाके की घटना के बाद मुंबई में मुकेश अंबानी के घर के बाहर धमाके करके देश में दहशत फैलाने की साजिश रची गई थी।

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पहले किसी घटना में नहीं आया नाम

जैश-उल-हिंद जांच एजेंसियों के लिए इसलिए भी पहेली बना हुआ है क्योंकि पहले किसी बड़ी घटना में इस संगठन का नाम नहीं आया था। इजराइली दूतावास के बाहर ब्लास्ट की घटना में पहली बार संगठन का नाम सामने आया था।

Mukesh Ambani Residence

दिल्ली में 29 जनवरी को इजरायली दूतावास के बाहर धमाके में करीब 5 गाड़ियों को नुकसान पहुंचा था। यह धमाका तब हुआ था जब कुछ ही दूरी पर बीटिंग रीट्रीट का कार्यक्रम चल रहा था और देश के बड़े वीआईपी कार्यक्रम में मौजूद थे।

बाद में जैश-उल-हिंद ने दावा किया था कि उसने इसरायली दूतावास के पास धमाका कराया है। खुफिया एजेंसियों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर एक चैट से जैश-उल-हिंद के इस घटना को अंजाम देने की बात पता चली थी।

पाकिस्तान से मिल रही है मदद

अब जांच एजेंसियां संगठन की कुंडली खंगालने में जुट गई हैं। सूत्रों के मुताबिक अभी तक की जानकारी के अनुसार जैस-उल-हिंद एक कट्टर इस्लामिक आतंकी संगठन है। जांच एजेंसियों को इस बात का शक है कि यह संगठन एक सेल्फ मोटिवेटेड मॉड्यूल है जो बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर अपनी पहचान बनाने की कोशिश में जुटा हुआ है।

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जानकारों के मुताबिक ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि संगठन के तार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े हो सकते हैं। इस आतंकी संगठन की ओर से जिस तरह के विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया है और इसके काम करने के तरीके से इसके तार सरहद पार पाकिस्तान से जुड़े होने का संकेत हैं। हालांकि संगठन की विचारधारा अलकायदा से जुड़ी मानी जा रही है।

Terrorsit

संगठन से जुड़े हैं कट्टरपंथी युवा

जांच एजेंसियां का मानना है कि हाल में बने इस संगठन से अधिकांश कट्टरपंथी सोच वाले नौजवान जुड़े हुए हैं। ये नौजवान तकनीकी जानकारी रखने वाले हैं। साथ ही विस्फोटक हासिल करने में भी उन्हें ज्यादा कठिनाई नहीं होती है।

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उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर विस्फोटक से भरी गाड़ी के मामले में भी इसी संगठन का नाम सामने आया है। इस संगठन ने टेलीग्राम ऐप के जरिए इस बात की जिम्मेदारी ली है।

जांच एजेंसी को दी धमकी

आतंकी संगठन की ओर से मैसेज के जरिए जांच एजेंसी को चुनौती भी दी गई है। इस धमकी में कहा गया है कि रोक सकते हो तो रोक लो। तुम उस समय भी कुछ नहीं कर पाए थे जब हमने तुम्हारी नाक के नीचे दिल्ली में तुम्हें हिट किया था। तुमने मोसाद के साथ हाथ मिलाया है, लेकिन कुछ नहीं कर सके और बुरी तरह फेल साबित हुए।

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बड़ी घटनाओं को अंजाम देने की साजिश

सूत्रों के मुताबिक हाल के दिनों में देश में हुई दो बड़ी घटनाओं में इस आतंकी संगठन का नाम आने के बाद यह बात साफ है कि आने वाले दिनों में भी इस संगठन की ओर से कुछ और बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया जा सकता है।

यही कारण है कि सुरक्षा एजेंसियां इस संगठन को लेकर काफी सतर्क हो गई है। जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में आतंकी घटनाओं में गिरावट आई हैं मगर यह आतंकी संगठन सुरक्षा एजेंसियों के लिए सिरदर्द दिख रहा है।



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Shivani Awasthi

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