TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

तीन हजार दलित नए साल में बनेगे मुसलमान, भेदभाव का लगाया आरोप

Shivani Awasthi
Published on: 26 Dec 2019 4:07 PM IST
तीन हजार दलित नए साल में बनेगे मुसलमान, भेदभाव का लगाया आरोप
X

भारत में धर्म और जाति के आधार पर भेदभाव का आरोप समय समय पर लगता रहा है। लेकिन अब हजारों की संख्या में दलितों (Dalits) ने एक बड़ा कदम उठाने का फैसला लिया है। तीन हजार दलित मुसलमान बनने की दिशा में चल पड़े हैं। दलितों ने ऐलान किया है कि वे सब इस्लाम कबूल करेंगे।

दलित संगठन ने की घोषणा:

दरअसल, तमिलनाडू के कोयंबटूर में दलितों ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए धर्मांतरण कराने का ऐलान किया है। ये घोषणा राज्य के तमिल पुलिगल काची के सदस्यों ने बैठक के बाद की। इस बारे में संगठन के जिला अध्यक्ष इलवेनिल ने जानकारी दी।

दीवार ढहने से 17 दलितों की जान जाने के बाद लिया फैसला:

उन्होंने कहा कि यह फैसला मेत्तुपलायम की दीवार ढहने की घटना में दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं किए जाने के बाद लिया गया। गौरतलब है कि 2 दिसंबर को दीवार गिरने से 17 दलितों की मौत हो गयी थी। वहीं इस घटना के बाद उस दीवार को 'अछूत दीवार' का नाम दिया गया।

हो जाएं सावधान: धर्म के लिए कर रहे ये काम, तो अब मिलेगी कड़ी सजा

प्रशासन की कार्रवाई से नाराज है दलित:

आरोप है कि दुर्घटना के जिम्मेदार आरोपी को गिरफ्तार तो किया गया लेकिन कार्रवाई के 20 दिन के भीतर ही उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया। इतना ही नहीं मामले में न्याय की गुहार लगाते हुए जिन लोगों ने प्रदर्शन किया उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

भेदभाव का लगाया आरोप:

इलवेनिल ने दलितों के साथ हो रहे अत्याचार और भेदभाव का मुद्दा उठाते हुए कहा, 'हम पर अत्याचार किया जा रहा है। हिंदुत्व में हम पर अत्याचार जारी है। हमने 3000 लोगों को इकट्ठा किया है और इस्लाम धर्म कबूल करने का फैसला किया है।'

पांच जनवरी को कबुलेंगे इस्लाम:

बता दें कि उनके इस ऐलान के बाद पुलिस प्रशासन समेत सरकार में भी खलबली मच गयी है। बताया जा रहा है कि पहले 100 लोग धर्म परिवर्तन करेंगे और इस्लाम कबूल करेंगे। दलित ये कदम पांच जनवरी को उठाएंगे। जानकारी के मुताबिक़ प्रशासन दलित संगठन से बात करके उनकी समस्या का समाधान निकालने का प्रयास करेंगा। वहीं धर्मांतरण न करने को लेकर समझायेगा।

ये भी पढ़ें: आज ही के दिन समुंदर में समा गयीं थीं लाखों चींखें, दिख रहा था सिर्फ तबाही का मंज़र



\
Shivani Awasthi

Shivani Awasthi

Next Story