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Tomato Price Update: यहां मिलेगा सबसे सस्ता टमाटर, 70 रूपये से भी कम होगी कीमत, लोगों में खुशी की लहर
Tomato Price in India: ऐसे समय में जब उपभोक्ताओं के बीच टमामटर की कीमतों को लेकर त्राहिमाम मचा हुआ है, तमिलनाडु सरकार ने बड़ा राहत भरा ऐलान किया है।
Tomato Price in tamil Nadu: टमाटर और अदरक जैसी सब्जियों की कीमत को लेकर इन दिनों देश में हाहाकार मचा हुआ है। कीमतें इतनी अधिक चढ़ चुकी है कि ये आम लोग के बजट से गायब हो चुकी है। कम आय वर्ग के लोगों ने किचन के आइटम में अब टमाटर को शामिल करना ही छोड़ दिया है। ऐसे समय में जब उपभोक्ताओं के बीच टमामटर की कीमतों को लेकर त्राहिमाम मचा हुआ है, तमिलनाडु सरकार ने बड़ा राहत भरा ऐलान किया है।
एक तरफ जहां देश के अधिकांश बाजारों में टमाटर की कीमत सेंचुरी लगा चुकी है, कुछ जगहों पर तो इसके डबल सेंचुरी के करीब पहुंचने की खबर है। तो वहीं दूसरी तरफ दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में टमाटर 70 रूपये से भी कम कीमत में मिलने जा रहा है। राज्य के सहकारिता विभाग ने 68 रूपये प्रति किलो टमाटर बेचने का निर्णय लिया है। इतना ही नहीं सरकार इसकी कीमत और घटाकर 60 रूपये प्रति किलो के दर पर लाने की कोशिश कर रही है।
तमिलनाडु सरकार बेचेगी टमाटर
आम विशेषकर कम आय वर्ग के उपभोक्ताओं के किचन से टमाटर दूर न हो इसके लिए तमिलनाडु की स्टालिन सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सहकारिता विभाग द्वारा संचालित फॉर्म फ्रेश आउटलेट्स (एफपीओ) पर 68 रूपये प्रति किलो के दर से टमाटर की बिक्री शुरू की जाएगी। राज्य के सहकारिता मंत्री पेरियाकरूप्पन ने कहा की कीमतों पर लगाम कसने के लिए सभी 62 एफपीओ और तीन मोबाइल फॉर्म फ्रेश आउटलेट में टमाटरों की बिक्री शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
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सहकारिता मंत्री ने टमाटर की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर जमाखोड़ी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि कीमतों में वृद्धि क्षणिक है, इस पर लगाम लगाने की तैयारी की जा रही है। बाजार में नई फसल के आने के साथ ही दाम गिर जाएंगे। पेरियाकरूप्पन ने कहा की राज्य सरकार टमाटर के अलावा अन्य प्रमुख सब्जियों को भी 60 रूपये प्रति किलो के दर से बेचने के लिए कदम उठा रही है।
टमाटर की कीमतों में आई तेजी की वजह
मीडिया में कई बार ऐसी खबरें सुर्खियां बनती रही हैं, जब टमाटर उत्पादक किसानों ने वाजिब कीमत न मिलने पर सैंकड़ों टन टमाटर को सड़क पर फेंक दिया या खेत में खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चला दी। ज्यादा पीछे न जाते हुए बीते माह यानी मई की ही बात करें तो यूपी, महाराष्ट्र, एमपी समेत अन्य टमाटर उत्पादक राज्यों के किसानों को अपनी फसल 2-5 रूपये प्रति किलो की दर से बेचना पड़ रहा था। इस बीच भीषण बारिश शुरू हो गई, जिससे खेतों में लगीं टमाटर की फसलें बर्बाद होने लगीं। बाजार में फसल के कम आवक होने से कीमतों में जोरदार इजाफा हुआ है। जानकारों का कहना है कि अगले एक माह यही स्थिति बनी रहेगी। बारिश के कम होने के बाद धीरे-धीरें कीमतें नीचे आएंगी।