भारत के खिलाफ चीन की बड़ी साजिश: ड्रैगन की खुली पोल, आतंकियों को दी पनाह

चीन भारत के विरोधियों को भी पनाह देने का काम कर रहा है। वह इन दिनों ULFA (I) का पनाहगार बना हुआ है। एक एफिडेविट में भारत सरकार की तरफ से यह दावा किया गया है।

Shreya
Published on: 7 Oct 2020 6:21 AM GMT
भारत के खिलाफ चीन की बड़ी साजिश: ड्रैगन की खुली पोल, आतंकियों को दी पनाह
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भारत के खिलाफ चीन की बड़ी साजिश: ड्रैगन की खुली पोल, आतंकियों को दी पनाह

नई दिल्ली: भारत के खिलाफ चीन की साजिशें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। चीन किसी ना किसी तरह से भारत को नुकसान पहुंचाने की योजनाएं बनाने में जुटा हुआ है। वहीं अब इस बीच खबर है कि चीन भारत के विरोधियों को भी पनाह दे रहा है। जी हां, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्र सरकार का दावा है कि उत्तर पूर्व में उग्रवाद को बढ़ावा देने वाले संगठन उल्फा (ULFA (I) को चीन ने पनाह दे रखी है और वहीं से यह संगठन भारत के खिलाफ हरकतों (Anti-India Activity) को अंजाम दे रहा है।

चीन रुइली में है ULFA (I) का प्रमुख

मीडिया रिपोर्ट्स के मुातबिक, गुवाहाटी के गैर कानूनी गतिविधि निरोधी ट्रिब्यूनल में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक एफिडेविट में ULFA (I) के प्रमुख परेश बरुआ के म्यांमार बॉर्डर के पास चीन के युन्नान प्रांत के रुइली में होने का दावा किया है। खबरों की मानें तो परेश बरुआ म्यांमार के सागैंग डिविजन से अपने संगठन के ऑपरेशन बेस और ट्रेनिंग कैंप संचालित कर रहा है।

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टाका और नीलगिरि में ULFA (I) को झटका

वहीं इसी ट्रिब्यूनल में असम सरकार द्वारा जो एफिडेविट दाखिल किया गया है उसमें टाका और नीलगिरि में ULFA (I) के कई कैंपों को झटका लगने की बात कही गई है। बताया जा रहा है कि कई कैडर ULFA (I) से अलग हो चुके हैं। इसके अलावा सरकार ने सागैंग डिविजन की उन आठ लोकेशन्स की लिस्ट भी सौंपी है, जहां पर NSCN (K) की सहायता से बरुआ के संगठन सेटअप हैं।

ULFA (I) चीन ने ULFA (I) को दी पनाह (फोटो- सोशल मीडिया)

तैयार कर रहा ये बड़ी साजिश

बताया जा रहा है कि उग्रवाद को बढ़ावा देने वाला संगठन ULFA (I) डार्कनेट यानी साइबर हमले के तकनीकी तैयारी करने में जुटा हुआ है। इस काम के लिए उसने आईटी विशेषज्ञों की एक नई फौज हाल में भर्ती की है। यह संगठन सुरक्षा एजेंसियों के लिए सिरदर्द बन चुका है। वहीं ट्रिब्यूनल में दाखिल किए गए एफिडेविट में इस संगठन को UA (P) एक्ट के तहत गैरकानूनी घोषित करने की मांग की गई है।

बता दें कि इससे पहले भी गृह मंत्रालय की ओर से संगठन को गैरकानूनी घोषित किए जाने का प्रस्ताव दिया जा चुका है, क्योंकि इससे देश की संप्रभुता और अखंडता को खतरा है।

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terrorists ULFA (I) का पनाहगार बना चीन (सांकेतिक फोटो- सोशल मीडिया)

भारत विरोधी हरकतों को देता है अंजाम

बता दें कि ULFA (I) संगठन लगातार भारत विरोधी हरकतों को अंजाम देता आया है। कभी यह संगठन चुनाव बहिष्कार करने के लिए माहौल बनाता आया है तो कभी अन्य बागी संगठनों को भारत के खिलाफ खड़ा करने की कोशिश करता आया है। इसके अलावा ULFA (I) ने साल 2018 में एक और नया संगठन “ANMMMTA” खड़ा कर दिया।

उत्तर पूर्व के सभी राज्यों में सक्रिय है ANMMMTA

ANMMMTA उत्तर पूर्व के सभी राज्यों में सक्रिय है। जानकारी के मुताबिक, ANMMMTA संगठन प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए भारत की लोकतांत्रिक सरकारों के खिलाफ लोगों को विद्रोह के लिए तैयार करता है। इसके अलावा ये उग्रवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए फंड की भी व्यवस्था करता है। बरुआ खुद इस संगठन पर नजर रखा है।

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