×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन के नाम बड़ी उपलब्धि, चुने गए GAVI बोर्ड के सदस्य

देश के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को एक बड़ी उपलब्धि मिली है। उन्हें 'ग्लोबल अलायंस फॉर वैक्सीन्स ऐंड इम्युनाइजेशन' (गावी) के बोर्ड के सदस्य के रूप में नामित किया गया है। यह जानकारी मंगलवार को सामने आई है।

Newstrack
Published on: 30 Dec 2020 11:19 AM IST
केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन के नाम बड़ी उपलब्धि, चुने गए GAVI बोर्ड के सदस्य
X
केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन के नाम बड़ी उपलब्धि, चुने गए GAVI बोर्ड के सदस्य

नई दिल्ली: देश के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को एक बड़ी उपलब्धि मिली है। उन्हें 'ग्लोबल अलायंस फॉर वैक्सीन्स ऐंड इम्युनाइजेशन' (गावी) के बोर्ड के सदस्य के रूप में नामित किया गया है। यह जानकारी मंगलवार को सामने आई है। बता दें, इस संस्था का उद्देश्य दुनिया के गरीब देशों में रहने वाले बच्चों को वैसी बीमारियों का टीका मुहैया कराना है, जिन्हें वैक्सीन के जरिए रोका जा सकता है।

ये भी पढ़ें: कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन में दिख रहे ये लक्षण, जानिए क्या बरतें सावधानियां

भारत के लिए गौरवान्वित करने वाली खबर

जानकारी के लिए बता दें कि गावी बोर्ड, वैक्सीन अलायंस के विदेशों में कामकाज को देखता है और नीति निर्माण एवं रणनीतिक दिशा-निर्देशों की जिम्मेदारी भी इसी बोर्ड की है। यह कार्यक्रम क्रियान्वयन पर भी नजर रखता है। दुनिया भर में कोरोना वैक्सीन के इंतजार के बीच ये भारत के लिए यह एक गौरवान्वित करने वाली खबर है। स्वास्थ्य मंत्रालय से जारी एक बयान में इस बात की जानकारी देते हुए कहा गया कि ग्लोबल अलायंस फॉर वैक्सीन्स एंड इम्युनाइजेशन ने इस संस्था के बोर्ड पर डॉ हर्षवर्धन की नियुक्ति की है।

दो साल के लिए बोर्ड में रहेंगे मंत्री हर्षवर्धन

केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन इस बोर्ड में दो साल के लिए रहेंगे। यहां उनका कार्यकाल 1 जनवरी 2021 से शुरू होकर लेकर 31 दिसंबर 2023 तक रहेगा। डॉ. हर्षवर्धन गावी बोर्ड में दक्षिण पूर्वी क्षेत्र के क्षेत्रीय कार्यालय (सीरो) पश्चिमी प्रशांत क्षेत्रीय कार्यालय (डब्ल्यूपीआरओ) का प्रतिनिधित्व करेंगे। वहीं वर्तमान में इस पद की जिम्मेदारी म्यामांर के मींत हत्वे संभाल रहे हैं।

साल में दो बार होती है बोर्ड की बैठक

बता दें कि गावी बोर्ड की मीटिंग साल में दो जून और नवंबर-दिसंबर में होती है। बोर्ड के सदस्य साल में दो बार यानी एक बार जून में तो दूसरी बार नवंबर या दिसंबर में बैठते हैं।

ये भी पढ़ें: किसानों को ट्रेडर्स ने लगाया चूना: खरीदी दो करोड़ की फसल, बिना भुगतान किए फरार



\
Newstrack

Newstrack

Next Story