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उन्नाव रेप केस दिल्ली ट्रांसफर हुआ, 7 दिन में एक्सीडेंट की जांच पूरी करने का आदेश
यह जानकारी सॉलिसिटर जनरल ने कोर्ट को दी और निवेदन किया कि मामले की सुनवाई दो अगस्त को की जाए। इसपर सीजेआई ने साफ इन्कार कर दिया और कहा कि, ‘सीबीआई डायरेक्टर से कहिए कि जांच अधिकारी से फोन पर पूरी जानकारी लें और दोपहर 12 बजे तक कोर्ट को अब तक हुई जांच के बारे में बताएं।’
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव रेप केस में सभी मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश दे दिया है। कोर्ट के आदेश के अनुसार, उन्नाव रेप केस के सारे मामले उत्तर प्रदेश से दिल्ली ट्रांसफर कर दिये गए हैं। इसके साथ ही, इस मामले को लेकर कोर्ट के चीफ़ जस्टिस रंजन गोगोई ने अब तक हुई जांच और रायबरेली में इसी हफ्ते हुई सड़क दुर्घटना को लेकर पूरी जानकारी मांगी है। साथ ही कोर्ट ने सीबीआई से सात दिन के अंदर एक्सीडेंट की पूरी जांच करने का आदेश दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने मांगी लटेस्ट रिपोर्ट
उन्नाव रेप केस में कोर्ट ने जांच की स्टेटस रिपोर्ट और एक्सिडेंट में अब तक हुई सीबीआई जांच की रिपोर्ट 12 बजे तक मांगी थी। जिसके बाद कोर्ट ने सीबीआई को तलब किया। चीफ़ जस्टिस रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली बेंच ने इस मामले को लेकर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि सीबीआई के किसी जिम्मेदार अधिकारी को 12 बजे तक बुलाने को कहा था।
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ऐसे में सॉलिसिटर जनरल ने सीबीआई डायरेक्टर से बात की और यह सूचना उन्हे दी, जिसपर सीबीआई डायरेक्टर ने साफ कहा कि सीबीआई अधिकारी अभी लखनऊ में इस मामले की जांच कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में 12 बजे तक कोर्ट आना मुश्किल है।
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यह जानकारी सॉलिसिटर जनरल ने कोर्ट को दी और निवेदन किया कि मामले की सुनवाई दो अगस्त को की जाए। इसपर सीजेआई ने साफ इन्कार कर दिया और कहा कि, ‘सीबीआई डायरेक्टर से कहिए कि जांच अधिकारी से फोन पर पूरी जानकारी लें और दोपहर 12 बजे तक कोर्ट को अब तक हुई जांच के बारे में बताएं।’
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सीबीआई ने गुपचुप तरीके से की जांच
सीबीआई की टीम गुपचुप तरीके से एक बार फिर रायबरेली पहुंच गई है। बता दें, गुरुबख्शगंज थाने में इंचार्ज से एक घंटे तक पूछताछ की गई। इसके बाद सीबीआई वापस बांदा के लिए रवाना हो गई। कयास लगाए जा रहे हैं कि सीबीआई बांदा में मौरंग भरने वाली जगह का निरीक्षण कर सकती है।