फिर कांपी उत्तराखंड की धरती, महसूस किए गए भूकंप के झटके, लोगों में दहशत

उत्तराखंड में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। मंगलवार को पिथौरागढ जिले के नाचनी में भूकंप आया। जिल के आसपास के कई क्षेत्रों में महसूस किए गए। लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि किसी तरह जानमाल के हानि की खबर नहीं है।

Dharmendra kumar
Published on: 12 Nov 2019 7:07 AM GMT
फिर कांपी उत्तराखंड की धरती, महसूस किए गए भूकंप के झटके, लोगों में दहशत
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देहरादून: उत्तराखंड में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। मंगलवार को पिथौरागढ जिले के नाचनी में भूकंप आया। जिल के आसपास के कई क्षेत्रों में महसूस किए गए। लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि किसी तरह जानमाल के हानि की खबर नहीं है।

उत्तराखंड में मंगलवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिसकी वजह से लोगों में दहशत फैल गई और लोग घरों से बाहर निकल आए। उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन एवं न्यूनीकरण केंद्र के मुताबिक सुबह 7 बजकर 29 मिनट भूकंप के झटके महसूस किए गए।

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भूकंप को रिक्टर पैमाने पर 4.5 आंका गया। यह 10 किमी की गहराई में था। भूकंप झटके पिथौरागढ़ के अलावा चंपावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर व नैनीताल के कुछ हिस्सों में महसूस किए गए।

भूकंप से कहीं से भी किसी प्रकार के नुकसान की कोई खबर नहीं आई है। इस दौरान लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। इसके अलावा पौड़ी जिले के कालागढ़ में भी हल्‍के भूकंप के झटके महसूस किए गए। कालागढ़ डैम प्रशासन के मुताबिक कालागढ़ डैम पूरी तरह सुरक्षित है।

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बता दें कि भूकंप की दृष्टि से जोन पांच में चमोली जिला सबसे ज्यादा संवेदनशील हैं। भूकंप की तीव्रता बेहद कम होने की वजह से क्षेत्र में किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है।

भूकंप आने पर अपनाएं ये उपाय

-मकान, दफ्तर या किसी भी इमारत में अगर आप मौजूद हैं तो वहां से बाहर निकलकर खुले में चले जाएं।

-खुले मैदान की ओर भागें। भूकंप के दौरान खुले मैदान से ज्यादा सुरक्षित जगह कोई नहीं होती।

-किसी बिल्डिंग के आसपास न खड़े हों।

-अगर आप ऐसी बिल्डिंग में हैं, जहां लिफ्ट हो तो लिफ्ट का इस्तेमाल कतई न करें। ऐसी स्थिति में सीढ़ियों का इस्तेमाल ही बेस्ट होता है।

-घर के दरवाजे और खिड़की को खुला रखें।

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-घर की सभी बिजली स्विच को ऑफ कर दें।

-अगर बिल्डिंग बहुत ऊंची हो और तुरंत उतर पाना मुमकिन न हो तो बिल्डिंग में मौजूद किसी मेज, ऊंची चौकी या बेड के नीचे छिप जाएं।

-भूकंप के दौरान लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो पैनिक न करें और किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं, ऐसे में स्थिति और बुरी हो सकती है।

Dharmendra kumar

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