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हिंसा की आग में जल उठा ये पूरा इलाका, 10 से ज्यादा घरों में तोड़फोड़, कई वाहन फूंके
तमिलनाडु में कुड्डालोर जिले के तझानगुडा से हिंसा की खबर आ रही है। हिंसा भड़कने के पीछे वजह एक मछुवारे की हत्या बताई जा रही है। उसके साथियों को जैसे ही घटना की जानकारी मिली, वे सड़कों पर उतर आए और हिंसा करने लगे।
नई दिल्ली: तमिलनाडु में कुड्डालोर जिले के तझानगुडा से हिंसा की खबर आ रही है। हिंसा भड़कने के पीछे वजह एक मछुवारे की हत्या बताई जा रही है। उसके साथियों को जैसे ही घटना की जानकारी मिली, वे सड़कों पर उतर आए और हिंसा करने लगे।
प्रदर्शनकारियों ने 20 मछली पकड़ने वाली नौकाओं, दोपहरिया वाहनों तथा कारों में आग लगा दी और 10 से ज्यादा घरों में जमकर तोड़फोड़ की। इस घटना के बाद से पूरे इलाके में तनाव का माहौल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार माधिवनन (36) शिवार रात मोटरसाइकिल से अपने घर लौट रहा था। उसी वक्त 10 सदस्यीय एक गिरोह ने पुरानी रंजिश को लेकर उस पर दरांती, चाकू और घातक हथियारों से वार कर दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
यहां भड़की हिंसा, कई वाहन आग के हवाले, पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले
जब ये बात उसके साथी मछुआरों को पता चली तो, वे सड़कों पर उतर आए और हिंसा करने लगे। बताया जा रहा है कि माधिवनन के भाई एवं पूर्व पंचायत अध्यक्ष मासीलमणि और उसके विरोधी एवं मौजूदा पंचायत अध्यक्ष के बीच पंचायत चुनाव के दौरान कई मुद्दों पर विवाद हुआ था। इसी वजह से इन वारदात को अंजाम दिया गया है।
कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पांच सौ से अधिक पुलिसकर्मियों को इलाके में तैनात किया गया है। पुलिस ने अभी तक सात लोगों को अरेस्ट किया है। पुलिस अधीक्षक एम अभिनव तथा पुलिस महानिरीक्षक (विल्लुपुरम क्षेत्र) के. एजिलीरसाने इस घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंच गए हैं और अब स्थिति नियंत्रण में है।
तुम भी रहो, मैं भी रहूं-यही अहिंसा है
महिलाओं को बंधक बना की गई हिंसा
खबर झारखंड से है, जहां पर दो आदिवासी महिलाओं को बंधक बनाकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। महिलाएं जिस कंपनी में काम करती थीं, वहां पर उन्हें बंधक बनाकर उनके साथ हिंसा की गई।
इसके बाद दोनों अपनी बेटियों के साथ जंगल में छिपी रहती थीं। इस घटना का खुलासा तब हुआ जब उन्हें बंगलूरू से 25 किलोमीटर दूर कुंबलगोडु पुलिस थाने के बाहर झारखंड का एक साथी कर्मचारी मिला।
दोनों महिलाओं का कहना है कि जिस कंपनी में वो काम करती थीं, उन्हें वहां पर बंधक बनाकर, उनके साथ हिंसा की जाती थी। इसके बाद दोनों लगभग एक महीने तक लॉकडाउन के दौरान अपनी पांच और आठ साल की बेटियों के साथ जंगल में छुपी रही थीं।
एक महिला ने खुलासा किया कि कंगेरी में फैक्ट्री के दो आदमियों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
घिनौनी हरकत: आदिवासी महिलाओं के साथ ऐसा काम, बंधक बना कर की हिंसा
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