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कोटा में फंसे छात्रों की घर वापसी का रास्ता साफ, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए कोटा गए विभिन्न राज्यों के छात्रों की जल्द ही घर वापसी हो सकती है। कोचिंग करने के लिए गए ये छात्र लॉकडाउन के कारण कई दिनों से वहां फंसे हुए हैं।
अंशुमान तिवारी
नई दिल्ली: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए कोटा गए विभिन्न राज्यों के छात्रों की जल्द ही घर वापसी हो सकती है। कोचिंग करने के लिए गए ये छात्र लॉकडाउन के कारण कई दिनों से वहां फंसे हुए हैं। केंद्र सरकार ने कोटा में फंसे विभिन्न राज्यों के छात्रों को वापस भेजने की अनुमति दे दी है। पांच राज्यों की सरकारों ने अपने छात्रों को वापस घर पहुंचाने के लिए तैयारी भी शुरू कर दी है।
पांच राज्य अपने छात्रों को ले जाएंगे वापस
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस बाबत बताया कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल और असम की सरकारें अपने छात्रों को वापस ले जाने के लिए तैयार हैं। उत्तर प्रदेश के छात्रों को पहले ही कोटा से वापस भेजा जा चुका है। गहलोत ने कहा कि उनकी इस संबंध में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और असम के सीएम से बातचीत हुई है। दोनों राज्य जल्द ही इस दिशा में कदम उठाने जा रहे हैं।
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राजस्थान सरकार कर रही है पूरी मदद
उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार भी कोटा में फंसे करीब 4000 से अधिक छात्रों की घर वापसी की योजना में पूरी मदद दे रही है। हम भी चाहते हैं कि इन छात्रों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े और उन्हें विभिन्न राज्यों में स्थित उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचा दिया जाए।
राजस्थान के लोगों की घर वापसी का प्रयास
गहलोत ने कहा कि लॉकडाउन के कारण विभिन्न राज्यों के लोग राजस्थान में फंसे हुए हैं। इसके साथ ही राजस्थान के लोग भी विभिन्न राज्यों से घर वापस नहीं आ पा रहे हैं। हमने इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बातचीत की है ताकि विभिन्न राज्य में फंसे राजस्थान के लोगों को घर वापस लाया जा सके। गृह मंत्री ने इस बाबत सकारात्मक फैसला लेने का आश्वासन दिया है।
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सोरेन ने की पीएम मोदी से बात
इस बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि उन्होंने कोटा में फंसे झारखंड के छात्रों के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की है। उनकी ओर से हरी झंडी मिलते ही राज्य सरकार भी अपने छात्रों को वापस लाने का प्रबंध करेगी। उन्होंने कहा कि हमें पता है कि कोटा में फंसे हमारे राज्य के छात्रों को दिक्कतें हो रही हैं और इस कारण हम उनकी घर वापसी का प्रबंध करना चाहते हैं।
कोटा के मुद्दे पर फंसे नीतीश कुमार
इस बीच कोटा में फंसे बिहार के छात्रों को लेकर बिहार की सियासत गरमाई हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुरू से ही इस मुद्दे पर कहते रहे हैं कि बसों के जरिए बिहार के छात्रों को वापस लाने का कदम लॉकडाउन का खुला उल्लंघन होगा। इसलिए उन्होंने अभी तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है।
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बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे को लेकर सीएम नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यदि बिहार सरकार कोटा में फंसे अपने छात्रों को वापस नहीं ला सकती तो हमें इस बाबत इजाजत दी जाए। हम अपनी निजी व्यवस्था से बिहार के छात्रों को वापस लाने के लिए तैयार हैं। किसी जमाने में नीतीश कुमार के करीबी रहे प्रशांत किशोर भी इसे लेकर नीतीश कुमार पर हमलावर रुख अपनाए हुए हैं।
योगी सरकार ने की सबसे पहले पहल
कोटा में फंसे छात्रों को वापस लाने के लिए सबसे पहले पहल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की थी। योगी सरकार ने सबसे पहले बसों का प्रबंध करके अपने छात्रों को उत्तर प्रदेश वापस बुलवा लिया था। इस संबंध में राजस्थान सरकार का कहना है कि वे किसी राज्य के छात्रों को वापस नहीं भेज रहे हैं, लेकिन यदि कोई राज्य सरकार अपने छात्रों को वापस ले जाना चाहती है तो राजस्थान सरकार पूरी मदद करने के लिए तैयार है।