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Wrestlers Protest: पहलवानों के समर्थन में जंतर मंतर पहुंचे राकेश टिकैत, PM मोदी का पुतला फूंकने की घोषणा की

Wrestlers Protest:पहलवानों के समर्थन में अब किसान संगठन और खाप पंचायतें भी उतर आई हैं। इन संगठनों के दिल्ली कूच के ऐलान ने पुलिस के पेशानी पर बल ला दिया है।

Krishna Chaudhary
Published on: 7 May 2023 3:09 PM IST (Updated on: 7 May 2023 5:59 PM IST)
Wrestlers Protest: पहलवानों के समर्थन में जंतर मंतर पहुंचे राकेश टिकैत, PM मोदी का पुतला फूंकने की घोषणा की
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Wrestlers Protest Pic Credit - Social Media)

Wrestlers Protest: पहलवानों का दिल्ली के जंतर-मंतर पर चल रहा प्रदर्शन अब व्यापक होता जा रहा है। धरने का आज 15वां दिन है। रेसलर्स को देशभर के विभिन्न तबकों से समर्थन मिल रहा है। पहलवानों के समर्थन में अब किसान संगठन और खाप पंचायतें भी उतर आई हैं। इन संगठनों के दिल्ली कूच के ऐलान ने पुलिस की पेशानी पर बल ला दिया है।

राकेश टिकैत समर्थकों संग जंतर-मंतर पहुंचे

किसान नेता राकेश भी अपने समर्थकों के साथ जंतर मंतर पर पहुंच चुके है। राकेश टिकैत के साथ दर्शन पा, हनान मोल्लाह जैसे नेता पहुंचे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने पहलवानों को समर्थन देन का ऐलान किया है। जंतर मंतर पहुंचकर किसान नेताओं नें पीएम नरेंद्र मोदी का पुतला जलाने की भी घोषणा की है।

पंजाब के किसानों ने जंतर मंतर पर लगाया लंगर

पहलवानों का समर्थन देने के लिए पंजाब के किसान भी जंतर मंतर पर पहुंचे हैं। पंजाब के किसान टिकरी बॉर्डर के रास्ते होते हुए जंतर मंतर पहुंचे हैं। पंजाब के किसानों नें जंतर मंतर पहुंचकर लंगर भी शुरू कर दिया है।

बार्डरों की पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा

जानकारी के मुताबिक, यहां पर खासतौर से हरियाणा, यूपी, पंजाब और राजस्थान से बड़ी संख्या में किसान पहुंचेंगे। इसको देखते हुए इन हरियाणा और यूपी से लगती सीमा पर पुलिस ने सुरक्षा बढ़ी है। बहादुरगढ़ और सिंघु बॉर्डर पल जवानों को मुस्तैद कर दिया गया है। किसी भी संदिग्ध वाहन को शहर में प्रवेश की इजाजत नहीं दी जा रही है।

कहीं किसान आंदोलन वाला न हो जाए हाल ?

जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के पास कई दिनों से किसान नेता और खाप पंचायतों के चौधरी पहुंचते रहे हैं। धरनास्थल पर पंजाब एवं अन्य राज्यों के किसान संगठनों के बैनर भी लग चुके हैं। दरअसल, किसान आंदोलन के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत समेत अन्य नेताओं ने पहलवानों से समर्थन मांगा था और उन्हें मिला भी। यही वजह है कि जब रेसलर्स का प्रदर्शन शुरू हुआ तो किसान भी उनके समर्थन में खुलकर उतर गए हैं।

ऐसे में दिल्ली पुलिस का चिंतित होना लाजिमी है। क्योंकि किसान आंदोलन के दौरान काफी तैयारियों के बावजूद पुलिस की तैयारियों को धता बताते हुए तकरीबन दो सालों तक दिल्ली की सीमा के बाहर किसान बैठे रहे। पहलवानों के प्रदर्शन में जिस तरह से किसान आंदोलन में शामिल कृषक संगठन हिस्सा ले रहे हैं, उससे ऐसी आशंका है कि एकबार फिर दिल्ली के हालात उस वक्त की तरह न हो जाए।

दिल्ली सीमा पर लगाए गए 5 नाके

दिल्ली पुलिस ने राज्य की सीमा पर 5 नाके लगाए हैं। पुलिस को बहादुरगढ़ और सिंघु बॉर्डर से किसानों और खाप पंचायतों के चत्थे के दिल्ली में प्रवेश करने की आशंका है। लिहाजा इन दोनों जगहों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सिंघु बॉर्डर किसान आंदोलन के दौरान किसानों के जमावड़े का एक बड़ा केंद्र बनकर उभरा था। इसलिए वहां दिल्ली पुलिस के जवान मुस्तैदी से डटे हुए हैं। सड़क पर बैरिकेडिंग की गई है और मिट्टी से भरे डंपर तैयार रखे गए हैं।

पुलिस को लॉ एंड ऑर्डर बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के आदेश दिए गए हैं। दिल्ली के अंदर प्रवेश करने वाली गाड़ियों की सघन तलाशी चल रही है। यदि किसी वाहन में टेंट, राशन या कोई अन्य ऐसा सामान मिलता है, तो उसे सीज कर लिया जाएगा और गाड़ी को एंट्री नहीं करने दी जाएगी। महिलाओं की भागीदारी को देखते हुए बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई है।

राकेश टिकैत ने पुलिस को दी चेतावनी

किसान नेता राकेश टिकैत ने इन सख्तियों पर दिल्ली पुलिस को चेतावनी दे डाली है। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि हम शांतिपूर्वक अपनी महापंचायत करेंगे। दिल्ली पुलिस किसी भी सूरत में किसानों को न रोक। अगर पुलिस किसानों को हिरासत में लेकर थाने ले गई तो थाने में ही महापंचायत होगी।

बता दें कि महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। बीजेपी सांसद सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया जैसे देश के चर्चित पहलवान जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं।



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