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क्वारंटीन से भागना अब मुमकिन नहीं, रिस्टबैंड के जरिए निगरानी की तैयारी

क्वारंटीन में लोगों पर निगरानी रखने के लिए अब रिस्टबैंड लाने की तैयारी की जा रही है। यह रिस्टबैंड काफी हद तक स्मार्ट बैंड की तरह ही होगा जिसमें लोकेशन और शरीर का तापमान ट्रैक करने जैसी सुविधाएं होंगी।

Shivani Awasthi
Published on: 22 April 2020 4:38 PM GMT
क्वारंटीन से भागना अब मुमकिन नहीं, रिस्टबैंड के जरिए निगरानी की तैयारी
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अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली। देश में क्वारंटीन किए गए लोगों के भागने की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। सरकार ऐसे लोगों पर नजर रखने के लिए अब रिस्टबैंड लाने की तैयारी में है। इस रिस्टबैंड के जरिए क्वारंटीन किए गए लोगों की हमेशा निगरानी की जाएगी।

लोगों के भागने पर उठाया कदम

सरकार के तमाम एहतियाती कदम उठाने के बावजूद कोरोना के संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। देश में कोरोना से संक्रमित लोगों का आंकड़ा बीस हजार को पार कर चुका है। संक्रमण की पुष्टि होने के बाद ऐसे लोगों को क्वारंटीन किया जा रहा है। कई लोगों को डॉक्टरों की निगरानी में अस्पतालों में क्वारंटीन में रखा गया है जबकि कई अन्य लोगों को सेल्फ क्वारंटीन किया जा रहा है मगर ऐसे तमाम लोगों के भाग निकलने की घटनाओं को लेकर सरकार गंभीर है।

रिस्टबैंड में होंगी कई सुविधाएं

क्वारंटीन में लोगों पर निगरानी रखने के लिए अब रिस्टबैंड लाने की तैयारी की जा रही है। यह रिस्टबैंड काफी हद तक स्मार्ट बैंड की तरह ही होगा जिसमें लोकेशन और शरीर का तापमान ट्रैक करने जैसी सुविधाएं होंगी। इसकी मदद से क्वारंटीन किए गए लोगों पर हमेशा नजर रखी जाएगी और स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदान करने वालों को मदद भी दी जाएगी।

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रिस्टबैंड का दिया जा चुका है ऑर्डर

इस बाबत जानकार सूत्रों का कहना है कि हजारों रिस्टबैंड तैयार करने का ऑर्डर दिया जा चुका है। ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंडिया नामक कंपनी अगले हफ्ते तक रिस्टबैंड की डिजाइन पेश करेगी। यह कंपनी रिस्टबैंड बनाने के लिए भारतीय स्टार्टअप्स के साथ काम करेगी। यह रिस्टबैंड यूजर्स के लिए भी काफी मददगार साबित होगा क्योंकि किसी भी आपात स्थिति में वे इसमें मुहैया कराए गए बटन को दबाकर कोई भी मदद हासिल कर सकेंगे।

हांगकांग में किया जा चुका है इस्तेमाल

इस बाबत और जानकारी देते हुए कंपनी के चेयरमैन जॉर्ज कुरुविला ने बताया कि इस रिस्टबैंड मैं क्वारंटीन किए लोग गए लोगों की पल-पल की लोकेशन का डेटाबेस होगा। उन्होंने बताया कि मई में ही यह रिस्टबैंड आने की संभावना है। हांगकांग में पहले इसी तरह के रिस्टबैंड का इस्तेमाल किया जा चुका है। इसके जरिए लोगों की विदेश यात्रा तक पर नजर रखी गई थी।

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भागने की घटनाओं ने बढ़ाई चिंता

सरकार को देश के विभिन्न हिस्सों से क्वारंटीन किए गए लोगों के भागने की खबरें मिल रही हैं। माना जा रहा है कि ऐसी घटनाओं ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है क्योंकि इससे कोरोना के वायरस का संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए ही यह कदम उठाया जा रहा है। इसके पहले सरकार ने आरोग्य सेतु एप लांच किया था जो कि कोरोना के संक्रमण के बारे में लोगों को सतर्क करता है। इस एप को अभी तक छह करोड़ से अधिक लोग डाउनलोड कर चुके हैं। सरकार के कई विभागों में इस एप को डाउनलोड करना अनिवार्य कर दिया गया है।

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Shivani Awasthi

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