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Yes Bank: कहीं शादी कहीं इलाज के लिए कैश नहीं, रोते हुए लोगों ने पूछा- अब कहां जाएं?
नई दिल्ली: एक तरफ होली का त्यौहार दूसरी तरफ सुस्त बाजार, कहीं रोजगार का संकट, कहीं कोरोना का प्रकोप, और फिर तेजी से घटता विकास दर। इन हालातों में डूबते बैंक। देश में बैंकों पर आ रहे संकट रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। यह ताजा मामला यस बैंक का है, जो डूबने की कगार पर है इस विषय पर भारतीय रिजर्व बैंक ने 5 मार्च को नकदी के संकट से जूझ रहे निजी क्षेत्र के यस बैंक पर रोक लगा दिया है और उसके निदेशक मंडल को भंग कर दिया। आरबीआई ने एक महीने के लिए यस बैंक का नियंत्रण अपने हाथ में लेते हुए पचास हजार से ज्यादा की निकासी पर रोक लगा दी है। आरबीआई की रोक से खाताधारक परेशान हैं। कोई रो रहा है तो कोई बेचैन है।
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शेयर बाजार भी गिरा औंधे मुंह-
इस खबर बाहर आते ही आधी रात से कई शहरों में एटीएम के बाहर कैश निकालने वालों की भीड़ जुट गई। हालांकि, आरबीआई ने भरोसा दिलाया है कि हालात जल्द सुधरेंगे, लेकिन सुबह-सुबह शेयर बाजार औंधे मुंह गिर पड़ा। यस बैक के शेयर भी लुढक गए। अब लोग पूछ रहे हैं कि क्या हमारा पैसा सुरक्षित है? क्या सरकार हमारे पैसे की गांरटी लेगी? लोग परेशान हैं और अपना पैसा निकालने के लिए बैंकों के बाहर लाइन में लग गए हैं।
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कोई रो रहा तो कोई बेचैन-
यस बैंक के बाहर खड़ी एक महिला खाताधारक रो रही थी। उसका कहना है कि मेरे 9 लाख रुपये बैंक में है। मेरे बुढ़ापे का सहारा है। इन पैसों से घर चलना है। मेरा ऑपरेशन होना है। पहले मुझसे कहा गया कि आपका पैसा सुरक्षित है, लेकिन अब कह रहे हैं कि कहां से लाएं।
किसी के घर में शादी है तो किसी को रेंट भरना है-
एक खाताधारक ने कहा कि मेरे सैलरी लटकी हुई है, क्योंकि मैं उसे निकाल नहीं सकता हूं। किराए से लेकर सब कुछ देना है। तो वही एक खाताधारक ने कहा कि घर में शादी है, जिसकी तैयारियां करनी है, अब कहां से होगा कुछ समझ नहीं आ रहा।
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