×

Gaurav Gogoi News : सदन में गरजने वाले गौरव गोगोई को आगे करने के पीछे कांग्रेस की बड़ी रणनीति, आइये जाने इनके बारे में

Gaurav Gogoi News: अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरूआत युवा कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने की। गोगोई ने मणिपुर मुद्दे की प्रमुखता से चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा।

Anshuman Tiwari
Published on: 8 Aug 2023 2:51 PM IST (Updated on: 9 Aug 2023 7:23 AM IST)
Gaurav Gogoi News : सदन में गरजने वाले गौरव गोगोई को आगे करने के पीछे कांग्रेस की बड़ी रणनीति, आइये जाने इनके बारे में
X
Gaurav Gogoi News (photo: social media )

Gaurav Gogoi News: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा शुरू हो गई है। अविश्वास प्रस्ताव पर तीन दिनों में 18 घंटे तक चर्चा होगी और उसके बाद 10 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस चर्चा का जवाब देंगे। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरूआत युवा कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने की। गोगोई ने मणिपुर मुद्दे की प्रमुखता से चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर के मुद्दे पर मौन व्रत साध रखा है और उन्हें अपनी छवि के अलावा किसी और चीज की चिंता नहीं है।

कांग्रेस की ओर से सोची समझी रणनीति के तहत गौरव गोगोई के जरिए बहस की शुरुआत कराई गई है। गौरव गोगोई असम के तीन बार मुख्यमंत्री और छह बार सांसद रह चुके दिग्गज कांग्रेस नेता तरुण गोगोई के बेटे हैं। तरुण गोगोई का नवंबर 2020 में निधन हो गया था। उनके निधन से पूर्व ही कांग्रेस ने उनके बेटे गौरव गोगोई को सियासी मैदान में उतार दिया था। गौरव गोगोई दो बार सांसद का चुनाव जीत चुके हैं और अब वे असम और नॉर्थ ईस्ट के अन्य राज्यों में कांग्रेस को मजबूत बनाने की बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।

गौरव को विरासत में मिली है सियासत

गौरव गोगोई के पिता तरुण गोगोई 2001 से 2016 के बीच तीन बार असम के मुख्यमंत्री रहे। इसके साथ ही वे कांग्रेस के टिकट पर 6 बार लोकसभा का चुनाव जीतने में भी कामयाब रहे। 1971 से 1985 तक उन्होंने जोरहाट लोकसभा सीट से चुनाव जीता जबकि 1991 से 1996 और 1998 से 2002 तक वे कालियाबोर लोकसभा सीट से सांसद रहे। मौजूदा समय में कालियाबोर लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व गौरव गोगोई कर रहे हैं। वे इस लोकसभा सीट से दूसरी बार सांसद चुने गए हैं।

तरुण गोगोई के नवंबर 2020 में निधन के कारण कांग्रेस को असम और नार्थ ईस्ट में बड़ा धक्का लगा था मगर गौरव गोगोई ने इस इलाके में कांग्रेस को मजबूत बनाने की जिम्मेदारी संभाल ली है। 39 वर्षीय गौरव गोगोई को कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का भी समर्थन हासिल है। इसका कारण यह है कि गौरव गोगोई काफी हद तक अपने पिता की कमी पूरी करते हुए दिख रहे हैं। उन्हें कांग्रेस नेता राहुल गांधी का करीबी माना जाता है और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से उन्हें लोकसभा में पार्टी का उपनेता भी बनाया गया है।

गौरव से इसलिए कराई चर्चा की शुरुआत

संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से ही मणिपुर में हिंसा का मुद्दा छाया हुआ है। मानसून सत्र के दौरान विपक्ष लगातार मणिपुर मुद्दे पर विस्तृत चर्चा कराने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर अड़ा हुआ था। विपक्षी सांसदों के अपनी मांग पर अड़ जाने के कारण कई दिनों तक संसद में गतिरोध बना रहा और कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल सकी। बाद में कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस के लिए भी गौरव गोगोई को ही आगे किया था और अब गौरव गोगोई ने ही मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत की है।

गौरव गोगोई को नार्थ ईस्ट में कांग्रेस का बड़ा चेहरा माना जाता रहा है और गोगोई के जरिए मणिपुर के मुद्दे को उठाकर कांग्रेस पीएम मोदी को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश में जुटी हुई है। सियासी जानकारों का मानना है कि इसीलिए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत राहुल गांधी से नहीं बल्कि गौरव गोगोई से कराई गई है।

अमेरिका से लौटकर सियासी अखाड़े में कूदे

गौरव गोगोई का जन्म 4 सितंबर 1982 को दिल्ली में हुआ था और राजनीति उन्हें विरासत में मिली है। उन्होंने सेंट कोलंबिया स्कूल से ग्रेजुएशन किया है। उन्होंने इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी दिल्ली से 2004 में इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में भी डिग्री हासिल की है। पढ़ाई के बाद वे कुछ समय तक एक सेल्यूलर कंपनी की मार्केटिंग टीम में शामिल रहे मगर बाद में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई करने अमेरिका चले गए।

अमेरिका से पढ़ाई करने के बाद जब भारत लौटे तो उन्होंने राजनीति के मैदान में उतरने का फैसला किया। वे अपने पिता की विरासत संभालने को उत्सुक थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने गौरव गोगोई को कालियाबोर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा और इस चुनाव में गौरव ने जीत हासिल की। 2019 में वे लगातार दूसरी बार इस लोकसभा सीट से सांसद चुने गए।

ब्रिटेन की एलिजाबेथ से रचाई है शादी

गौरव गोगोई और एलिजाबेथ की लव लाइफ भी काफी चर्चाओं में रही है। गौरव और एलिजाबेथ की पहली मुलाकात 2010 में न्यूयॉर्क में हुई थी और इस पहली मुलाकात के दौरान ही दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया था। एलिजाबेथ ब्रिटेन की रहने वाली हैं। गौरव गोगोई ने जब अपने पिता तरुण गोगोई को एलिजाबेथ से प्यार होने की बात बताई तो तरुण गोगोई ने ब्रिटेन जाकर एलिजाबेथ के माता-पिता से शादी के संबंध में बातचीत की।

दोनों के घर वालों की रजामंदी से 2013 में असम में बड़े धूमधाम से गौरव और एलिजाबेथ की शादी हो गई। एलिजाबेथ को भारतीय परिधानों से काफी लगाव है और अक्सर उन्हें विभिन्न कार्यक्रमों में साड़ी पहने हुए देखा जाता है। मौजूदा समय में एलिजाबेथ गौरव के साथ दिल्ली में रहती हैं।

राजस्थान में स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष

गौरव गोगोई को कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की ओर से काफी महत्व दिया जाता है। अभी तीन-चार दिन पूर्व गौरव गोगोई को राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए बनाई गई स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गौरव गोगोई पर भरोसा जताते हुए उन्हें राजस्थान में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। गौरव गोगोई का राहुल गांधी का भरोसेमंद और करीबी माना जाता रहा है और इसी कारण पार्टी ने उन्हें राजस्थान में यह जिम्मेदारी सौंपी है।

Anshuman Tiwari

Anshuman Tiwari

Next Story