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Jalaun News: छात्रा ने खुद को गोली से उड़ाया, इंटर में नंबर कम आने से थी डिप्रेशन में, घर में मचा कोहराम
Jalaun News: जनपद में हुई एक दर्दनाक घटना में इंटरमीडिएट की एक छात्रा ने गोली मारकर खुदकुशी कर ली। नंबर कम आने से डिप्रेशन में चल रही छात्रा ने अपने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
Jalaun News: जनपद में हुई एक दर्दनाक घटना में इंटरमीडिएट की एक छात्रा ने गोली मारकर खुदकुशी कर ली। नंबर कम आने से डिप्रेशन में चल रही छात्रा ने अपने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस दुखद घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। हर कोई छात्रा के इस कदम को बचकाना बताते हुए दुखी नजर आया।
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18 वर्ष की निक्की को याद कर रो रहा पूरा परिवार
जालौन की उरई कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला शांतिनगर निवासी राजेन्द्र शर्मा की पुत्री साक्षी शर्मा उर्फ निक्की 18 वर्ष की थी और इंटरमीडिएट की परीक्षा में पास हुई थी, लेकिन एक सब्जेक्ट में उसके नंबर कम आए थे। मन ही मन में निक्की के यह बात सदमे की तरह बैठ गई थी। उसने सोमवार को मकान की तीसरी मंजिल में स्थित अपने स्टडी रूम में पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से सिर में गोली मार ली। गोली लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के वक्त मकान के नीचे वाले हिस्से में छात्रा की मां, दादी व छोटा भाई शिवम थे। जिन्हें घटना की जानकारी नहीं हो पाई थी।
खून में लथपथ मिली निक्की
देर रात को जब पिता राजेंद्र शर्मा घर लौटे और बेटी निक्की को खाना खाने के लिए बुलाने गए तो अंदर से निक्की का स्टडी रूम बंद मिला। काफी प्रयास के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला। तब मौके पर पुलिस को बुलाया गया। दरवाजा तोड़कर परिवार व पुलिस के लोग अंदर गए तो वहां का नजारा देख सभी के होश उड़ गए। निक्की खून में लथपथ पड़ी हुई थी और पास में ही पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर पड़ी हुई थी। चीख-पुकार सुनकर मोहल्ले के लोग भी इकट्ठा हो गए।
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केमिस्ट्री में आये थे कम नंबर
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने आला अधिकारियों के साथ फॉरेंसिंग टीम ने मौके पर घटना की बारीकी से जांच की। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पूरा परिवार रो-रोकर बेहाल हो रहा था। मृतका के पिता ने बताया कि पुत्री साक्षी पढ़ने में बेहद होशियार थी। हाल ही में यूपी बोर्ड की कक्षा 12 का रिजल्ट आया था। जिसमें उसके हर विषय में डिकटेंशन मार्क आए थे, लेकिन केमिस्ट्री में सिर्फ 23 नंबर आने के चलते वह डिप्रेशन में रहती थी। घरवालों के समझाने के बावजूद वो गुमसुम सी रहती थी और उसने यह कदम उठा लिया।