सावधानी हटी दुर्घटना घटी: ताबें के बर्तन से पीते हैं पानी, तो जान लें ये बात

तांबे के बर्तन की सफाई का भी विशेष ध्यान रखना होता है। क्योंकि तांबे के बर्तन में कॉपर की परत जमने का खतरा रहता है वैज्ञानिक शोधों में भी तांबे के स्वास्थ्य गुणों को प्रमाणित किया जा चुका है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 6 Sep 2020 12:58 PM GMT
सावधानी हटी दुर्घटना घटी: ताबें के बर्तन से पीते हैं पानी, तो जान लें ये बात
X
तांबे के बर्तन में कॉपर की परत जमने का खतरा रहता है वैज्ञानिक शोधों में भी तांबे के स्वास्थ्य गुणों को प्रमाणित किया जा चुका है।

लखनऊ :आपने कहते सुना होगा कि सुबह सुबह तांबे के बर्तन में पानी पीने से सेहत अच्छी रहती है।क्योंकि तांबा धातु में एक प्राकृतिक कीटाणुनाशक है। कई बार गलत तरीके और असमय तांबे के बर्तन में पानी पीने से नुकसान भी होने लगता है। तांबे के बर्तन की सफाई का भी विशेष ध्यान रखना होता है.। क्योंकि तांबे के बर्तन में कॉपर की परत जमने का खतरा रहता है. वैज्ञानिक शोधों में भी तांबे के स्वास्थ्य गुणों को प्रमाणित किया जा चुका है।

यह पढ़ें...दिव्यांगों के चेहरों पर मुस्कान, मिलेंगे कृत्रिम अंग, ऐसे कराना होगा रजिस्ट्रेशन

वात, पित्त और कफ तीनों को ही संतुलित

*आयुर्वेद के अनुसार तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से शरीर वात, पित्त और कफ तीनों को ही संतुलित करता है। लेकिन इसके लिए यह भी आवश्यक कि पानी कम से कम इसमें 8 घंटे रखा होना चाहिए। तांबे के बरतन में रखें पानी की एक और खास बात यह है कि यह पानी कभी भी बासी नहीं होता और लंबे समय के लिए ताजा रहता है।

विषैले पदार्थ बाहर

*सेहत की बेहतरी के लिए लोग कई तरीके अपनाते हैं। इन्‍हीं में से एक है तांबे के बर्तन में पानी पीना। तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से सेहत अच्‍छी रहती है। माना जाता रहा है कि अगर सुबह उठकर तांबे के बर्तन में रखा पानी पिया जाए तो इससे शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल सकते हैं।

tamba सोशल मीडिया से

यह पढ़ें...कोरोना बना काल: अब तक अस्पताल से कूदे 3 मरीज, ये थी सबकी वजह

बैक्टीरिया खत्म

*जानते हैं कि तांबे के बर्तन में रखे पानी के गुणों और इसको पीने से शरीर पर होने वाले असर के बारे में कि इससे शरीर को किस तरह फायदा पहुंचता है। ऐसा माना जाता है कि तांबे के बर्तन में रखा पानी पूरी तरह से शुद्ध होता है। इसके असर की वजह से डायरिया, पीलिया, डिसेंट्री आदि बीमारियों को बढ़ावा देने वाले बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं।

एसिडिटी से छुटकारा

*पेट की सभी तरह की समस्याओं को दूर करने में तांबे का पानी बेहद फायदेमंद होता है। तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से गैस, एसिडिटी आदि समस्‍याओं से छुटकारा मिल सकता है।

लिवर और किडनी के लिए फायदेमंद

*तांबे के बर्तन में रखे पानी वजन घटाने में भी फायदेमंद होता है। इसको पीने से शरीर की आंतरिक सफाई होती है। साथ ही तांबे के बर्तन में रखा पानी लिवर और किडनी को भी सेहतमंद बनाए रखता है। इसके अलावा यह शरीर में होने वाले किसी तरह के इंफेक्शन को दूर करने में भी कारगर होता है।

जोड़ों के दर्द में आराम

*माना जाता है कि तांबे के बर्तनों में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों के दर्द में आराम पहुंचाते हैं और आर्थराइटिस रोग में इस बर्तन में रखा पानी पीना फायदा पहुंचाता है।तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से पाचन क्रिया दुरुस्‍त रहती है। इसके लिए रात को सोने से पहले तांबे के बर्तन में पानी रख दें और सुबह उठ कर इसे पी लें। इससे पाचनतंत्र मजबूत बना रहेगा।

यह पढ़ें...जारी रहेगी बारिश: सिलसिला नहीं थमेगा झमाझम का, इन जगहों में अलर्ट

tamba water सोशल मीडिया से

भोजन खाने से फूड प्वॉइजनिंग-नुकसान

जहां सेहत के लिहाज से तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना फायदेमंद माना जाता है, वहीं इसमें खट्टी चीजों जैसे दही, सिरका, अचार, छाछ और नीबू को तांबे के बर्तन में नहीं रखना चाहिए। दरअसल तांबे के बर्तन में कॉपर धातु होती है, जो कई चीजों के साथ मिलकर रिएक्ट करती है। इस प्रतिक्रिया की वजह से इन बर्तनों में रखा भोजन खाने से फूड प्वॉइजनिंग हो सकती है।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story