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Water in Inverter Battery: सावधानी से भरें इन्वर्टर में पानी, भूल से भी नहीं कर रहे ये गलतियां, होगा भरी नुकसान
How to Fill Water in Inverter Battery: अगर आप अपने इन्वर्टर की बैटरी में पानी फिर से भरना चाहते हैं, तो आपको कुछ बिंदुओं पर विचार करना होगा। आइये जानते हैं क्या हैं ये अहम् बिंदु।
How to Fill Water in Inverter Battery: गर्मियों में या बरसात में जहाँ बिजली की समस्या से हर कोई परेशान रहता है वहीँ ऐसे में थोड़ा ही सही इन्वर्टर काफी सुकून पहुंचते हैं। लेकिन जहाँ गर्मी में इन्वर्टर की खपत ज़्यादा होती है वहीँ अक्सर इसका ख्याल रखने में हमसे कुछ गलतियां भी हो जाती हैं। जिसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए। अक्सर बिजली कटौती हो या न हो, लोग इनवर्टर के बारे में भूल जाते हैं जहाँ सर्दियों में इनकी उतनी जरूरत नहीं होती। वहीँ गर्मियों में उपयोग ज़्यादा होने पर इन्वर्टर का पानी धीरे-धीरे सूख सकता है। और जल स्तर को बनाए रखने में विफल रहने से उपकरण को गंभीर नुकसान हो सकता है। इसलिए आपको समय समय पर इसके पानी को चेक करने की ज़रूरत है और इसके लिए आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान देना होगा।
इन्वर्टर में पानी भरते समय इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप अपने इन्वर्टर की बैटरी में पानी फिर से भरना चाहते हैं, तो आपको कुछ बिंदुओं पर विचार करना होगा।
1. हर 45 दिनों में जांच करें
अगर आप पानी को फिर से भरने में विफल रहे हैं और अब ये सूख गया है, तो सावधान हो जाइए क्योंकि ये न केवल बैटरी को नुकसान पहुंचा सकता है बल्कि अग्नि दुर्घटनाओं का कारण भी बन सकता है।
पानी का स्तर उपयोग के साथ घटता है, इसलिए अगर इन्वर्टर बार-बार उपयोग में है तो हर 45 दिनों में उस पर नजर रखें।
2. डिस्टिल्ड वॉटर का प्रयोग करें
इन्वर्टर की बैटरी को भरने के लिए केवल डिस्टिल्ड वॉटर का उपयोग करने की सख्त सलाह दी जाती है। नल का पानी या आरओ द्वारा शुद्ध किए गए पानी में अभी भी अशुद्धियाँ या खनिज हो सकते हैं जो बैटरी जीवन को कम कर सकते हैं। सामान्य पानी में लवण घुले होते हैं जो मानव शरीर के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इसलिए जब आप डिस्टिल्ड वॉटर बिना किसी नुकसान के पी सकते हैं, तो सामान्य पानी समय के साथ आपके इन्वर्टर की कार्यप्रणाली को नुकसान पहुंचा सकता है।
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3. ओवरफिल न करें
जितना कम पानी का स्तर आपके इन्वर्टर को नुकसान पहुंचा सकता है, उतना ही ओवरफिलिंग भी इसकी कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकता है। प्रत्येक बैटरी पर पानी के स्तर का संकेत देने वाले निशान होते हैं। यदि आप ओवरबोर्ड जाते हैं और इसे हरे निशान से ऊपर भरते हैं, तो आप इन्वर्टर में एसिड को बहुत अधिक पतला कर सकते हैं। इन सुरक्षा कदमों के अलावा, एक और महत्वपूर्ण चीज है जिस पर जांच की जानी चाहिए और वो है वायरिंग। खराब वायरिंग से आग लग सकती है और शॉर्ट सर्किट हो सकता है।
इन सभी बातों का ध्यान रखकर न सिर्फ आप अपने इन्वर्टर की बैटरी का जीवन लम्बा कर सकते हैं बल्कि किसी भी तरह की दुर्घटना होने से भी बचा सकते हैं।