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Relationship Tips: क्या आपका पार्टनर है गुस्सैल? जानिये कैसे करें उनसे डील
Relationship Tips: अत्यधिक क्रोध रिश्तों को भी नष्ट कर देता है। लोग स्थिति की व्याख्या कैसे करते हैं और उस पर प्रतिक्रिया करने का निर्णय लेते हैं, इस पर निर्भर करते हुए लोगों के क्रोध के लिए अलग-अलग ट्रिगर हो सकते हैं।
Relationship Tips: गुस्सा व्यक्ति के विवेक को छीन लेता है और व्यक्ति से वो काम भी करवा देता है जो वो कभी भी होश में नहीं कर सकता है। अक्सर देखा गया है कि गुस्से का विस्फोट कभी भी अचानक से हो सकता है, खासतौर पर जब दूसरा व्यक्ति कम से कम इसकी उम्मीद कर रहा हो।
एक्सपर्ट्स की मानें तो क्रोध आना एक स्वस्थ भावना है और जब हम पर हमला किया जाता है तो इससे हमें अपना बचाव करने में मदद भी मिलती है। हालाँकि अत्यधिक क्रोध रिश्तों को भी नष्ट कर देता है। लोग स्थिति की व्याख्या कैसे करते हैं और उस पर प्रतिक्रिया करने का निर्णय लेते हैं, इस पर निर्भर करते हुए लोगों के क्रोध के लिए अलग-अलग ट्रिगर हो सकते हैं। बहुत से लोग क्रोधित होने पर नियंत्रण से बाहर हो जाते हैं और अंत में दूसरे व्यक्ति को चोट पहुँचाते हैं। बड़ा सवाल यह है कि जब आपका पार्टनर ही गुस्सैल हो तो उससे कैसे डील करें। रोज-रोज अपने परिव्वारिक जीवन में आ रहे इस तनाव को कैसे दूर करें।
एंग्री पार्टनर से कैसे डील करें (How To Deal With Angry Partner)
क्रोधित साथी से निपटना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं कि आप क्या कर सकते हैं:
शांत रहें:
क्रोधित साथी के साथ व्यवहार करते समय शांत और रचित रहना महत्वपूर्ण है। गहरी सांस लें और उन्हें शांति से सुनने की कोशिश करें। यदि आपका साथी गुस्से में है और आप अपनी आवाज उठाने की कोशिश करते हैं, तो यह केवल स्थिति को सुलझाने के बजाय और बढ़ा देता है।
अपने साथी की बात सुनें:
अपने साथी की बात सुनें और उनके दृष्टिकोण को समझने की कोशिश करें। उन्हें दिखाएँ कि आप वास्तव में उनकी बातों में रुचि रखते हैं। उन्हें यह ना लगे की आप उन्हें इग्नोर कर रहे हैं या कोई महत्व नहीं दे रहे हैं। ऐसा व्यवहार उन्हें और भड़का सकता है और बात बनने की बजाय बिगड़ सकती है।
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उनकी भावनाओं की क़द्र करें:
अपने साथी को बताएं कि उनकी भावनाएँ मान्य हैं। रिश्तों में एक दूसरे की भावना की क़द्र करना बहुत जरुरी होता है। अपने सतही की भावना को समझे। उस पर तुरंत कोई प्रतिक्रिया ना दें। याद रखें तुरंत कोई प्रतिक्रिया बात को और बिगाड़ देगी। कई बार एक दूसरे की भावना को ना समझने से बात ख़राब हो जाती है।
जरूरत पड़ने पर माफी मांगें:
अगर आपने अपने साथी को परेशान करने के लिए कुछ किया है, तो माफी मांगें और अपने कार्यों की जिम्मेदारी लें। माफ़ी मांग लेने भर से कोई छोटा नहीं हो जाता है। माफ़ी मांगने से रिश्तों में प्यार की भावना बनी रहती है।
स्पष्ट रूप से संवाद करें:
स्पष्ट रूप से अपने विचारों और भावनाओं को अपने साथी से संवाद करें, लेकिन रक्षात्मक या टकराव से बचें। अपनी बात स्पष्ट रूप से लेकिन प्यार से कहें। बड़ी बात है अपने बात कहने का तरीका कैसा है। यदि आप अच्छी बात भी ख़राब तरीके से कहेंगे तो मामला बिगड़ेगा ही। अपनी बात को सौम्य और शांत तरीके से रखें।
समाधान:
यदि संभव हो, तो उस समस्या या समस्या के समाधान की पेशकश करें जिसने आपके साथी को परेशान किया है। इससे पता चलता है कि आप समाधान खोजने के लिए मिलकर काम करने को तैयार हैं। याद रखें, क्रोधित साथी से निपटने के लिए धैर्य, समझ और प्रभावी संचार की आवश्यकता होती है। यदि स्थिति को संभालना बहुत मुश्किल हो जाता है, तो कपल थेरेपिस्ट की सहायता लेना मददगार हो सकता है।