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Jaya Kishori Motivational Thoughts: जानिए कथावाचक जया किशोरी जी के मोटिवेशनल थॉट्स, ज़िन्दगी को मिलेगी नई राह
Jaya Kishori Motivational Thoughts: आज हम आपके लिए उनके मोटिवेशनल थॉट्स लेकर आये हैं जिनसे आप भी प्रेरणा पा सकते हैं।
Jaya Kishori Motivational Thoughts: जया किशोरी जी एक बेहद साधारण जीवन जीती हैं। सोशल मीडिया पर उनके काफी फॉलोवर्स भी हैं जो उनके प्रवचनों को काफी ध्यान से सुनते हैं। उनके बातें और उनके भजन लोगों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। इतना ही नही उनके मोटिवेशनल थॉट्स लोगों को जीवन को अलग तरीके से देखने का एक नजरिया भी देते हैं। ऐसे में अगर आप भी उनके प्रेरणादायक बातों को जानना चाहते हैं तो आप उन्हें पढ़ सकते हैं और साथ ही अपने करीबियों को सेंड भी कर सकते हैं।
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जया किशोरी जी के मोटिवेशनल थॉट्स
जया किशोरी का जन्म 13 जुलाई 1995 में राजस्थान के एक छोटे से गाँव सुजानगढ़ में हुआ था। उनका परिवार काफी साधारण है और जया जी भी एक साधारण व्यक्तित्व की महिला हैं। जिस उम्र में लड़कियां फैशन और नए नए मेकअप हैक्स कर रहीं हैं उस उम्र में जया किशोरी अध्यात्म की ओर आकर्षित हुईं और उन्होंने कई कथाएं और प्रवचन किये। आज हम आपके लिए उनके मोटिवेशनल थॉट्स लेकर आये हैं जिनसे आप भी प्रेरणा पा सकते हैं।
“जीवन का हर दिन हमारे लिए नया जन्म है,
इसलिए पूरे उत्साह और खुशी से इसकी शुरुआत करें.
साथ ही भगवान को इसके लिए धन्यवाद दें.”
“ठोकर रुकना नहीं सिखाता,
बल्कि संभल कर चलना सिखाता है.”
“लोगों से प्यार तो कब से करते आ रहे है ।
अब थोड़ा खुद से भी कर लेते है.”
मज़ाक़ उसे कहते है जब सुनने वाला और बोलने वाला दोनो हँसे,
जिस मज़ाक़ में एक हँसें और दूसरे को तकलीफ़ हो उसे मज़ाक़ नहीं कहते.”
“उन लोगों का साथ कभी मत छोड़ना
जिन्होंने आपका हाथ तब पकड़ा था
जब आप खुद अपनी मदद करने काबिल नहीं थे.”
“अगर भगवान जो तुम चाहते हो वह नहीं दे रहा तो
समझ जाना कुछ ऐसा मिलने वाला है जो तुम सोच भी नहीं सकते.”
ज़िंदगी का दूसरा नाम परिवर्तन है.
अब चाहे वो परिवर्तन आप मैं हो,
आपके रिश्तों में हो, आपके काम में हो या संसार मैं हो.
उसे अपनाना सीखो.
कुछ चीजें कभी नहीं बदलती जैसे माँ का प्यार,
पिता की तुम्हारे लिए चिंता और पुराने सच्चे दोस्तों का साथ.”
“अगर कोई आपका सम्मान इसीलिए कर रहा है.
क्योंकि वो आपसे डरता है, तो उसे सम्मान नहीं कहते.”
“दूसरों की बुराई की वजह से
अपने अंदर की अच्छाई को मत ख़त्म करो.”