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आप जो पानी पी रहे हैं वो Pure है या नहीं, ऐसे लगाये पता?

केंद्र की मोदी सरकार ने देश के 21 राज्यों की राजधानी में पीने के पानी की गुणवत्ता के आधार पर रैकिंग जारी की है। यह रैकिंग केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने जारी की है।

Aditya Mishra
Published on: 16 Nov 2019 4:49 PM IST
आप जो पानी पी रहे हैं वो Pure है या नहीं, ऐसे लगाये पता?
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लखनऊ : केंद्र की मोदी सरकार ने देश के 21 राज्यों की राजधानी में पीने के पानी की गुणवत्ता के आधार पर रैकिंग जारी की है। यह रैकिंग केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने जारी की है।

इस रैकिंग में देश की आर्थिक राजधानी मुंबई ने 21 शहरों की इस रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया है। इसका मतलब है कि देश में पीने लायक सबसे शुद्ध पानी मुंबई में हैं।

वहीं लिस्ट में सबसे आखिरी नाम देश की राजधानी दिल्ली का है, यानी यहां का पानी पीने के लिहाज से बिल्कुल खराब है। इससे सेहत पर बुरा असर पड़ता है। आज हम आपको बताते है कि कैसे घर बैठे ही आप पानी की जांच कर सकते हैं?

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वाटर टेस्टिंग किट से ऐसे करे जांच

जिन स्रोतों से हमें जल प्राप्त होता हैं। उसमें रासायनिक तत्वों के सूक्ष्म कण व बैक्टीरिया होते हैं। इनमें से कुछ हमें फायदा पहुंचाते हैं तो कुछ से नुकसान भी होता है।

हालांकि नपा और पीएचई जलस्रोतों के पानी की जांच समय समय पर करवाती है, लेकिन शहर में वाटर फिल्टर प्लांट नहीं होने के कारण लोगों को दूषित पानी ही पीना पड़ता है। ऐसे में हम बाजार में मिलने वाले वाटर टेस्टिंग किट के माध्यम से घर पर भी पानी की जांच कर सकते हैं।

किट में जरूरी संसाधन व पानी में मौजूद रसायनों के लिए रिएजेंट्स दिए गए हैं। इस तरह का किट पीएचई फील्ड स्टाफ को देते हैं। इससे कोई भी व्यक्ति आसानी से जांच कर सकता है। इसकी प्रक्रिया बेहद आसान है।

इसमें सभी हानिकारक रसायनों के रिएजेंट्स की कुछ बूंदें पानी के सैंपल में मिलाकर उसे मिलाते हैं। थोड़ी देर में पानी का रंग बदल जाता है। जिसकी गणना कर पानी में मौजूद अलग-अलग रसायनों की मात्रा निकाली जा सकती है।

हानिकारक रसायन कैल्शियम कार्बोनेट 300-600 मिग्रा/ ली- अधिकता से साबुन में झाग कम देना। क्लोराइड 250-1000 मिग्रा/ली-अधिक होने से पानी के स्वाद में बदलाव। आयरन 0.3-1.0 मिग्रा/ली-अधिक हुआ तो रंग व स्वाद में अंतर। फ्लोराइड 1.0-1.5 मिग्रा/ली. अधिक होने से दांत व हड्डी कमजोर हो जाते हैं।

क्लोराइड

10 एमएल पानी में क्लोराइड रिएजेंट्स मिलाइए रंग पीला हो जाएगा। रिएजेंट्स बी की एक बूंद डालकर पानी को मिलाए। पानी का लाल और भूरा रंग आते ही मिलाना बंद कर दे। बी की जितनी बूंदें डाली उससे 5 से गुना करने पर क्लोराइड मात्रा ज्ञात होगी।

फ्लोराइड

एक मिली पानी में 20 बूंद फ्लोराइड रिएजेंट्स मिलाए। लाल, भूरा, पीला रंग होगा। किट में फ्लोराइड मापने की चार्ट से रंग को मिलाए, सैंपल जिस रंग से समानता रखता हो उससे फ्लोराइड की मात्रा, हार्डनेस और नाइट्रेट पता चलेगा।

पीएच मान

किट में दिए रंग के बॉक्स और पीएच माप लिखे रहते हैं। 1 सेमी कागज के टुकड़े को पानी में डिप करें। कागज का टुकड़ा जिस कलर में परिवर्तित हो जाएगा। इसे स्केल में रखने के बाद जो रंग प्राप्त होगा वहीं पानी का पीएच मान होगा।

अशुद्धियां अशुद्धियों की जांच के लिए किट में दो सैंपल दिए हैं। एक 10 एनटीयू व दूसरा 25 एनटीयू का है। दोनों को हिला कर टेबल पर रखे। घर से बोतल में भरे सैंपल को भी हिलाकर टेबल पर रखे। तीनों का मिलान करे। यदि आपका 10 व 25 एनटीयू के बीच है तो ठीक।

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यहां देखें रैकिंग

1. मुंबई

2 हैदराबाद

3. भुवनेश्वर

4. रांची

5. रायपुर

6. अमरावती

7. शिमला

8. चंडीगढ़

9. त्रिवेंद्रम

10. पटना

11. भोपाल

12. गुवाहाटी

13. बेंगलुरू

14. गांधीनगर

15. लखनऊ

16 जम्मू

17. जयपुर

18. देहरादून

19. चेन्नई

20. कोलकाता

21. दिल्ली

इन मानकों के आधार पर तय हुई है रैंकिंग

बता दें कि पानी की शुद्धता और गुणवत्ता मापने के लिए कई मानक तय किए गए थे। जिसमें 10 मानकों का विशेष ध्यान दिया गया था। जैसे पानी में आर्सेनिक जैसे पानी में खतरनाक रसायनों की मौजूदगी। ऐसे ही 10 मानकों की कसौटी पर रैंकिंग तैयार की गई है। यहां आपको ये बता दें कि रैंकिंग उसी पानी की जारी की जाएगी जो इन शहरों में नगर निगम और बाक़ी अन्य माध्यमों से हमारे आपके घरों में पाइप के ज़रिए पहुंचता है।

राम विलास पासवान ने कहा, “इसी के मद्देजनर देश के सभी राज्यों की राजधानी समेत 100 स्मार्ट सिटी की योजना के अंतर्गत आने वाले शहरों में पीने के पानी की शुद्धता की जांच की जा रही है।”

दिल्ली में 11 जगहों से लिए गए पानी के नमूने की जांच बीएसआई के लैब में किए जाने पर आरंभिक जांच में कुछ जगहों का पानी 42 मानकों में से 12, 13 व 14 मानकों पर विफल पाए गए थे। उस समय केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पानी के इन नमूने की अंतिम जांच रिपोर्ट एक महीने के भीतर आएगी।

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