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श्राद्ध का रिवाज, इन देशों में होता है ऐसे, तरीका जानकर हो जाएंगे हैरान
दुनिया के और भी देशों में भी होता है, बस तरीका अलग और अनोखा होता है। हम आपको दुनिया की एक ऐसी अनूठी ट्रेडिशन के बारे में बता रहे हैं। सुनकर आपको थोड़ा अचरज भी हो सकता है ।
जयपुर: 2 सितंबर से श्राद्ध शुरू हो गया है। जो 17 सितंबर तक चलेगा।भारत ही नहीं विश्व की हर संस्कृति एवं धर्मों में पूर्वजों को सम्मान दिया जाता हैं हाँ ढंग अलग हो सकता है। भारत की धरती से बौद्ध धर्म मंगोलिया तक पहुंचा था । सम्राट अशोक के पुत्र महेंद्र एवं पुत्री संघमित्रा पहले बौद्ध भिक्षु एवं भिक्षुणी थे उन्होंने बौद्ध धर्म का प्रसार दक्षिण पूर्व एशिया में किया इनके बाद अनेक बौद्ध भिक्षुकों ने दूर –दूर तक बौद्ध धर्म का प्रचार किया।
जहां भी बौद्ध धर्म इनमें सनातन धर्म की परम्पराएं भी मिश्रित हैं , वहां भी पूर्वजों को बहुत सम्मान दिया जाता है। चीन जर्मनी सिंगापुर मलेशिया और थाईलैंड समेत कई देशों में पितरों की याद को ख़ास त्यौहार के रूप में मनाते हैं ।वहां मान्यता है पूर्वजों की आत्मा वर्ष में एक बार धरती पर आती है। इसे ओबन (Obon ) कहते हैं इस दिन शाकाहारी भोजन बना कर घर के बाहर या मन्दिरों के बाहर रखते हैं।।
भारत में पितृ पक्ष के दौरान पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए स्नान, दान, तर्पण समेत अन्य धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं। श्राद्ध सिर्फ हमारे यहां ही नहीं होता, दुनिया के और भी देशों में भी होता है, बस तरीका अलग और अनोखा होता है। हम आपको दुनिया की एक ऐसी अनूठी ट्रेडिशन के बारे में बता रहे हैं। इसे सुनकर आपको थोड़ा अचरज भी हो सकता है ।
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इंडिया में होने वाले श्राद्ध की तरह ही चीन में भी किंगमिंग फेस्टिवल होता है। हर साल के 104 वें दिन चीन के लोग अपने पूर्वजों को याद करते हैं। मतलब अप्रैल के महीने में मृत परिजनों को याद करते हैं। परिवार के सभी लोग अपने मृत परिजनों की कब्रों पर जाते हैं, वहां साफ-सफाई करते हैं और फूलों से कब्र की सजावट करते हैं।
सोशल मीडिया से
टॉम्ब स्वीपिंग डे
चीन में इस दिन को टॉम्ब स्वीपिंग डे भी कहा जाता है। इस दिन पूर्वजों की कब्रों पर खाने के समान और शराब चढ़ाई जाती है। बच्चों की कब्र पर गिफ्ट और चॉकलेट चढ़ाए जाते हैं और बच्चों के बीच चॉकलेट-बिस्किट बांटे जाते हैं।चीन के कुछ हिस्सों में इस दिन पतंग उड़ाने की परंपरा भी है।
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इससे पूर्वज देते हैं आशीर्वाद
इंडियन क्लचर की तरह चीनी भी मानते हैं कि उन्हें ऐसा करते देख आत्माएं खुशी होती हैं और उन्हें आशीर्वाद देती हैं। चीन की तरह ताईवान में भी इसी तरह पूर्वजों को याद किया जाता है। वहां 5 अप्रैल को ये दिन मनाया जाता है और सरकारी छुट्टी रहती है। चीन और ताईवान में माना जाता है कि पूर्वजों की आत्मा हमेशा उन पर नजर रखती है और उनके कर्मों को देखते हुए आशीर्वाद देती है।