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डायबिटीज डे: जागरूक रहें-स्वस्थ रहें, कंट्रोल करने के लिए इन रुटीन का करें पालन

14 नवंबर को सर फ्रेडरिक बैंटिंग की जयंती पड़ती है। जिन्होंने 1922 में चार्ल्स बेस्ट के साथ इंसुलिन की खोज की थी। 1991 में इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस रोग से बढ़ती चिंताओं के मद्देनजर और इसके प्रति जारूकता फैलाने के लिए सबसे पहले डायबिटीज़ दिवस मनाया गया था।

Newstrack
Published on: 14 Nov 2020 11:30 AM IST
डायबिटीज डे: जागरूक रहें-स्वस्थ रहें, कंट्रोल करने के लिए इन रुटीन का करें पालन
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वैज्ञानिकों का कहना है कि जिन लोगों का बीएमआई नॉर्मल है, उनकी उम्र का बचा हुआ ज्यादातर हिस्सा डायबिटीज से मुक्त हो सकता है।

लखनऊ: डायबिटीज़, एक खतरनाक रोग और एक जीवन भर की समस्या है। ऐसी समस्या जिससे दुनिया के एक अरब से ज्यादा लोग पीड़ित हैं। 2020 में भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या 77 मिलियन यानी करीब 7 करोड़ 70 लाख के आसपास अनुमानित है। इसी बीमारी की ओर लोगों का ध्यान खींचने के लिए हर साल 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस मनाया जाता है। ये दिन है लोगों को मधुमेह यानी डायबिटीज़ के बारे में जागरूक करने का। डायबिटीज़ पूरी दुनिया में बहुत बड़ी स्वास्थ्य समस्या बन गयी है। इस बीमारी को रोकने के लिए जागरूकता के साथ साथ जागरूक हो कर जीवनशैली में बदलाव करना सबसे जरूरी है। इस साल डायबिटीज डे की थीम है ‘नर्स’। रोगियों को बचाने के लिए नर्सों के योगदान को देखते हुए उन्हें पहचान दिलाने का प्रयास किया गया है। इस बार थीम का नाम रखा गया है ‘द नर्स एंड डायबिटीज़।’

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सर बैंटिंग का जन्मदिन

14 नवंबर को सर फ्रेडरिक बैंटिंग की जयंती पड़ती है। जिन्होंने 1922 में चार्ल्स बेस्ट के साथ इंसुलिन की खोज की थी। 1991 में इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस रोग से बढ़ती चिंताओं के मद्देनजर और इसके प्रति जारूकता फैलाने के लिए सबसे पहले डायबिटीज़ दिवस मनाया गया था। तब से यह हर साल मनाया जाता है। हर साल इसकी अलग-अलग थीम होती है।

Diabetes Diabetes (PC: social media)

एक गंभीर समस्या

अस्तव्यस्त लाइफ स्टाइल की वजह से आज हर उम्र के लोग डायबिटीज के शिकार हो रहे हैं। भारत में डायबिटीज के मरीजों को संख्या करोड़ों में है लेकिन चिंता की बात यह है कि इसके बावजूद भी लोग इसके प्रति जागरूक नहीं हैं। लोग लगातार ऐसी लाइफस्टाइल में चल रहे हैं जो कई बीमारियों को न्योता दे रही है। जो व्यक्ति डायबिटीज से ग्रस्त होते हैं उनमें हार्ट अटैक का खतरा आम व्यक्ति से पचास गुना ज्यादा बढ़ जाता है।

शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने से हार्मोनल बदलाव होता है और कोशिशएं क्षतिग्रस्त होती हैं जिससे खून की नलिकाएं और नसें दोनों प्रभावित होती हैं। इससे धमनी में रुकावट आ सकती है या हार्ट अटैक हो सकता है। स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है। डायबिटीज का लंबे समय तक इलाज न करने पर यह रेटिना को नुकसान पहुंचा सकता है जिससे व्यक्ति हमेशा के लिए अंधा भी हो सकता है।

- डायबिटीज से बचना है या इसे कंट्रोल करना है तो अपनी लाइफ स्टाइल बदलनी होगी। सबसे पहले व्यायाम का रूटीन बना कर उसे हर दिन फॉलो करें। और कुछ नहीं तो दिन में तीन से चार किलोमीटर तक जरूर पैदल चलें या फिर योग करें।

- कम कैलोरी वाला भोजन खाएं। सब्जियां, ताज़े फल, साबुत अनाज, डेयरी उत्पादों और ओमेगा-3 फैट वाली चीजें अपने भोजन में शामिल कीजिये। दिन में तीन समय खाने की बजाय उतने ही खाने को छह या सात बार में खाएं।

- धूम्रपान और शराब का सेवन बिलकुल छोड़ दें।

- स्ट्रेस से बचें और इसे अपने जीवन से एकदम बाहर कर दें। टेंशन नहीं रखें और रात को पर्याप्त नींद लें।

दो तरह की डायबिटीज

डायबिटीज़ दो तरह की होती है- टाइप 1 और टाइप 2। टाइप-1 डायबिटीज का मुख्य लक्षण शरीर में इंसुलिन का बनना बंद होना है, जबकि टाइप-2 की स्थिति में शरीर में इंसुलिन का जरूरत के हिसाब से निर्माण नहीं होता या इसका इस्तेमाल ठीक ढंग से नहीं हो पाता।

टाइप - 1 के लक्षण

अचानक वजन घटना या बढ़ना

जी मिचलाना और उल्टी होना

टाइप- 2 के लक्षण

फंगल इंफेक्शन

घाव का देर से भरना या ठीक होना

पैरों में सुन्न या ऐंठन होना।

Diabetes Diabetes (PC: social media)

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त्योहार की खुशियां और डायबिटीज

इस साल दिवाली और वर्ल्ड डायबिटीज डे एक ही दिन है। डायबिटीज के मरीजों के लिए इस दौरान सेल्फ-कंट्रोल बेहद जरूरी है क्योंकि खानपान में एक दिन की गई जरा सी लापरवाही अगले दिन उनके लिए परेशानी का सबब बन सकती है।

- अपने खाने की टाइमिंग का ध्यान रखें। खाने के बीच बहुत ज्यादा लंबा गैप नहीं होना चाहिए वरना हाइपोग्लाइसीमिया यानी लो ब्लड शुगर लेवल की समस्या हो सकती है।

- हाइपरग्लाइसीमिया यानी हाई ब्लड शुगर लेवल की समस्या से बचने के लिए अपनी दवाइयां समय पर लेते रहें।

- शरीर में पानी की कमी न होने दें। इसके लिए नियमित रूप से पानी या तरल पदार्थो का सेवन करें।

- डायबिटीज के मरीज दिवाली पर घर पर ही शुगर-फ्री मिठाई बनाएं या फिर अपनी मिठाई को मीठा स्वाद देने के लिए उसमें खजूर, किशमिश, अंजीर जैसे मीठे फलों का इस्तेमाल करें।

- बादाम और अखरोट डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत उत्तम हैं। विटामिन ई और ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर इन नट्स में हेल्दी फैट्स होता है।

- चीनी से भरपूर ड्रिंक्स, कोल्ड ड्रिंक, फ्रूट जूस या फिर अल्कोहल वाली ड्रिंक्स डायबिटीज के मरीजों के लिए ठीक नहीं है लिहाजा बेहतर होगा कि नारियरल पानी, नींबू पानी या लेमेनेड पिएं।

- तली-भुनी चीजों से डायबिटीज के मरीजों को पूरी तरह से दूर ही रहना है।

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