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वाह रे भारतीय मर्द! वियाग्रा के भरोसे चल रही जिंदगी, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

सर्वे में यह बात सामने आई है कि कुछ भारतीयों को तो काम-काज की वजह से इन माध्यमों से जुड़ने का टाइम नहीं है, लेकिन कई भारतीय इंटरनेट की दुनिया से सेक्स सम्बंधित कंटेंट के संपर्क में आने की वजह से असल जिंदगी में वही रोमांच जीने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं इसलिए या तो शौक से या तो कुछ मजबूरी में, वियाग्रा जैसी दवाइयों का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं।

SK Gautam
Published on: 4 Nov 2019 4:23 PM IST
वाह रे भारतीय मर्द! वियाग्रा के भरोसे चल रही जिंदगी, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
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लखनऊ: दौड़ती-भागती जिंदगी से बहुत से लोग अपनी प्राइवेट लाइफ को मनमुताबिक नहीं जी पाते हैं। ऐसे में लोगों को एंटरटेनमेंट का सिर्फ एक ही माध्यम बचता है। वो है फिल्म और इंटरनेट की दुनिया, अगर हम लोगों की जिंदगी के बेहद निजी पलों की बात करें तो वो है सेक्स, जिसके बारे में फिल्म और इंटरनेट की दुनिया के माध्यम से ही कभी-कभी रूबरू हो पाते है जो सेक्स को लेकर तमाम फैंटसीज पैदा करती हैं।

सेक्स सर्वे-2019 के अनुसार...

सर्वे में यह बात सामने आई है कि कुछ भारतीयों को तो काम-काज की वजह से इन माध्यमों से जुड़ने का टाइम नहीं है, लेकिन कई भारतीय इंटरनेट की दुनिया से सेक्स सम्बंधित कंटेंट के संपर्क में आने की वजह से असल जिंदगी में वही रोमांच जीने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं इसलिए या तो शौक से या तो कुछ मजबूरी में, वियाग्रा जैसी दवाइयों का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। सेक्स सर्वे 2019 के अनुसार, लोग वियाग्रा या ऐसी दवाइयों को लेकर डॉक्टरों से गुपचुप तरीके से ही सलाह लेना ज्यादा पसंद करते हैं।

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सेक्स सर्वे, 2019 में ये बात सामने आई है कि जयपुर और चंडीगढ़ जैसे शहरों में भी क्रमश: 87 और 62 फीसदी लोग सेक्स क्षमता को बढ़ाने के लिए इस तरह की दवाइयों का प्रयोग करते हैं। जयपुर के प्रतिभागियों के लिए सेक्स एक निजी मामला है, जिसे जरूरत पड़ने पर वे सिर्फ डॉक्टरों से ही साझा करना चाहते हैं।

डॉ. सुधीर भंडारी वियाग्रा के इस्तेमाल पर कहा...

सर्वे के आखिरी नतीजों में 28 प्रतिशत लोगों ने ही ये बात मानी कि वे शारीरिक संबंध बनाने के लिए वियाग्रा जैसी दवाइयों का सहारा लेते हैं। राजस्थान के सबसे बड़े सरकारी चिकित्सा संस्थान एसएमएस मेडिकल कॉलेज व संस्थान (जयपुर) के प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भंडारी वियाग्रा के इस्तेमाल पर अलग राय रखते हैं।

सर्वे में यह भी सामने आया है कि लोगों में सेक्स के बारे में खुलकर बात करने में शर्माते हैं लेकिन वे चिकित्सकों से अपनी सेक्स समस्यायों के बारे में पहले की तुलना में कहीं ज्यादा खुलकर बात करने लगे हैं।

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जयपुर की महिलाएं है इस सम्बंध में जागरूक...

डॉ. भंडारी का कहना है कि जयपुर की महिलाओं समेत लोगों में इस बात को लेकर काफी जागरुकता नजर आई है कि कैसे अलग-अलग तरह की शारीरिक परेशानियों से उनकी यौनेच्छा पर असर पड़ सकता है और उनका क्या समाधान हो सकता है।

डायबिटीज के कारण उनके सेक्स प्रदर्शन पर असर पड़ा...

डॉ. भंडारी कहते हैं कि ऐसा जरूरी नहीं कि लोगों ने सिर्फ फैंटसी के लिए वियाग्रा का इस्तेमाल किया। कई लोग कहते हैं कि कैसे डायबिटीज से उनके सेक्स प्रदर्शन पर असर पड़ा है। उनकी परेशानियां जानने के बाद ही हम उन्हें इससे जुड़ी दवाएं देते हैं।

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सेक्सुअल डिसफंक्शन या मर्दानगी की कमी, हार्ट की समस्या का पहला संकेत

डॉ. भंडारी का कहना है कि सेक्सुअल डिसफंक्शन या मर्दानगी की कमी किसी भी व्यक्ति के लिए हार्ट की समस्या का पहला संकेत भी हो सकती है। लिहाजा, ऐसा भी हो सकता है कि यौनवर्धक दवाइयां लेने वाले ज्यादातर प्रतिभागी अपने डॉक्टरों की सलाह पर ऐसी दवाइयों का सेवन कर रहे हों।

8 सालों में वियाग्रा का कारोबार 40% तक बढ़ा...

साल 2018 की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में पिछले 8 सालों में वियाग्रा जैसी दवाइयों का कारोबार 40% तक बढ़ा है। डॉक्टर्स मानते हैं कि वर्कप्लेस पर बहुत ज्यादा स्ट्रेस की वजह से भी लोगों की बेडरूम लाइफ खराब हो रही है।

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स्ट्रेस का काफी असर पड़ता है लोगों की रोमांटिक लाइफ पर...

स्ट्रेस का असर उनकी रोमांटिक लाइफ पर न पड़े, इसके लिए भी कई लोग इस तरह की दवाइयों का प्रयोग कर रहे हैं। हालांकि इस तरह कि दवाइयों को लेने के लिए डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।

ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट (एआईओसीडी) के मुताबिक, पिछले 8 सालों में इससे संबंधित दवाइयां बेचने वाले 9 लाख केमिस्ट बढ़े हैं। जून, 2010 में 18,000 ड्रग के यूनिट बिके थे । वहीं, जून, 2018 में इसके 26,000 ड्रग यूनिट बिके हैं।

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कुल मिलाकर इस सेक्स सर्वे में यह बात सामने आई है कि लोगों कि पर्सनल लाइफ यानि कि सेक्स लाइफ पर, लोगों की व्यस्त दिनचर्या का काफी असर पड़ता है। जिसके कारण अपनी सेक्स लाइफ में आ रही कमी को दूर करने के लिए लोग वियाग्रा जैसी दवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं।



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